Covid-19 India: कोविड-19 से मौत के आंकड़ों पर तृणमूल कांग्रेस तथा कांग्रेस ने सरकार पर सीधा निशाना साधा, जानिए इसके बारे में

Published by
Covid-19 India

Covid-19 India: World Health Organisation की Report मैं दावा किया गया है कि भारत वैश्विक कोरोना की मौत को सार्वजनिक करने के उनके प्रयासों में भी बाधा डाल रहा है। इसके बाद से कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधना भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने कहा Covid-19 India सरकार की लापरवाही की वजह से भारतीयों की मौत हुई

Covid-19 India



कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह कहा कि सरकार की लापरवाही की वजह से कोविड-19 महामारी के दौरान 40 लाख भारतीयों की मौत हुई। वहीं पर कोविड-19 से मौतों के आंकड़ों को लेकर महुआ मोइत्रा ने यह कहा है कि आंकड़ों का सामना करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि इससे बचने के लिए 56 इंच का मुखैटा नहीं लगा सकते हैं। अगर ध्यान दे तो एक अंग्रेजी अखबार में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के बाद से सरकार ने उनका खंडन किया था।

शनिवार को भारत सरकार ने यह कहा कि इस प्रकार की गणितीय मॉडल का उपयोग इतने बड़े भौगोलिक आकार तथा जनसंख्या वाले देश के लिए मृत्यु के आंकड़ों का अनुमान लगाने में नहीं किया जा सकता।

Covid-19 India मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा, राहुल गांधी



Modi government पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने Twitter पर अंग्रेजी अखबार की एक रिपोर्ट का screenshot साझा किया है। इस report मैं दावा किया था कि भारत वैश्विक covid-19 की मौतों को सार्वजनिक करने की WHO के प्रयासों को भी रोक रहा है। Rahul Gandhi अपने tweet में यह आरोप लगाया था कि मोदी गवर्नमेंट न तो सच बोलती है तथा न ही दूसरों को बोलने देती है। वो अब भी झूठ बोलते हैं कि आज सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई।

राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि कोविड-19 के दौरान सरकार की लापरवाही की वजह से पांच लाख नहीं बल्कि 40 लाख से अधिक भारतीय की मृत्यु हुई है। मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएं तथा हर पीड़ित परिवार को 4-4 लाख रुपए मुआवजा दें।

Covid-19 India

भारत ने देश में कोरोना दर का अनुमान लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए



शनिवार को भारत ने देश में कोरोना से मृत्यु दर का अनुमान लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए यह कहा था कि इस प्रकार के गणितीय मॉडल का इस्तेमाल भौगोलिक आकार तथा इतनी बड़ी जनसंख्या वाले देश के लिए मृत्यु के आंकड़ों का अनुमान लगाने के लिए भी नहीं किया जा सकता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया…



Covid-19 India, 16 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने “इंडिया इज स्टाइलिंग डब्लूएचओज एफर्ट्स टू मेक ग्लोबल कोविड डेथ टोल पब्लिक”शीर्षक वाले लेख के जवाब में भी एक बयान जारी किया। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कहा है कि देश में कई मौकों पर कोविड-19 आंकड़ों में उपयोग की जाने वाली प्रणाली पर वैश्विक स्वास्थ्य निकाल के साथ अपनी चिंताओं को भी साझा किया है।

ये बच्चा का गाना सुन बड़े- बड़े सिंगर को भूल जाएंगे, अब होगा ये Viral

ड्यूटी निभाते हुए सडक के किनारे बच्चे को ट्यूशन दे रहा था ट्रैफिक पुलिस कर्मी, यूजर कर रहे सलाम

UN Health Agency का अनुमान…



UN Health Agency का यह अनुमान है कि 2021 से आखरी तक वायरस के कहर से 15 मिलियन मौतें हुई है। जबकि इसमें ध्यान देने वाली बात है कि अलग-अलग देशों ने विभिन्न रूप से जो आंकड़े जारी किए हैं यह आंकड़ा उससे दोगुना है। इस report में दावा भी किया गया है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के आकलन के अनुसार भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या कम से कम 40 लाख है। जो कि आधिकारिक आंकड़े से 8 गुना ज्यादा है। जिसको लेकर अब कांग्रेसी यह आरोप लगा रही है कि सरकार ने कोविड-19 से मौतों के सही आंकड़े जारी नहीं किए हैं।


Recent Posts