इंसानो का पता नहीं पर चूहों और बंदरों पर कारगर पाई गई नई कोरोना वैक्सीन- Corona Update कोरोनावायरस (कोविड-19 )की काट खोजने के प्रयास में वैज्ञानिक समुदाय और वैक्सीन (टीका) पर शोध कर रहे हैं। इसी कवायद में जुटे भारतवंशी समेत वैज्ञानिकों के एक दल ने नई संभावित वैक्सीन को चूहे और बंदरों पर परखा है।
यह वैक्सीन इन पर कारगर पाई गई है। उनका दावा है कि इनमें वैक्सीन की एक खुराक से एंटीबॉडी की उत्पत्ति पाई गई ,जिससे कोरोनावायरस बेअसर पाया गया।
अमेरिकी बायोटेक कंपनी पीएआइ लाइव साइंसेज से जुड़े भारतवंशी है ।अमित खंडार समित शोधकर्ताओं के दल ने अपने परीक्षण में पाया है कि इंजेक्शन के जरिए वैक्सीन की खुराक देने के 2 हफ्ते के अंदर ही इसका असर शुरू हो गया।
जनरल साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन में प्रकाशित अध्यायन के अनुसार, ‘रिप्लिकेटिंग आरएनए वैक्सीन कोरोनावायरस को निष्प्रभावी करने वाली एंटीबॉडी को प्रेरित करने में सक्षम पाई गई है।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि इस तरह की वैक्सीन बड़ी मात्रा में प्रोटीन की उत्पत्ति करने के साथ एक तरह के वायरस- सेंसिग स्ट्रेस रिस्पांस को प्रेरित करती है, जिससे दूसरी प्रतिरक्षा गतिविधियां भी प्रोत्साहित हो सकती है। शोधकर्ताओं ने बताया कि अब वे इंसानों पर वैक्सीन के पहले दौर का प्रशिक्षण कर रहे हैं ।एक छोटे समूह पर या आजमाए जा रही है।