‘Bulli Bai’: ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड तीन लोगों की गिरफ्तारियां की हैं। तीनों अपराधियों में से एक 21 वर्षीय इंजीनिरिंग का छात्र विशाल कुमार झा है । एक लडका बीएससी का स्टूडेंट हैं तो वहीं एक लड़की 18 वर्षीय श्वेता सिंह है। यह दोनों अपराधी उत्तराखंड के रहने वाले हैं। मुंबई पुलिस ने दी जानकारी के अनुसार इस पूरे प्रकरण की सबसे बड़ी मास्टरमाइंड श्वेता सिंह ही है। श्र्वेता अपने साथी विशाल कुमार झा के साथ इस विविदास्पद ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की फोटो अपलोड कर उनकी नीलामी करवाती थी।
Bulli Bai एप्प मामले में मुंबई व देहरादून की एसटीएफ ने कोटद्वार में मयंक रावत (21 वर्ष) को भी गिरफ्तार किया है। इस युवक को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहां से मुंबई पुलिस को पांच दिन का ट्रांजिट रिमांड मिला और पुलिस युवक को अपने साथ ले गई।
श्र्वेता की गिरफ्तारी की बाद सभी के मन में एक ख्याल आ रहा है कि इतना बड़ा विवाद खड़ा करने वाली यह लड़की आखिर है कौन? क्यों वह इतनी कम उम्र में अपराधी बनीं और क्या वजह थी की एक महिला होने के बावजूद महिलाओं के विरुद्ध ही बनाया Bulli Bai ऐप? ऐसे कई सवाल सभी के मन में भी उठ रहे हैं। तो चलिए इन सभी बातों का जवाब हम आपको दे रहे हैं।
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श्वेता सिंह को मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले से गिरफ्तार किया है। श्र्वेता ही वह चहेरा है जो ‘Bulli Bai’ ऐप का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। हालांकि पुलिस को इस मामले की जांच में इस विवाद का क्नेकशन नेपाल से जुड़ा हुआ होने के संकेत मिले हैं। वैसे आपको बता दें कि श्वेता सिंह के माता-पिता अब इस दुनिया में हयात नहीं हैं। श्वेता ने पिछले साल ही कोरोना वायरस की दूसरी लहर में अपने पिता को खो दिया और उससे पहले साल 2011 में कैंसर की बीमारी के कारण उसकी मां का भी निधन हो गया था। मास्टरमाइंड श्वेता की उम्र सिर्फ 18 साल है और वह इन दिनों इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी कर रही है।
बुBulli Bai मामले में गिरफ्तारी के बाद अब लोग श्वेता सिंह के घरवालों के बारे में भी लोग छानबीन कर रहे हैं। श्वेता की बड़ी बहन है जो कॉमर्स से ग्रेजुएट है, वहीं उसके छोटे एक और भाई और बहन है जो स्कूल में पढ़ते हैं। श्वेता की गिरफ्तारी से उसके घर वालों को भी बहुत ही बड़ा झटका लगा है।
इस विवादास्पद Bulli Bai ऐप मामले में श्वेता और विशाल कुमार झा दोनों बराबर के गुनहगार है क्योंकि दोनों मिलकर ही इस एप पर काम करते थे। ह श्वेता और विशाल की दोस्ती भी दोनों की समान विचारधारा के कारण हुई थी। उत्तराखंड के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि श्वेता सिंह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहा करती थी अपने कुछ अलग प्रकार के ख्यालात वाली लड़की थी। अपनी पहचान छिपाने की शर्त पर आगे अधिकारी ने कहा कि अपनी विचारधारा के कारण ही अपने पोस्ट के माध्यम से श्वेता और विशाल संपर्क में आए और दोस्त बन गए। मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद श्वेता ने अपनी गलती पर पछतावे से भी इनकार कर दिया है।
एक अन्य अधिकारी के अनुसार श्र्वेता इंजीनियरिंग कॉलेज में एड्मिशन के लिए तैयारी कर रही है। वैसे श्वेता का बैकग्राउंड आर्थिक रूप से दुर्बल है। पुलिस के अनुसार Bulli Bai ऐप के लिए उसे नेपाल से निर्देश मिलता था। अब फिलहाल तो, पुलिस कथित नेपाली नागरिक और श्वेता से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच पड़ताल में जुटी हुई है। वैसे सूत्रों के अनुसार इस केस में फंसे नेपाली अपराधी का नाम जियाउ बताया जा रहा है।
श्वेता सिंह Bulli Bai ऐप के अलावा भी सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के लिए JattKhalsa07 नाम से एक नकली ट्विटर हैंडल चलाती थी। इस हैंडल का इस्तेमाल नफरत भरे पोस्ट और आपत्तिजनक फोटो और कमेंट अपलोड करने के लिए हो रहा था। श्र्वेता के इस अकाउंट को फॉलो करने वाले कुछ लोग भी इसी विचारधारा का अनुसरण करने वाले लोग थे। इस मामले की मुख्य आरोपी श्वेता सिंह से मिली जानकारी के अनुसार एक नेपाल का नागरिक उसे ऐप पर की जाने वाली गतिविधियों के बारे में निर्देश दे रहा था। पुलिस उसकी और उससे जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
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मुंबई पुलिस की तरफ से कहा गया है कि आरोपी श्वेता सिंह Bulli Bai एप्प से जुड़े तीन अकाउंट ऑपरेट कर रही थी। जबकि विशाल झा ने खालसा वर्चस्ववादी के नाम से एक अकाउंट खोला था। 31 दिसंबर को उसने अन्य अपने अकाउंट का नाम बदलकर सिख नामों से मिलते-जुलते नाम रख लिए थे। श्र्वेता से पहले धरे गए विशाल कुमार झा को 10 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। दुसरी और मास्टरमाइंड श्वेता के लिए भी मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने 5 जनवरी तक ट्रांजिट रिमांड की मांग की थी। वैसे विशाल कुमार ने ही पुलिस कार्रवाई के दौरान श्वेता के नाम का खुलासा किया था। विशाल ने इसके साथ ही यह खुलासा भी किया की श्वेता उन लोगों के संपर्क में भी है जो Bulli Bai ऐप पर सभी आपत्तिजनक पोस्ट और गतिविधियों पर काम कर रहे थे।
राज्यसभा के पूर्व सांसद जावेद अख्तर ने Bulli Bai app मामले में गिरफ्तार हुई श्वेता सिंह का बचाव किया है। गीतकार जावेद अख्तर ने आरोपी श्वेता सिंह के मां-बाप के कोरोना से मारे जाने का हवाला देते हुए उसे माफ करने की अपील की है।
जावेद अख्तर ने बुधवार को श्वेता सिंह के लिए दयाभाव दिखाते हुए ट्विटर पर ट्वीट किया है , ‘अगर ‘Bulli Bai app’ की मास्टरमाइंड सचमुच ही 18 साल की लड़की है, जिसने अपने माता पिता को कैंसर और कोरोना के कारण खोया है, तो मुझे लगता है कि कुछ महिलाओं को उससे जाकर मिलना चाहिए। बड़प्पन दिखाते हुए उसे समझाना चाहिए कि उसने क्या गलत किया है। उसके प्रति दया दिखाते हुए उसे माफ कर देना चाहिए।’