Balwinder Singh: पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के रहने वाले बलविंदर की सऊदी अरब में जान पर बन आई है। साल 2013 के हत्या के एक मामले में रियाद जेल में बन्द बलविंदर सिंह(35) को सऊदी अरब के कानून के मुताबिक कल यानी 15 मई तक 2 करोड़ रुपये पीड़ित परिवार को ब्लड मनी के तौर पर देने का आदेश दिया गया था । ऐसा न करने पर Balwinder Singh को अपनी जान देकर अपराध की सजा पूरी करनी होगी ।
अदालत के नियमानुसार 15 मई अंतिम तिथि है और इसके बाद कोई तारीख आगे नहीं बढ़ाई जाएगी जिसका मतलब है कि कल तक यदि 2 करोड़ का बंदोबस्त नहीं हुआ तो बलविंदर का सर कलम कर दिया जाएगा। हालांकि खबर लिखे जाने तक पंजाब में मौजूद परिवार ने पैसों का बंदोबस्त कर लिया है और अब तक 2.8 करोड़ रुपये इकट्ठे हो गए हैं। लेकिन दिक्कत पैसे ट्रांसफर करने में आ रही है। बताया जा रहा है कि सऊदी में केस लड़ रहे वकील ने जो एकाउंट नम्बर परिजनों को दिया है
उसमें पैसे ट्रांसफर नहीं हो रहे । ट्रांसफर करने पर बार बार पैसे वापस लौट आते हैं । बताया जा रहा है कि एकाउंट नम्बर अंतराष्ट्रीय नहीं है । हालांकि पैसों की व्यवस्था होने के बाद भी बलविंदर की जान सलामत नहीं है ।
इस पोस्ट में
साल 2008 में रोजी-रोजगार ढूंढने के उद्देश्य से पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के मल्लन नामक गाँव के रहने वाले Balwinder Singh सऊदी अरब गए थे । एक कम्पनी में काम करते हुए Balwinder Singh द्वारा 2013 में एक सऊदी अरब के व्यक्ति का एक्सीडेंट हो गया था । 4 दिन बाद उस व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी । बलविंदर को इस मामले में 7 साल की सजा हुई थी किंतु सऊदी अरब के कानून के मुताबिक अदालत ने अक्टूबर 2021 में फैसला सुनाया कि 8 नवम्बर तक पीड़ित परिवार को ब्लड मनी के तौर पर बलविंदर को 2 करोड़ रुपये देने होंगे ।
ऐसा न करने पर उसका सर कलम करने का प्रावधान था । Balwinder Singh ने इस पर याचिका दायर कर इतने कम समय में पैसे की व्यवस्था न कर पाने की वजह बताई और उसे कुछ और समय देने के लिए अदालत से गुहार लगाई । इस पर अदालत ने Balwinder Singh को 15 मई 2022 यानी कल तक पैसे की व्यवस्था करने को कहा । बता दें कि यह अंतिम तारीख है। अब इसके बाद बलविंदर को और समय नहीं दिया जायेगा।
यह पहली बार नहीं जब सऊदी अदालत ने किसी भारतीय का सर कलम करने की घोषणा की हो। इससे पहले भी वह ऐसा कर चुकी है । हालिया घटना 3 साल पहले की है । जब 28 फरवरी 2019 को पंजाब स्थित होशियारपुर के रहने वाले सतविंदर सिंह और लुधियाना के रहने वाले हरजीत सिंह को सऊदी अरब की अदालत ने हत्या के जुर्म में सजा ए मौत की सजा सुनाते हुए सिर कलम कर दिया गया था ।
आश्चर्य की बात तो ये है कि परिजनों को घटना की जानकारी तब हुई जब दोनों को मौत की सजा दी जा चुकी थी। यहां तक कि विदेश मंत्रालय को भी इस बाबत कोई खबर नहीं दी गयी । और उन्हें भी बाद में ही पता चला था।
दिसम्बर 2015 में सतविंदर और हरजीत को गिरफ्तार किया गया था । सऊदी सरकार ने उन्हे शराब पीने और आपस मे झगड़ा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद उन्हें दम्माम में रखा गया। खैर सजा पूरी हो गयी लेकिन जेल से छूटने से पहले ही सऊदी पुलिस को उनके एक और अपराध के बारे में पता चला । उन्हें यह जानकारी हुई थी कि यह दोनो एक लूट की घटना में शामिल थे और इनके द्वारा एक व्यक्ति की हत्या हो चुकी है ।
बता दें कि यह सारी जानकारी मृतक सतविंदर की पत्नी सीमा रानी को उनके वकील के मार्फ़त विदेश मंत्रालय से मांगी गई सूचना के आधार पर पता चला था हालांकि ये जानकारी दोनो के सर कलम होने के बाद ही हुई। सीमा के वकील विजय द्वारा हाइकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका में विदेश मंत्रालय से सतविंदर और हरजीत से सम्बंधित जानकारी मांगी गई थी । विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया था कि सतविंदर और हरजीत एक पुराने लूट और हत्या के मामले में दोबारा गिरफ्तार हुए थे।
सतविंदर ,हरजीत और सऊदी के एक नागरिक आरिफ ने मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था । लूट का माल बांटने पर हुए विवाद में सतविंदर और हरजीत ने मिलकर आरिफ की हत्या कर दी थी और लाश रेगिस्तान में फेंक दिया था । इस मामले की सुनवाई के बाद दोनों को दम्माम से रियाद की जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि सऊदी कानून के मुताबिक मौत की सजा पाए व्यक्ति का शव परिजनों को नहीं दिया जाता और न ही उसके देश को लौटाया जाता है । मृत्यु प्रमाणपत्र भी 2 महीने बाद ही जारी होता है ।
balwinder Singh Saudi arabia में सिर कलम कर दिया जाएगा, इन भारतीयों का पहले भीं सिर कलम हो चुका है
बता दें कि सतविंदर और हरजीत वर्क परमिट पर 2013 में सऊदी अरब गए थे।
13 साल की बेटी को लिए सतविंदर की पत्नी सीमा ने बताया कि उनके पति की मौत की सूचना उसे लोगों द्वारा बाद में हुई। उसने बताया-
“मेरी बात पति से 21 फरवरी 2019 को हुई थी तब उन्होंने मौत की सजा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी न ही उन्हें कुछ पता था। सरकार से भी हमे कोई सूचना नहीं मिली।”
वहीं सीमा के वकील विजय ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि 28 फरवरी को सऊदी अरब की जेल से किसी का फोन आया था और उन्होंने बताया कि सतविंदर को मौत की सजा दी जा चुकी है। तब सीमा और उसके परिजनों को इस बात पर विश्वास ही नहीं हुआ था। उन्हें लगा कि कोई मजाक कर रहा है । लेकिन बाद में पता चला कि उसके पति सतविंदर और हरजीत को मौत की सजा दी जा चुकी है ।