Anil Dujana: मेरठ सहित पश्चिमी यूपी में खौफ का पर्याय बना कुख्यात अनिल दुजाना पुलिस मुठभेड़ में मारा गया । गुरुवार दोपहर हुई यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मेरठ के पास अनिल दुजाना ढेर हो गया है । पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई जिसमें अनिल मारा गया । गैंगस्टर दुजाना के पास से असलहा सहित कई राउंड कारतूस बरामद हुए हैं । बता दें कि अनिल दुजाना एक कुख्यात गैंगस्टर था जिसपर 60 से अधिक मुकदमे दर्ज थे । बता दें कि दुजाना करीब एक हफ्ते पहले ही जेल से बाहर आया था ।
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पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उन्हें मुखबिरों से सूचना मिली थी कि अनिल गुरुवार को बागपत से मुजफ्फरनगर जाने वाला है । मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यूपी एसटीएफ की एक टीम मेरठ के पास भोले को झाल नहर के पास घात लगाकर बैठ गई । वहीं दोपहर करीब 3 बजे सफेद स्कॉर्पियो से अनिल दुजाना वहां से गुजरा पुलिस को देखते ही दुजाना ने भागने की कोशिश की जिससे उसकी गाड़ी सामने खंबे से जाकर टकरा गई । इसके बाद दोनो ओर से कई राउंड फायरिंग हुई जिसमें दुजाना की मौत हो गई।
यूपी एसटीएफ से मुठभेड़ में ढेर हुए गैंगस्टर अनिल दुजाना के पास से भारी मात्रा में जिंदा कारतूस मिले हैं । पुलिस के मुताबिक दुजाना ने घिरते ही फायरिंग शुरू कर दी । उसने करीब 15–20 राउंड गोलियां चलाईं । इसके अलावा दुजाना के पास से एक 9 mm पिस्टल,एक देशी तमंचा और करीब 50–60 कारतूस बरामद हुए हैं । वहीं दुजाना की जेब से भी कुछ कारतूस मिले हैं । भोले की झाल नहर के पास जहां मुठभेड़ हुई वहां पुलिस ने करीब 18 जगह गोलियों के निशान के मार्क किए हैं ।
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उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर स्थित दुजाना गांव का रहने वाला अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना पर करीब 64 मुकदमे दर्ज थे । उस पर हत्या,लूट,कब्जा, जबरन वसूली सहित कई गंभीर मामले दर्ज थे । बता दें कि अनिल दुजाना पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए), आर्म्स और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुके हैं । वेस्ट यूपी के इस कुख्यात गैंगस्टर पर यूपी पुलिस ने इनाम घोषित किया हुआ था ।
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि वेस्ट यूपी के अनिल दुजाना नामक अपराधी जो कि कुछ ही दिन पहले जेल से छूटा है उसके बागपत से मुजफ्फरनगर जाने की सूचना एसटीएफ को मिली थी जिसके बाद एसटीएफ रास्ते में लगी थी जहां मुठभेड़ में अपराधी घायल हुआ और अस्पताल ले जाते हुए उसकी मौत हो गई।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने आगे बताया कि अनिल ऐसे अपराधियों में शामिल था जिसे ऊपर से मॉनिटर किया जा रहा था । वहीं एसटीएफ को लीड कर रहे एसपी कुलदीप ने बताया कि उनकी टीम को जानकारी मिली थी कि दुजाना आज मुजफ्फरनगर जाने वाला है और वह यहां भोले की झाल के पास से निकलेगा। इसके बाद शाम करीब 3 बजे पुलिस ने उसे नहर के पास से ट्रैक किया जिसके बाद दिल्ली के नंबर प्लेट वाली गाड़ी खंबे से जा टकराई । इसके बाद मुठभेड़ हुई जिसमें Anil Dujana मारा गया।
वेस्ट यूपी में कुख्यात रहे अनिल दुजाना ने अपराध की दुनिया में 2002 में कदम रखा था । एक वक्त पर अनिल कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी के लिए अवैध सरिए का कारोबार करता था। हालांकि कुछ ही समय बाद इसी कारोबार के चलते दोनों में मनमुटाव हो गया और अनिल रणदीप भाटी गैंग के लिए काम करने लगा । सूत्रों के मुताबिक यहां अनिल नरेश भाटी के साथ मिलकर छिटपुट अपराध के अलावा भाड़े पर हत्याएं भी करने लगा ।
वहीं साल 2004 में सुंदर भाटी गैंग ने नरेश भाटी की हत्या कर दी। इसके बाद दोनो गैंग में रंजिश बढ़ती गई । इसी बीच सुंदर भाटी को मारने के इरादे से अनिल दुजाना ने एक शादी समारोह में एके 47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं हालांकि इसमें सुंदर भाटी बच निकला पर 3 अन्य लोग मारे गए । अपने ऊपर हमले का बदला लेने के लिए सुंदर भाटी ने अनिल दुजाना के भाई की हत्या कर दी थी ।