किसान आंदोलन के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है की सरकार 40 सदस्यों की टीम से बातचीत कर कोई समाधान निकाले। हम बातचीत के लिए तैयार हैं। सरकार किसान मोर्चा के 40 संगठनों के 40 प्रतिनिधियों से बातचीत करे। राकेश टिकैत दिल्ली पुलिस का आभार भी जताया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि किसानों को जिन क्लाजों पर आपत्ति है वह उसे सरकार को बताएं । सरकार इस पर विचार करके उन में आवश्यक संशोधन करने को तैयार है। सरकार इन कृषि कानूनों के मुद्दे पर बात करने के लिए सदैव तत्पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किसानों से बातचीत के ऑफर को दोहराया है।उन्होंने कहा कि किसानों के लिए आज भी सरकार के साथ बातचीत का रास्ता खुला हुआ है।
आपको बता दें कि बीते कई दिनों से नए कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर ,गाजीपुर बॉर्डर ,टिकरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। कुछ किसानों की जान भी चली गई है । गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान परेड के दौरान दिल्ली में कई हिंसात्मक घटनाएं देखने को मिली थी। जिसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर जमा अधिकांश किसान अपने-अपने गांव लौटने लगे थे। लेकिन मीडिया में टिकैत के रोने से फिर से गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का जत्था इकट्ठा होने लगा। अब गाजीपुर बॉर्डर पर पहले की अपेक्षा अधिक भीड़ जमा हो चुकी है। दिल्ली पुलिस में भी इसके चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिया है।