World Cup 2023 Opening Match: भारत समेत दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को बडी ही उम्मीद थी कि बड़ी तादात में फैंस इस मैच को देखने आएंगे लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ।
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वर्ल्ड कप 2023 के ओपनिंग मैच में अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम (Narendra Modi Stadium in Ahmedabad) बिल्कुल खाली दिखा। 130,000 से अधिक सीटों की क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम खचाखच भरने की जगह खाली नजर आ रहा है। इससे दुनियाभर के क्रिकेट फैंस निराशा हुए
यूजर्स ने सोशल मीडिया पर खाली स्टेडियम (ICC Cricket World Cup 2023) का नजारा देख कर हैरानी जताई। X पर वायरल हो रहे फोटो और वीडियो में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली दिख रही हैं।
इस कारण सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस ने सवाल उठाएं है। गुरुवार दोपहर दो बजे शुरू हुए इस ओपनिंग मैच (World Cup 2023 opening match) के लिए क्रिकेट फैंस में बहुत उत्साह नहीं दिखा।
टीम इंडिया टूर्नामेंट का अपना पहला मैच रविवार, 8 अक्टूबर को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। वहीं सोशल मीडिया यूजर्स वर्ल्ड कप के ओपनिंग मैच में इतने कम ऑडियंस और खाली कुर्सियां देख भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को ट्रोल कर रहे हैं।
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इसी सिलसिले में सोशल मीडिया X यूजर जिग्नेश मावानी ने सवाल किया है। उन्होंने अपने ऑफिशियल हैंडल पर लिखा है कि, “अहमदाबाद में विश्व कप के उद्घाटन मैच में हुई घटना कई महत्वपूर्ण और गंभीर सवाल खड़े करती है। टूर्नामेंट से पहले जब टिकटों की बिक्री बुकमायशो पर लाइव हुई, तो कुछ ही मिनटों में टिकटें बिक गईं। फिर, यह कैसे संभव है कि केवल कुछ सौ लोग ही मैच देखने आये?
जिग्नेश मवानी लिखते हैं कि , अखबारों की रिपोर्ट से मालूम होता है कि वूमेन रिजर्वेशन बिल पास होने के बाद इसे सेलिब्रेट करने के लिए बीजेपी ने महिलाओं को 40,000 टिकट्स फ्री में पेशकश की थी। आखिर ये 40 हजार टिकट कहां से आए? क्या bcci इस तरह से किसी पॉलीटिकल पार्टी को टिकट अलॉटमेंट कर सकता है?
दिलचस्प बात यह है कि महिला आरक्षण विधेयक सितंबर के आखिरी सप्ताह में पारित किया गया था लेकिन टिकटों की बिक्री सितंबर के पहले सप्ताह तक खत्म हो गई थी। तब, महिलाओं के लिए ये अतिरिक्त टिकट कहां से आए? इससे पता चलता है कि एक सांठगांठ चल रही है जिसने क्रिकेट प्रशंसकों को लंबे समय तक अंधेरे में रखा है।
टिकट प्रक्रिया में कोई पारदर्शिता नहीं है जिससे अनगिनत प्रशंसकों का मोहभंग हो रहा है। फ्री टिकट और स्नैक कूपन के बाद भी महिलाएं मैच देखने नहीं आईं।
स्टेडियम भरने के लिए उन्हें यह भी गुमराह किया गया कि यह भारत-पाकिस्तान का मैच है लेकिन, महिलाएं नहीं आईं।
यहां बीसीसीआई के लिए एक बात है कि क्रिकेट को सज्जनों का खेल बना रहने दीजिए जैसा इसे कहा जाता है। राजनीति से बाहर निकलें अन्यथा एक दिन आप देखेंगे कि क्रिकेट खतरे में है।