Sambhal Jama Masjid: मेरे भाई को पुलिस ने गोली मारी… उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई… राजीनामा की बात करके पुलिस घर से बॉडी उठा ले गई… हमें अस्पताल से भगा दिया… ये संभल दंगे में मारे गए मृतक के भाई तस्लीम का बयान है… नईम की मां का बयान सुनिए… मेरे बच्चे को पुलिस ने गोली मारकर साइड में सरका दिया, उसकी वहीं तड़प तड़प कर मौत हो गई… वो घर का सामान लेने गया था…
और मुरादाबाद के कमिश्वर साहब कह रहे हैं कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई… तो फिर नईम, नोमान, बिलाल, अयान और मोहम्मद कैफ को किसने मारा… पोस्टमार्टम रिपोर्ट तो कह रही है कि मरे तो वे गोली से ही हैं…
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क्या योगी आदित्यनाथ के कलेजे को ठंडक आ गई या फिर संभल मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु हरि शंकर जैन के कलेजे को ठंडक मिल गई… संभल में शांति दिखती है… लेकिन तनाव भरपूर है। घरों में सन्नाटा है। दरवाजों पर ताले लटके हुए हैं… लोग घर छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। गलियों में सिर्फ पुलिस फोर्स है। लोगों में आक्रोश है… और माहौल बिगड़ने का डर है… संभल का ताजा अपडेट क्या है… पूरी बात बताएंगे और ये भी बताएंगे कि झांसी के अस्पताल में किस भाजपा नेता ने कब्जा जमा रखा है… कौन हैं वो… जिसकी कंपनी अस्पताल में इलेक्ट्रीशियन की सप्लाई के लिए जिम्मेदार हैं…
और कैसे ये कंपनी 17 बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार है। कैसे अस्पताल में बीजेपी का नेता वॉर्ड ब्वॉय से इलेक्ट्रिशियन का काम करा रहा है… आप देख रहे हैं भारत एक नई सोच… मैं हूं पल्लवी राय… संभल में जब हिंसा भड़की तो पहले तीन लोगों की मौत की खबर आई… फिर गोली लगने से घायल 17 साल के कैफ ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा। 18 साल के अयान ने भी अस्पताल में आखिरी सांस ली…
पुलिस ने अब तक करीब 23 लड़कों को उठाया है। संभल में इंटरनेट बंद है और मुस्लिम घरों में छापेमारी चल रही है… रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने मुस्लिमों के घरों से खोखे औऱ हथियार बरामद होना दिखाया है… संभल के सपा सांसद ज़िया उर रहमान औऱ विधायक इक़बाल महमूद के ख़िलाफ़ दंगा भड़काने की एफआईआर दर्ज की है… आरोप है कि सांसद और विधायक ने सरकारी काम में बाधा डाली… मतलब सरकार कुछ भी करें…. कोई सवाल ना पूछे… वरना बाधा माना जायेगा! अब तक कुल दो हजार सात सौ पचास…
अज्ञात लोगों के खिलाफ सात मुकदमें दर्ज हुए हैं। पच्चीस गिरफ्तारियां हुई हैं… दंगाइयों के पोस्टर लगाए जा रहे हैं… ऑन कैमरा फायरिंग करने वाली पुलिस ने कह दिया है कि हमने कोई गोली नही चलाई… यानी मरने वाले अपनी जेब में गोली रखकर लाये थे और बिना हथियार के उन्होंने खुद को गोली मार ली…
मरने वाले लोगों को तमंचे से गोली मारी गई है… इस पर मुरादाबाद में सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने कहा कि पुलिस ने भीड़ पर देसी तमंचों से गोलियां चलाई होंगी। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा कि पुलिस को जैसे जैसे सबूत मिल रहे हैं। उसके मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक के बेटे सुहैल इकबाल पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगा है।
अपने सांसद पर एफआईआर के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं… इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज करा दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही…
23 नवंबर को पुलिस प्रशासन ने कहा कि अगले दिन 24 तारीख को दोबारा सर्वे किया जाएगा। पुलिस प्रशासन को यह आदेश किसने दिया? जब लोगों ने सर्वे का कारण जानना चाहा तो सर्किल ऑफिसर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसका विरोध करते हुए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। बदले में पुलिस कांस्टेबल से लेकर अधिकारी तक… सभी ने अपने सरकारी और निजी हथियारों से गोलियां चलाईं, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है। सपा नेता ने कहा कि संभल का माहौल खराब करने के लिए पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ याचिका दायर करने वाले लोग भी जिम्मेदार हैं। उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए… ताकि लोगों को न्याय मिल सके…
और संभल के मुद्दे पर चर्चा की मांग की… सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि संभल की घटना के लिए डीएम और एसपी जिम्मेदार हैं। जिन लोगों ने गोली चलाई हैं… उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। संभल में 25 नवंबर को एक बार फिर माहौल तनावपूर्ण हो गया… जब यूपी पुलिस ने जामा मस्जिद के सदर जफर अली को कस्टडी में लिया। जफर अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हिंसा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और मरने वालों को शहीद करार दिया। उन्होंने कहा कि SDM ने मस्जिद की हौज का पानी खाली करवाया। सीओ से पूछा तो उन्होंने गाली दी…
लाठी चलाई। धमकाया कि ज्यादा सवाल-जवाब करोगे तो ठोंक दूंगा। इससे लोगों में अफवाह फैली कि मस्जिद में खुदाई हो रही है और फिर ये हिंसा हुई…
Sambhal में मारे गए नईम की मां और बहन ने लगाया पुलिस पर आरोप
संभल में आगज़नी और पथराव के बीच जामा मस्जिद सर्वे का बवाल आसान भाषा में समझिए…
न्याय की मांग की। उन्होंने लिखा कि संभल में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया… बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है… उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया…
और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना – जिसकी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न यूपी के हित में है, न देश के। नेता प्रतिपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध किया। वहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि लगता है बीजेपी का पेट अभी मणिपुर से भरा नहीं है,
इसीलिए बीजेपी ने पूरे देश को मणिपुर बनाने की ठान ली है। संभल में हुआ विवाद योगी सरकार और पुलिस की नाकामयाबी नहीं… बल्कि मुसलमानों के ख़िलाफ़ उनकी नफ़रत का नतीजा है… जिस तरीके से ख़ाकी वर्दी पहनने वाले चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं, गोली चला बे… जिस तरीके से सर्वे करने वालों के साथ नारेबाजी करते लोग चल रहे हैं… ये इस ओर इशारा करता है कि षड्यंत्र के तहत पूरा मामला रचा गया है… एक पैटर्न है… जहाँ सुर्ख़ियाँ बटोरने के लिए कुछ लोग लोअर कोर्ट में अपील डालेंगे… फिर ऑर्डर आएगा…
Sambhal Jama Masjid: बवाल होगा… BJP अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकेगी… लेकिन जिन लोगों की जान जाएगी उसका ज़िम्मेदार कौन है? कौन देश में हर वक़्त नफ़रत भड़काये रखना चाहता है, कौन चाहता है हर वक़्त सियासी उबाल रहे, कौन मारने काटने की बातें करता है, इस देश को बाँटने का एजेंडा… योगी मोदी क्यों चला रहे हैं? इधर संभल के एसपी ने इंटरनेट बैन को एक दिन के लिए बढ़ाने का ऐलान किया है। मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। वहीं पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने कहा कि संभल में प्रशासन ने विद्वेष की भावना से की कार्रवाई की है।
Sambhal Jama Masjid: उन्होंने 28 नवंबर को संभल जाने का ऐलान किया है। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यूपी में न्याय… गोली से हो रहा है और यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जा सकती… यह एक साजिश है और गरीब लोग इसका शिकार हो रहे हैं। और अब आपको झांसी के उस अस्पताल की सच्चाई बताते हैं जहां 10 नवजात बच्चे सरकारी अस्पताल में जलकर मर गए… बाद में 7 और बच्चों ने अस्पताल में दम तोड़ा। तो सवाल ये है कि अस्पताल में चल क्या रहा था।
झांसी के इस सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने खुफिया कैमरे पर माना है कि अस्पताल में इलेक्ट्रीशियन की सप्लाई का ठेका बीजेपी नेता की कंपनी के पास है। और ये नेताजी अस्पताल में सफाई कर्मचारियों और वार्ड ब्वॉय से इलेक्ट्रीशियन का काम करा रहे हैं। कमीशनखोरी के चक्कर में घटिया क्वालिटी की वायरिंग कराई गई… 2 महीने पहले भी अस्पताल में स्पार्किंग की घटना हुई थी…
जिसे वार्ड ब्वॉय ने ही ठीक किया था… वायरिंग में खराब सामान लगाने का जब ऑडिट हुआ… तब भी सवाल उठाए गए… लेकिन कुछ नहीं सुधरा… रिपोर्ट्स के मुताबिक झांसी मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स मैनपावर की सप्लाई का काम वाजपेयी ट्रेडर्स और ऑल सर्विसेस ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के पास है। ये कंपनी मुंबई की है… जबकि वाजपेयी ट्रेडर्स 10 साल से मेडिकल कॉलेज में काम कर रही है। जो झांसी के रहने वाले भाजपा नेता सुभाष वाजपेयी की है। इस कंपनी के दूसरे पार्टनर राजेश उपाध्याय भी झांसी के एक बड़े कद्दावर भाजपा नेता के करीबी हैं।
सुभाष वाजपेयी और उनके दूसरे पार्टनर राजेश उपाध्याय वाजपेयी ट्रेडर्स के अलावा चार और कंपनियां चलाते हैं। और ये सब कंपनियां झांसी मेडिकल कॉलेज में अलग-अलग काम करती हैं। सुमन मेडी स्टोर्स प्राइवेट लिमिटेड और मां पीताम्बरा फॉर्मेसी दवा की सप्लाई करती हैं। अस्पताल में मरीजों को दवा बेचती हैं। ओम भद्रकाली डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर मरीजों का एक्स-रे, सोनोग्राफी और एमआरआई करती है। एक और कंपनी बाजपेयी ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड भी झांसी मेडिकल कॉलेज कैंपस में है। दोनों पार्टनर का झांसी से लखनऊ तक कनेक्शन है।
यही वजह है कि झांसी मेडिकल कॉलेज में इनका नेक्सस फैला हुआ है। सत्ता के रसूख और अफसरों से सांठगांठ करके कई साल से ये मेडिकल कॉलेज में कब्जा जमाए हुए हैं। नतीजा 15 नवंबर की रात शॉर्ट सर्किट हुआ… और 17 मासूमों की जान चली गई… भाजपा नेता की कमीशन खोरी के चक्कर में 17 परिवार बेहाल हो गए… यही रामराज है। यही सत्ताधीश हैं… 17 बच्चे जलकर मर गए… और फिर संभल जल गया…