Telangana: एक ऐसी लड़की जो अपनी जान पर खेलकर बेजुबानों की जान बचाती है। उस लड़की का नाम ‘मोहम्मद सूमा’ है। वह तेलंगाना की महबूबाद में रहती है। उसकी उम्र मात्र 21 वर्ष है। इसी छोटी सी उम्र में उन्होंने सैकड़ों जानवरों को नया जीवन दिया है। वो पिछले 10 सालों से जानवरों की सेवा करने को मिशन बना चुके हैं। अभी हाल ही में उन्होंने 40 फीट गहरे कुएं में गिरे लोमड़ी के बच्चे को सुरक्षित निकाला है। दवा यह किया गया है कि वह अब तक 120 से ज्यादा जानवरों को बचा चुकी हैं।
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Telangana के महबूबादा में रहने वाली 21 वर्ष की मोहम्मद सूमा जानवरों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है। यह दावा है कि वह अभी तक 120 से ज्यादा जानवरों को बचा चुकी हैं। सूमा ने जानवरों को बचाने का काम 11 वर्ष की उम्र से शुरू किया। सिर्फ इतना ही नहीं सूमा ने वीमर जानवरों के लिए अपने घर में एक शेड बनाया हुआ है। जहां वह उसकी देखभाल करती हैं। वो गाय, बिल्ली, कुत्ते और पक्षियों के अलावा तेंदुआ तथा अजगर की भी रक्षा कर चुकी है।
दिन हो या फिर रात मुसीबत में पड़े किसी भी तरह के जानवरों के लिए सूमा हर वक्त खड़ी रहती हैं। अगर जानवरों को चोट लग जाए तो वह उसको रेस्क्यू कर उनका बेहतर इलाज करती हैं। ठीक हो जाने पर पुनः उन्हें छोड़ देती हैं उनके घर यानी कि जंगल में।
यह काम सूमा के लिए बड़ा चैलेंज है। इतनी छोटी सी उम्र में भी अच्छे से अच्छे लोगों को सबक देती हैं। प्राकृति प्रेम करना सिखाती है तथा स्वयं पर्यावरण बचाने के लिए दिन रात मेहनत करती रहती हैं। सूमा को उनकी इस नेक काम के लिए उनके माता-पिता भी नहीं रोकते बल्कि वह उसे और भी प्रेरित करते हैं। इसी सोच के साथ ही सूमा तथा उनका परिवार पर्यावरण बचाने में एक छोटी सी कड़ी निभा रहा है।
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वह बीमार जानवरों का खूब ख्याल रखती हैं। सूमा का ऐसा कहना है कि जानवरों को बचाने के लिए बस दिन-रात नहीं देखती है। वो हर वक्त कोशिश करती हैं। उन्हें अपने माता-पिता से जानवरों की सेवा करने की सीख मिली। वह पर्यावरण को बचाने के लिए हर वक्त कोशिश करती रहती हैं। बीमार जानवरों को अपने घर में रखती हैं सिर्फ कुत्ते बिल्ली ही नहीं बल्कि उन्होंने अभी तक तेंदुआ तथा अजगर का भी ध्यान रखा हुआ है। वह एक निडर महिला है। सूमा की बहादुरी तथा पशु सेवाओं के सम्मान में, तेलंगाना के राज्यपाल साईं सांद्रा राजन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के अवसर पर आयोजित एक समारोह में उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था।