Surya Grahan: भारत में दीवाली के तुरंत बाद सूर्यग्रहण लगने वाला है । भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार 25 अक्टूबर को भारत में आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा । हालांकि यह भारत में सभी जगहों पर नहीं दिखाई देगा । मंत्रालय के अनुसार यह सूर्यग्रहण आंशिक होगा । बता दें कि इस साल यह दूसरी बार होगा जब सूर्यग्रहण लगेगा । मंत्रालय ने जानकारी दी है कि यह सूर्यग्रहण सूर्यास्त से पहले अपराह्न में शुरू होगा और सूर्यास्त के बाद भी यह जारी रहेगा । बता दें कि भारत के अधिकांश स्थानों से इसे देखा जा सकेगा ।
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भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार इस साल लगने वाला यह दूसरा सूर्यग्रहण होगा जो कि अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा । हालांकि फिर भी भारत में कुछ जगहों से इसे नहीं देखा जा सकेगा । जिन स्थानों से आंशिक सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा उनमें पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ क्षेत्र शामिल हैं ।
बता दें कि यह आंशिक सूर्यग्रहण आइजॉल ,ईटानगर,डिब्रूगढ़, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, इम्फाल,कोहिमा, सिबसागर,सिलचर और तामलोंग में नहीं दिखाई देगा । हालांकि भारत के अन्य स्थानों से इस आंशिक सूर्यग्रहण को देखा जा सकेगा । वहीं अगर दुनियाभर की बात करें तो यह आंशिक सूर्यग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व,अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चिमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर एवं उत्तर हिंदमहासागर में दिखेगा ।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जानकारी दी है कि राजधानी दिल्ली में अधिकतम ग्रहण का समय चंद्रमा द्वारा सूर्य के आच्छादन का प्रतिशत 44 रहेगा वहीं मुंबई में यह प्रतिशत 24 रहेगा । वहीं पृथ्वी मंत्रालय ने ये भी जानकारी दी कि सूर्यास्त के बाद भी ग्रहण जारी रहेगा । जहां राजधानी दिल्ली में ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त तक 1 घण्टे 13 मिनट तक रहेगी तो वहीं मुंबई में यह अवधि 1 घण्टे 19 मिनट की होगी । जबकि चेन्नई में ग्रहण की अवधि कम होगी और इसे प्रारम्भ होने से लेकर सूर्यास्त तक 31 मिनट जबकि कोलकाता में यह मात्र 12 मिनट दिखेगा ।
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मंत्रालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण आंशिक भले ही हो किंतु यह सूर्यास्त के बाद भी जारी रहेगा । मंत्रालय के अनुसार 25 अक्टूबर को लगने वाले आंशिक सूर्यग्रहण का अंत नहीं दिखेगा क्योंकि यह सूर्यास्त के बाद भी जारी रहेगा । भारत मे उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिकतम ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा का आच्छादन करीब 40-50 % होगा । वहीं सूर्यग्रहण के उच्चतम समय पर देश के अन्य हिस्सों में आच्छादन का प्रतिशत कुछ कम होगा । बता दें कि भारत मे अगला सूर्यग्रहण 5 साल बाद लगेगा । अगला सूर्यग्रहण 2 अगस्त 2027 को लगेगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण होगा ।
Surya Grahan तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है । ऐसे में ये तीनों एक सीध में आ जाते हैं । वहीं आंशिक Surya Grahan तब लगता है जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढक पाती है । बता दें कि सूर्यग्रहण के समय कुछ सावधानियां रखी जानी चाहिए और इसे कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखा जाना चाहिए । यदि चंद्रमा सूर्य के अधिकांश हिस्से को ढक दे तब भी इसे खुली आँखों से नहीं देखना चाहिए । इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है । यदि सूर्यग्रहण को देखना है तो उसके लिए एलुमिनी माइलर,काले पॉलीमर, कांच का उपयोग करें ।