Ukraine
Ukraine: दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार की अगर बात होगी तो यकीनन उसमें नोबेल पुरस्कार का नाम लिया जाएगा । इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का मिलना किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे अद्भुत लम्हा होता है । वहीं नोबेल पुरस्कार जिस व्यक्ति को मिलता है वह भी कोई साधारण व्यक्ति नहीं होता बल्कि अपने कार्यक्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन करने वाला ही इस पुरस्कार के योग्य होता है । अब एक बार फिर से नोबेल पुरस्कार चर्चा में है ।
यद्यपि इस बार अलग कारणों से । वैसे तो जब भी नोबेल पुरस्कारों की घोषणा होती है इसकी चर्चा पूरी दुनिया मे ही होती है परंतु इसके अलावा भी नोबल पुरस्कार से जुड़े किसी काम को लेकर इसकी चर्चा होना लाजिमी है ।
यही कारण है कि रूस के एक नोबेल पुरस्कार विजेता पत्रकार आजकल सुर्खियों में छाए हुए हैं । दिमित्री मुरातोव नामक इस पत्रकार को साल 2021 में पत्रकारिता के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था । इन्ही पत्रकार ने अपने इस विशिष्ट और प्रतिष्ठित सम्मान को नीलाम करके 800 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाई है । वजह जानकर आप भी इस नोबेल पुरस्कार विजेता पत्रकार के इस नोबेल कार्य को सलाम कर उठेंगे।
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द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव द्वारा हेरिटेज नीलामी में बेचे गए नोबल पुरस्कार की नीलामी 103.5 मिलियन डॉलर (800 करोड़ रुपये ) में हुई है । हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आ सकी है कि मुरातोव के इस प्रतिष्ठित नोबल पुरस्कार को किस व्यक्ति या संस्था ने खरीदा है ।
दिमित्री मुरातोव रूस के जाने माने पत्रकार हैं । उनके इस निर्णय की हर कहीं प्रशंसा हो रही है ।
साल 2021 में पत्रकारिता के क्षेत्र में विचारों की स्वतंत्रता को क़ायम रखने के लिए इस रूसी पत्रकार को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार मिला था। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार अब इस रूसी पत्रकार ने अपने इस नोबेल पुरस्कार को एक नीलामी में बेच दिया है । इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के बदले हेरिटेज ऑक्शन में दिमत्री मुरातोव को 800 करोड़ रुपये मिले हैं ।
रिपोर्ट के मुताबिक रूसी पत्रकार दिमित्री मुरातोव इस राशि को युद्धरत यूक्रेन में बेघर हुए परिवारों के बच्चों को बसाने और बेहतर जीवन देने के लिए दान कर देंगे । रूसी पत्रकार यह राशि दुनियाभर में कुपोषित ,बेघर बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था यूनिसेफ को दान कर देंगे ताकि रूस और यूक्रेन के युद्ध मे मारे गए या बेघर हुए यूक्रेनी परिवारों के बच्चों का भविष्य सँवारा जा सके ।
रूस की सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जाने जाने वाले दिमित्री मुरातोव रूस के प्रसिद्ध और लोकप्रिय अखबार नोवाया गजेटा के एडिटर इन चीफ हैं । दिमित्री मुरातोव ने यूक्रेन पर थोपे गए रूस द्वारा युद्ध को युद्ध कहकर ही सम्बोधित किया है । बता दें कि पिछले कई महीनो से रूस और यूक्रेन के बीच चले आ रहे युद्ध को रूसी सरकार युद्ध नहीं मानती है और इस कार्यवाही को युद्ध कहने वाले किसी भी व्यक्ति, संस्था को रूसी सरकार कड़े दंड देती है ।
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गौरतलब है कि रूस द्वारा यूक्रेन पर किये जा रहे हमले को रूसी सरकार “विशेष सैन्य कार्यवाही” बताती है । विचारों की स्वतंत्रता बनाये रखने के लिए 2021 में नोबेल पुरस्कार विजेता पत्रकार दिमित्री मुरातोव के अखबार नोवाया गजेटा को इसी लिए तब बन्द कर दिया गया था जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था ।
रूस के जाने माने पत्रकार और नोवाया गजेटा के एडिटर इन चीफ दिमित्री मुरातोव को साल 2021 में फिलीपींस की पत्रकार मारिया रेसा के साथ संयुक्त रूप से दिया गया था ।बता दें कि मारिया रेसा फिलीपींस की एक न्यूज साइट रैपलर की को-फाउंडर हैं ।