Rohingya Infiltration: बुधवार को बिहार के कटिहार रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस ने 8 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया जो भारत के नहीं थे । 6 युवतियों को ले जा रहे 2 युवकों सहित कुल 8 संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है । पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति से सफर कर रहे इन संदिग्धों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है । रेलवे पुलिस ने कटिहार स्टेशन पर जब इन्हें गिरफ्तार किया तब मालूम हुआ कि ये रोहिंग्या हैं जो बिना किसी पहचान के दिल्ली जा रहे थे ।
6 युवतियों को साथ ले जा रहे 2 युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है । वहीं जानकारी सामने आई है कि ये युवक इन युवतियों को म्यांमार के शरणार्थी कैम्प से लेकर दिल्ली ले जा रहे थे । प्रारंभिक पूछताछ में इस बात की जानकारी सामने आई है कि ये रोहिंग्या युवक युवतियों को दिल्ली में छोटे मोटे घरेलू काम या फिर देह व्यापार करवाने ले जा रहे थे हालांकि खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार रोहिंग्या मुस्लिमों से गहन पूछताछ करेंगी । बता दें कि रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इन संदिग्ध रोहिंग्या को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
इस पोस्ट में
कटिहार के रेलवे पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार चौधरी ने बताया कि पूर्वोत्तर सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस से पकड़े गए 2 पुरुष और 6 महिला रोहिंग्या को गिरफ्तार कर सघन पूछताछ की जा रही है । पूछताछ में जो जानकारी सामने आई है उसके आधार पर मामले की छानबीन की जा रही है । रेल पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक टीम गठित की गई है । अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसमें इन युवतियों को दिल्ली घरेलू काम कराने के उद्देश्य से ले जाने की जानकारी मिली है । सघन पूछताछ जारी है । उसके बाद ही पूरे मामले की जानकारी होगी ।
भारत में बांग्लादेशी रोहिंग्या की पूर्वोत्तर के रास्ते घुसपैठ कराई जा रही है । बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैम्प से म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों को पूर्वोत्तर के रास्ते भारत के विभिन्न राज्यों में घुसपैठ कराई जा रही है । बता दें कि रोहिंग्या की दिल्ली सहित भारत के विभिन्न भागों में घुसपैठ को देश के लिए बड़ा सुरक्षा खतरा माना जा रहा है । इससे पहले इस तरह की घटनाएं भी हो चुकी हैं जिनमें रोहिंग्या का हाथ होने की बात सामने आई थी । बता दें कि कुछ साल पहले बोधगया में हुए बमविस्फोट में भी रोहिंग्या का हाथ होने की बात सामने आई थी ।
बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैम्प में रहने वाले म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमान बांग्ला भाषा अच्छी तरह बोल समझ लेते हैं । यही नहीं इनका पहनावा और रहन सहन भी बांग्ला लोगों के जैसा ही है । यही वजह है कि बांग्ला लोगों की आबादी में आसानी से घुलमिल जाते हैं और पहचान नहीं आते । यही कारण है कि ये लोग यहां आसानी से बिना पहचान जाहिर हुए बस जाते हैं
बांग्लादेश के कैम्पों से लाये जाने वाले रोहिंग्या आतंकी संगठनों जैसे हुजी आदि के लिए सॉफ्ट टारगेट रहे हैं । आतंकी गतिविधियों में लिप्त ये संगठन आसानी से इनका इस्तेमाल कर लेते हैं । बता दें कि आतंकी संगठन हुजी की नजर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रोहिंग्या पर रहती है । खुफिया सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश से लगती पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में रोहिंग्या की घुसपैठ करवाई जा रही है ।
इस बात की जानकारी सामने आई है कि रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ पूर्वोत्तर रेलवे से वाया कटिहार होकर करवाई जा रही है । पिछले 2 वर्षों में रेलवे पुलिस को कई अवैध Rohingya Infiltration मिले हैं जिनके पास से फर्जी आधार, वोटर कार्ड और रेल टिकट पाए गए हैं । बता दें कि नवम्बर 2020 में एनजेपी स्टेशन पर 14 रोहिंग्या शरणार्थियों को गिरफ्तार किया गया था । पूछताछ में इस बात की जानकारी सामने आई है कि इन रोहिंग्या को फर्जी आधार, वोटर कार्ड घुसपैठ करवाने वाले लोगों के एजेंटों द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है ।