Prayagraj Violence: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा और पत्थरबाजी का मास्टरमाइंड बताया जा रहा मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप का 2 मंजिला मकान रविवार को ध्वस्त कर दिया गया । प्रयागराज विकास प्राधिकरण( PDA) ने इस ध्वस्तीकरण प्रक्रिया को अंजाम दिया । बताया जा रहा है कि मकान का सामने वाला हिस्सा अवैध रूप से बनाया गया था जिसके लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जावेद पंप को पहले ही नोटिस दिया था जिसके बाद अब कार्यवाही हुई है । बता दें कि जावेद पंप पर शुक्रवार को हुई हिंसा का जिम्मेदार माना जा रहा है ।
उसे Prayagraj Violence के अगले दिन यानी शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था । फिलहाल उसके मोबाइल को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है । माना जा रहा है कि मोबाइल से काफी अहम जानकारियां मिल सकती हैं । बता दें कि प्रशासन का आरोप है कि व्हाट्सएप और कॉल्स के जरिये जावेद पंप ने लोगों को उकसाया और हिंसा भड़काने में मदद की ।
फिलहाल उसके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है और डिलीट किये गए msg और कॉल्स को फोरेंसिक लैब के जरिये रिकवर किया जा रहा है जिससे तमाम अहम जानकारियां मिल सकती हैं । बता दें कि अब तक प्रयागराज हिंसा में 65 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 5000 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है ।
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शुक्रवार 10 जून को प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के अटाला स्थित आवास पर बुलडोजर से मकान गिराने की प्रक्रिया सम्पन्न हुई । प्रयागराज विकास प्राधिकरण के सचिव और अन्य अधिकारियों ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रविवार दोपहर करीब 12 बजे जावेद पंप के आवास पर पहुंचे।
सुरक्षा के मद्देनजर पीडीए ने अतिरिक्त फोर्स की मांग जिला प्रशासन से की थी जिसके तहत उन्हें इस कार्यवाही को निर्विघ्न पूर्ण करने के लिए RAF और PAC के साथ ही कई थानों की फोर्स भी मुहैया करवाई गई । 2 बुलडोजरों ने मिलकर करीब 5 घण्टे में जावेद पंप के अवैध निर्माण वाले हिस्से में बने मकान को ढहा दिया ।
PDA के अधिकारियों ने बताया कि अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण की कार्यवाही पहले से ही तय थी । बता दें कि पीडीए ने जावेद पंप को 10 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और 24 मई को सुनवाई के लिए पेश होने का आदेश दिया था । हालांकि पीडीए के अधिकारियों के मुताबिक जावेद ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया न ही सुनवाई के लिए हाजिर हुआ । पीडीए का आरोप है कि जावेद ने अपने मकान के ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर पर 250×60 फिट का अवैध निर्माण किया था जिसके तहत उसे नोटिस जारी की गई थी ।
Prayagraj Violence जब कोई जवाब जावेद की तरफ से नहीं आया तो 25 मई को ध्वस्तीकरण के आदेश दिए गए थे । इस आदेश की कॉपी जावेद के मकान के मुख्य गेट पर चस्पा कर दिया गया था । पीडीए की तरफ से जावेद को सूचना दी गयी कि 9 जून तक अवैध हिस्से को तोड़ दें । जब जावेद की तरफ से अवैध हिस्सा नहीं ढहाया गया तब अथॉरिटी ने 10 जून को एक लेटर मकान ध्वस्तीकरण को लेकर जारी किया और 12 जून को सुबह 11 बजे तक मकान खाली करने को कहा ।
इसी के तहत रविवार को करीब 12.45 पर पीडीए प्रशासन के साथ मकान ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करने पहुंचा और 5 घण्टे में मकान को मलबे में तब्दील कर दिया।
Prayagraj Violence के मास्जाटरमाइंड जावेद पंप के वकील के के राय ने कार्यवाही को अवैध ठहराते हुए कहा कि उनके मुवक्किल के साथ नाइंसाफी हुई है । उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जिस जगह पर मकान गिराया गया है वहीं पर फिर से मकान बनवाया जाएगा । उन्होंने तो ये भी कहा कि वह मकान प्रयागराज विकास प्राधिकरण के पैसों से ही बनवाएंगे। जावेद पंप के वकील के के राय ने कहा कि उनके मुवक्किल को 24 घण्टे का भी समय घर खाली करने के लिए नहीं दिया गया ।
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उन्होंने कहा कि वह मकान जावेद की पत्नी परवीन फातिमा के नाम पर था जिसे अवैध रूप से ढहा दिया गया । उन्होंने कहा कि जावेद आरोपी थे उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि उनकी पत्नी के नाम पर बने मकान को तोड़ दिया गया जिससे उनकी पत्नी और 2 बेटियां बेघर हो गए हैं ।
बता दें कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली में पढ़ रही जावेद पंप की बेटी आफरीन फातिमा पर भी पिता जावेद को सलाह देने के आरोप लगाए जा रहे हैं । MA करके पीएचडी की तैयारी में जुटीं आफरीन फातिमा यूनिवर्सिटी में चर्चित चेहरा हैं और CAA प्रोटेस्ट तथा अन्य आन्दोलनों में हिस्सा लेती रही हैं । उनका एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमे वह अफजल गुरु के समर्थन में भारतीय न्याय व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं ।
बता दें कि जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप राजनीति में भी सक्रिय हैं और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के जिलाध्यक्ष हैं । वह शहर की पीस कमेटियों में भी हिस्सा लेते रहे हैं ।