Categories: News

Prayagraj: Platelets की जगह चढ़ाया ‘मौसमी का जूस’, मरीज की हुई मौत, जांच होने तक अस्पताल सील

Published by

Prayagraj: Doctor instead mosami juice as plasma patient, यूपी के Prayagraj से चौंकाने वाला और बड़ा ही शर्मनाक, अजीबों-गरीब मामला सामने आया है। डेंगू के बढ़ते जा रहे हैं संक्रमित लोगों को इलाज की आड़ में मौत दी गई है। दरअसल यहां के एक अस्पताल में ब्लड प्लाजमा के बजाय मोसंबी फल (Dengue Patient Mosambi Juice) का जूस सप्लाई करने का आरोप लगाया गया है। इतना ही नहीं मोसंबी जूस चढ़ाए जाने के कारण एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। जिस अस्पताल में यह चौंकाने वाली घटना हुई है उसे फिलहाल सील कर दिया है।

वहीं अन्य एडमिट हुए पेशेंट को को अन्य हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। ट्विटर पर इस वाकए से जुड़ा हुआ एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें इस मामले को Prayagraj के झलवा में मौजूद ग्लोबल हॉस्पिटल का बताया गया है। मृतक व्यक्ति को 17 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां 19 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई।

डॉक्टर ने 8 यूनिट प्लेटलेट्स का इंतजाम करने को कहा

प्रदीप कुमार पाण्डेय के करीबी सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि जब उनके जीजा प्रदीप कुमार पाण्डेय की प्लेटलेट्स घट कर 12-13 हज़ार तक पहुंच गई तो मौजूद डॉक्टरों ने उनसे 8 यूनिट प्लेटलेट्स का इंतजाम करने को कहा था। मृतक शख्स के परिजनों ने 3 यूनिट प्लेटलेट्स मैनेज भी किए थे। उस बाद प्रदीप की हालत में थोड़ा सा सुधार भी हुआ था लेकिन बाकी पांच यूनिट प्लेटलेट्स नहीं मिल रहे थे।

25 हज़ार रुपये में खरीदें 5 यूनिट प्लेटलेट्स

Prayagraj

तभी अस्पताल की बिल्डिंग के मालिक के बेटे सतीश साहू ने 5 यूनिट प्लेटलेट्स का इंतज़ाम करने के बदले में 25 हज़ार रुपये की मांग की थी। लाचार और बेबस प्रदीप के घर वालों ने सतीश साहू से 25000 रुपये में 5 यूनिट प्लेटलेट्स खरीदे। किंतु,  जब प्रदीप को प्लेटलेट्स चढ़ा तो उनकी हालत और भी बिगड़ने लगी और अस्पताल प्रबंधन ने अपने हाथ खड़े कर लिए। अस्पताल कि डॉक्टर ने प्रदीप को कहीं और ले जाने को कहा।

प्रदीप की किडनी हो चुकी थी डैमेज

18 अक्टूबर को प्रदीप के घर वाले उन्हें दूसरे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन प्रदीप की हालत काफी बिगड़ चुकी थी। प्रदीप की किडनी डैमेज हो चुकी थी और कई नसें भी फट चुकीं थीं। तभी प्रदीप के घर वालों नए 25 हज़ार रुपये में खरीदे गए 5 यूनिट प्लेटलेट्स में से बची एक यूनिट प्लेटलेट्स उस निजी अस्पताल के डॉक्टरों को दिखाई तो उन्होंने कहा इसमें प्लेटलेट्स नहीं है, बल्कि मौसमी (Dengue Patient Mosambi Juice) का जूस है और साथ में केमिकल भी मिला हुआ है।

डेंगू पेशेंट को बेच रहे मौसमी का जूस

Prayagraj

Singer चाय वाला, इनके वहा चाय पीजिए और गाना सुनिए फ्री में 

मुस्लिम लड़कियों के स्कूल और कॉलेज स्तर का अध्ययन,जाने कितनी हुई बढ़ोतरी?

Prayagraj में डेंगू फैलने के बाद मानवता को परे रखते हुए कुछ लोग इन दिनों यह धंधा जोरों पर चला रहे है। लोगों का मन  प्लेटलेट्स की कालाबाजारी करने से नहीं भरता है तो लोइ प्लेटलेट्स की जगह केमिकल मिला मौसमी (Dengue Patient Mosambi Juice) का जूस भी डेंगू पेशेंट को बेचते हैं। प्रदीप की हालत लगातार बिगड़ती ही चली गई और 19 अक्टूबर को प्रदीप की मौत हो गई। प्रदीप की उम्र सिर्फ 32 साल थी और भरा पूरा परिवार था। प्रदीप के करीबी सौरभ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएं।

Prayagraj

घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर जिला प्रशासन हरकत में आया है। वहीं CMO ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दो डॉक्टरों की जांच टीम गठित की है। जांच टीम ने मरीज को मौसमी का जूस और केमिकल चढ़ाने वाले अस्पताल के संचालक का बयान लिया है। वहीं प्रदीप की पत्नी के भाई सौरभ से भी मामले की पूरी जानकारी ली है।

Recent Posts