इस पोस्ट में
भारत देश के यशश्वी PM Modi का ये ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसके जरिए सेना में भर्ती हो रहे जवानों की औसतन उम्र कम करने का प्रयास रहेगा। और रक्षा बलों में होने वाले खर्चों में भी कमी लाई जाएगी. बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं (अग्निवीर) को सेना में शामिल किया जाएगा. हालांकि, चार साल के बाद ज्यादातर जवानों को उनकी सेवा से रिहा कर दिया जाएगा।
PM Modi के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सेना भर्ती में सुधारों को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है. सूत्रों से यह पता चला है कि केंद्र सरकार अगले हफ्ते ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ (Agnipath recruitment scheme) का ऐलान कर सकती है. हालांकि इस से पहले कहा जा रहा था कि आज इस योजना का ऐलान किया जा सकता है. इससे पहले तीनों सेनाओं के मुख्य चीफ यानी थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे,
एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने पिछले हफ्ते PM Modi को इस योजना का प्रेजेंटेशन भी सौंपा था. इस योजना के तहत सेना में युवा कम समय के लिए सेना में भर्ती हो सकेंगे. इस योजना को अग्निपथ जैसा नाम दिया गया है. इसके तहत भारत देश के युवा मात्र चार साल के लिए सेना में शामिल हो सकते हैं और देश की सेवा करने का अपना सपना पूरा कर सकेंगे।
भारत देश के यशश्वी PM Modi का यह सपना रहा है कि देश का हर नौजवान अपने देश की सेवा कर सके चाहे वो किसी भी छेत्र का हो।इसलिए उन्हीने अग्निपथ जैसे मिशन को लांच करने की बात कही है। जिसके वजह से सेना में शामिल हो रहे जवानों की औसतन उम्र कम करने का प्रयास किया जाएगा। और रक्षा बलों में होने वाले अतिरिक्त खर्चों में भी कमी लाई जाएगी. बताया यह जा रहा है कि इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं (अग्निवीर) को सेना में दाखिल किया जाएगा. हालांकि, चार साल के बाद ज्यादातर जवानों को उनकी सेवा से हटा दिया जाएगा।
बिहार की लिट्टी के बाद, बिहार की लस्सी हो रही वर्ल्ड फेमस, ये कौन लस्सी है भाई? किस चीज की बनती है?
इस शख्स को समुद्र में मिली विशालकाय झींगा मछली; किया 100 साल उम्र होने का दावा
चार साल के लंबे अंतराल के बाद जिन युवाओं को सेना की नौकरी से मुक्त किया जाएगा, उन्हें दूसरी जगह नौकरी दिलवाने में भी सेना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. तर्क दिया जा रहा है कि सेना में अगर कोई चार साल कार्य कर लेगा, तो उसकी प्रोफाइल बहुत मजबूत बन जाएगी और हर कंपनी ऐसे युवाओं को हायर करने में अपनी दिलचस्पी दिखाएंगी.इसके अलावा सेना में 25 फीसदी जवान हमेशा के लिए बने रह पाएंगे जो निपुण और सक्षम होंगे. हालांकि,
ये भी तभी मुमकिन रहेगा अगर उस समय सेना में भर्तियां निकलीं हों. इस प्रोजेक्ट की वजह से सेना को करोड़ों रुपये की बचत भी होने का अनुमान लगाया जा रहा है. जिस से की एक तरफ पेंशन कम लोगों को देनी पड़ेगी तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी वेतन में भी बचत हो जाएगी.