Mallikarjun Kharge: 80 साल के मल्लिकार्जुन खड़गे देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे । कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद खड़गे की बड़ी जीत हुई है । मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल शशि थरूर को बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की है । बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे को चुनाव में 7897 वोट हासिल हुए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को महज 1072 वोट ही हासिल हो सके ।
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे 24 साल बाद पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जो पार्टी अध्यक्ष बनने वाले गैर-गांधी परिवार से हैं । 1998 से अब तक सोनिया गांधी ही पार्टी की कमान संभालती आ रही हैं । हालांकि 2017-19 तक 2 वर्ष राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष रहे ।
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80 वर्षीय Mallikarjun Kharge कांग्रेस के सबसे पुराने नेताओं में से एक हैं । उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है । कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस आलाकमान खड़गे को ही समर्थन देगा । माना जा रहा है कि खड़गे को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए गाँधी परिवार ने पार्टी नेताओं से अपील की थी यही वजह है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में कुल पड़े 9497 वोट में से मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट हासिल हुए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और सांसद शशि थरूर को सिर्फ 1072 वोट ही हासिल हो सके ।
चुनाव नतीजे आने के बाद शशि थरूर ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और जीत के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई दी है । कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बहुत ही सम्मान और जिम्मेदारी की बात है। अध्यक्ष के रूप में चुने गए खड़गे जी की सफलता की कामना करते हैं । उन्होंने आगे लिखा कि 1072 शुभचिंतकों का समर्थन मिलना मेरे लियव सौभाग्य की बात थी ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के पार्टी अध्यक्ष बनते ही जश्न का माहौल शुरू हो गया है । कांग्रेस पार्टी कार्यालय के बाहर खड़गे समर्थक ढोल नगाड़ों के साथ जीत का जश्न मना रहे हैं वहीं नवनिर्वाचित पार्टी अध्यक्ष से मिलने सचिन पायलट सहित कई नेता पहुंचे हैं ।
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मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत से ही कांग्रेस की वर्षों से चली आ रही परम्परा पर विराम लग गया है। बता दें कि पार्टी की स्थापना के बाद से लेकर अब तक ज्यादातर समय पार्टी की कमान गांधी परिवार के हाथ मे ही रही है । पिछले 24 वर्षों से यह कमान सोनिया गांधी के हाथ मे थी । हालांकि बीच मे 2 साल राहुल गांधी भी कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर आसीन रहे । राहुल गांधी 2017-19 तक अध्यक्ष रहे लेकिन 2019 के आम चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद इस्तीफा सौंप दिया था।
साथ ही उन्होंने ये भी घोषणा की थी कि वह अब कभी भी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेंगे । यही वजह है कि इस बार के पार्टी अध्यक्ष चुनाव में गांधी परिवार से कोई भी खड़ा नहीं हुआ । बता दें कि 24 साल पहले 1998 में अंतिम बार कोई गैर गांधी परिवार से अध्यक्ष बना था । तब ये जिम्मेदारी सीताराम केसरी को मिली थी ।
मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के पुराने और वरिष्ठ नेता हैं । वह कई दशकों से सक्रिय राजनीति में हैं । कर्नाटक के बीदर से आने वाले खड़गे ने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की है और कुछ समय तक वकालत भी की । खड़गे सबसे पहले कर्नाटक के गुलबर्ग सिटी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे । इसके बाद 1972 में वह पहली बार विधायक चुने गए जिसके बाद से 2009 तक वह 9 बार विधायक निर्वाचित हुए हैं । वह कई बार सांसद भी रहे हैं । वह मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे । बता दें कि खड़गे 2005 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे ।