Israel Palestinian Clash: बुधवार की तड़के येरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद में इजरायली पुलिस की फिलिस्तीनी नमाजियों से झड़प हो गई, इस हमले के विरोध में अरब देशों से उग्र प्रतिक्रियाएं आ रही है। तुर्की के प्रेसिडेंट रजब तैयब एर्दोगान (president of Türkiye) ने भी इस हमले की निंदा करते हुए फ़िलिस्तीनियों को अकेला नहीं समझने की चेतावनी दी है।
इस हमले के कुछ देर बाद गाजा स्ट्रिप से इजराइल (Israel Palestinian Mosque Clash Update) में 9 रॉकेट दागे गए। इजराइली आर्मी के अनुसार उन्होंने 5 रॉकेट को मार गिराया, जबकि बाकी खुले मैदान में जा गिरे थे। अब तक किसी भी ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि अटैक (Hamas On Police Raid At Al Aqsa) आतंकी संगठन हमास की तरफ से किया गया था। उस बाद इजराइली सेना (police strikes into jerusalem al aqsa mosque) ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा में लड़ाकू विमानों से अटैक किया।
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फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, कम से कम 400 फिलिस्तीनियों को बुधवार (Israel Police Attack Palestinian) को गिरफ्तार किया गया और इजरायल की हिरासत में रखा गया। उन्हें कब्जे वाले पूर्वी येरुशलम के अटारोट में एक पुलिस स्टेशन में रखा जा रहा है।
फिलिस्तीनी चश्मदीद गवाहों ने कहा कि इजरायली बलों ने स्टन ग्रेनेड और आंसू गैस सहित अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया। नमाजियों को डंडों और राइफलों से पीटा गया जिसमसे उन्हें चोटें आईं।
इजरायली सुरक्षा बलों ने यरूशलेम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर (Israel Police Attack) के मैदान में बैठे फिलिस्तीनी मुस्लिम उपासकों को हटाया © Ahmed Gharabali / AFP / Getty Images
“हम अल-अक्सा में एतिकाफ [मुस्लिम धार्मिक पूजा] कर रहे थे क्योंकि यह रमजान है।” सेना ने मस्जिद (Jerusalem’s Al-Aqsa Mosque) की ऊपरी खिड़कियां तोड़ दीं और हम पर स्टन ग्रेनेड फेंकना शुरू कर दिया … उन्होंने हमें जमीन पर लिटा दिया और उन्होंने हमें एक-एक करके हाथ से पकड़ लिया और हम सभी को बाहर निकाल लिया। इस दौरान वे हमें गालियां देते रहे। यह बहुत ही बर्बर था।”
Israel Palestinian Clash: अल-अक्सा मस्जिद में हुए हमले की हमास ग्रुप (Hamas On Police Raid At Al Aqsa) ने निंदा करते हुए पुलिस की इस कार्रवाई को गंभीर अपराध बताया है। उन्होंने (Israel Palestinian Mosque Clash Update) फिलिस्तीनियों से मस्जिद की रक्षा के लिए एकजुट होने को कहा है। हमास के डिप्टी हेड सालेह अल-अरौरी ने कहा कि- इजराइल को इस्लाम के पवित्र स्थानों पर हमले की कीमत चुकानी होगी। मस्जिद में हमले के विरोध का इजहार करते हुए गाजा में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे।
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अल-अक्सा मस्जिद हरम अल-शरीफ (jerusalem al aqsa mosque) के परिसर में बनी हुई है, जिसकी देखरेख जॉर्डन करता है। इस खौफनाक हमले के बाद जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजराइल को मस्जिद में मौजूद लोगों पर जुर्म करने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इजराली सेना (Israel Police) से तुरंत वापस जाने को कहा है। वहीं सऊदी अरब ने भी इस हमले की निंदा की है।
Israel Palestinian Clash, फिलिस्तीनी प्रधान मंत्री मोहम्मद शतयेह ने इज़राइल पर “पूजा करने वालों के खिलाफ एक बड़ा अपराध” करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अल-अक्सा मस्जिद में नमाज़ पढ़ना कब्जे की अनुमति से नहीं है, बल्कि यह हमारा अधिकार है।”
सोशल मीडिया पर फुटेज में मस्जिद में आतिशबाजी करते हुए और सशस्त्र पुलिस लोगों को डंडों और राइफल बट्स से पीटते हुए दिखाया गया है। हादसे के बाद की अन्य तस्वीरों में फर्श पर बिखरा हुआ फर्नीचर और सामान भी यहां वहां बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है।
पिछले एक साल में, इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में 250 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जबकि फिलिस्तीनियों ने 40 से अधिक इजरायलियों को मार डाला है। इज़राइल ने वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम (Israel Palestine Conflict History) दोनों पर कब्जा कर लिया है, जिसमें पुराना शहर भी शामिल है, जहां 1967 से अल-अक्सा परिसर (Al-Aqsa Mosque) स्थित है।