Imran Khan News
Imran Khan News: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पर सचिन जाने का मडरा रहा खतरा टल गया है। विपक्ष की तमाम कोशिशों के बावजूद भी इमरान खान अपनी सरकार बचाने में कामयाब हो गए हैं। अपने ही खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के बाद से प्रधानमंत्री Imran Khan News अब अपने असली रंग ढंग में आ गए हैं। उन्होंने तभी तो राष्ट्रपति से एकाएक संसद भंग करने की सिफारिश कर डाली है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह कहा है कि मैं ने राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली को भंग करने के लिए लिखा है। हालांकि लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होने चाहिए। मैं पाकिस्तान के लोगों से भी चुनाव की तैयारी करने का आह्वान करता हूं।
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इमरान खान ने आगे कहा मैं स्पीकर के फैसले पर प्रत्येक पाकिस्तानी को बधाई देता हूं। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव हमारे खिलाफ एक विदेशी साजिश भी थी। पाकिस्तान को ही आता है करना चाहिए था कि उन पर कौन शासन करेगा। आपको बता दें कि इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पीएम इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली भंग कर दी है।
दरअसल रविवार को नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया। उन्होंने पीएम इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद 5 के खिलाफ बताते हुए ही खारिज कर दिया है। हालांकि आज के सत्र की अध्यक्षता सूरी ने की थी, क्योंकि विपक्षी दलों ने स्पीकर असद कैसर के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव दायर किया था।
पीएम Imran Khan News ने रविवार को यह कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को सारे नेशनल असेंबली को भंग करने की सलाह दी है। अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद से ही पीएम इमरान ने अपना एक बयान भी जारी किया। उन्होंने इसमें यह कहा कि नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने शासन को बदलने के इरादे से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है तथा मैं इसके लिए पूरे देश को बधाई देता हूं। हालांकि पाकिस्तान इस तरह की साजिश को कभी भी कामयाब नहीं होने देगा।
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प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि डिप्टी स्पीकर ने अपने संवैधानिक अधिकार का उपयोग करते हुए जो फैसला लिया है। उसके पास से ही मैंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली को भंग करने का सुझाव दिया। इमरान खान ने यह भी कहा कि एक लोकतांत्रिक समाज में चुनाव होते हैं तथा लोग तय करते हैं कि वह किसका शासन चाहते हैं। पीएम ने यह भी कहा कि लोग आगामी चुनाव की तैयारी करें। कोई भी विदेशी शक्ति या फिर भ्रष्ट तब तो अब नहीं है। अब आपको केवल इस देश के लिए ही फैसला करना होगा।
को बता दी कि सत्र शुरू होने के कुछ ही देर बाद से सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने यह कहा कि अनुच्छेद 5(1) के अंतर्गत राज्य के प्रति वफादारी हर नागरिक का मूल कर्तव्य है। उन्होंने खान को भी उस दावे को दोहराया कि सरकार को हटाने के कदम के पीछे एक विदेशी साजिश थी। उन्होंने यह भी कहा कि 7 मार्च को हमारे अधिकारी के राजदूत को एक बैठक में आमंत्रित किया गया था।
गौरतलब है कि नेशनल असेंबली में फवाद हुसैन ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए यह कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव आमतौर पर एक लोकतांत्रिक अधिकार है। संविधान के अनुच्छेद पंचानवे के अंतर्गत अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया गया है। लेकिन दुर्भाग्य से यह एक विदेशी सरकार द्वारा सत्ता परिवर्तन के लिए की गई साजिश है। फवाद के संबोधन समाप्त होने पर ही डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया।