Business Woman: कहते हैं कि अगर इंसान में कुछ करने की ललक हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। भले ही रास्तों में कठिनाइयां आएं लेकिन इंसान अपने जज्बे से हर एक कठिनाइयों से पार पा लेता है । ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र की रहने वाली एक महिला ने कर दिखाया है । मात्र 2500 रुपये से अपना बिजनेस शुरू करने वाली ललिता पाटिल ने मात्र 3 साल में ही एक सफल बिजनेस वीमेन बन गयी हैं । अगर कोई आपसे कहे कि मात्र 2500 रुपये लगाकर कोई 3 साल में ही 1 करोड़ का टर्नओवर कैसे प्राप्त कर सकता है तो उसे महाराष्ट्र के ठाणे जिला की रहने वाली एंटरप्रेन्योर ललिता पाटिल के बारे में बता दीजियेगा।
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फिजिक्स से स्नातक पास ललिता पाटिल ठाणे की रहने वाली हैं । पति गैस एजेंसी चलाते हैं । ललिता को बचपन से ही खाना पकाने का शौक था और अक्सर वह किचन में समय बिताना पसन्द करती थीं। घर वालों, परिचितों और मेहमानों को उनके हाथ से बना खाना खूब भाता था। अक्सर अपने हाथ से बने खाने की तारीफें सुनकर वह फूले नहीं समाती थीं । सब कुछ ठीक चल रहा था कि पति के गैस एजेंसी के बिजनेस में नुकसान होने लगा। कारण था राज्य सरकार द्वारा शहर में बिछाई जाने वालीं गैस पाइपलाइनें।
जब आर्थिक संकट गहराने लगा और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया तो ललिता ने छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया ताकि थोड़ी बहुत अतिरिक्त कमाई से घर चलाने में पति की मदद कर सके । इधर साइंस से पढ़ाई के बाद भी ललिता को घर बैठकर सिर्फ गृहिणी या हाउस मेकर बनना पसंद नहीं था । वह चाहती थीं कि अपने बूते वह अपनी खुद की पहचान बनाएं । इसीलिए ललिता ने एक फार्मेसी कम्पनी की दवाएं बेचने लगीं लेकिन कुछ ऐसा उनके मन मे चुभ रहा था जिसे वह इन कामों को कर के भी सुकून हासिल नहीं कर पा रही थीं ।
ललिता बताती हैं- “मैं अक्सर सोचती थी कि जो भी मैं कर रही हूं इससे मुझे कोई सुकून नहीं मिल रहा बस थोड़े से पैसे मिल जाते थे । मैं जानती थी कि मैं ये नहीं करना चाहती बल्कि कुछ ऐसा करना चाहती हूं जिससे मुझे पहचान मिले, मेरे काम और मेरे हुनर की पहचान हो।” यही वजह थी कि ललिता को कुछ ऐसा करने की प्रेरणा मिली जो उन्हें पहचान के साथ ही सुकून भी दे। ललिता बताती हैं कि उन्होंने अपने शौक( खाना पकाना) को स्टार्टअप के रूप में चुनने का फ़ैसला किया ।
ललिता ने अपने आसपास कामगार, छात्रों और अन्य कामकाजी लोगों के लिए जो किसी और शहर से थे और यहां घर का पका खाना खाना चाहते थे, उनके लिए मात्र 2500 रुपये लगाकर अपनी रसोई शुरू की । ललिता ने इस रसोई( स्टार्टअप) को नाम दिया- घराची आठवण । मराठी भाषा के इन शब्दों का अर्थ होता है – घर की यादें । ललिता ने यहां दूसरे शहरों के रहने वाले लोगों को खाना खिलाने का बिजनेस( टिफिन सर्विस) मात्र 2500 रुपयों में शुरू की ।
2000 रुपये के उन्होंने टिफिन खरीदे और 500 रुपये के विज्ञापन हेतु पम्पलेट छपवाए। वह घर में खाना पकाती और टिफिन लोगों तक पहुंचाती। शुरू में थोड़ी मुश्किलें आईं लेकिन धीरे धीरे वह बिजनेस को आगे बढ़ाने लगीं । हालांकि वह तब भी आर्थिक संकट के चलते अपनी टिफिन सर्विस बिजनेस को आगे बढ़ाने में परेशानियों का सामना कर रही थीं ।
Business Woman ललिता बताती हैं कि 2019 में एक दिन वह घर पर टेलीविजन देख रही थीं कि एक चैनल पर विज्ञापन दिखा । माई ब्रिटानिया मैरीगोल्ड द्वारा आयोजित माय स्टार्ट अप प्रतियोगिता का विज्ञापन tv पर चल रहा था । जिसके अनुसार इसमें भाग लेने वाली महिलाओं में से 10 विजेताओं को 10-10 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी । इस विज्ञापन में बताया गया कि ऐसी महिलाएं जो अपने बूते कोई स्टार्टअप खड़ा करना चाहती हैं
उन्हें यह प्रतियोगिता काफी सहायता प्रदान करेगी । ललिता ने tv पर एड देखकर इसमें पार्टिसिपेट करने का फैसला किया । वह इस कांटेस्ट प्रतियोगिता को जीतने में सफल हुईं और इनाम के रूप में उन्हें 10 लाख रुपये मिले । हालांकि तमाम टैक्स इत्यादि काटकर उनके हिस्से 7 लाख रुपये आये । ललिता के हाथ मे पैसे आ जाने से अब वह आत्मनिर्भर होकर अपने बिजनेस घराची आठवण टिफिन सर्विस को आगे बढ़ाते हुए नया मुकाम देने के लिए स्वतंत्र थीं ।
Business Woman ललिता ने कांटेस्ट में जीते हुए रुपयों में से 6 लाख रुपये अपनी होममेड फ़ूड सर्विस घराची आठवण में इन्वेस्ट कर दिए । जहां अभी तक वह तंग जगह से बिजनेस चलाती आ रहीं थीं वहीं अब उन्होंने ऐसी जगह खोजनी शुरू की जो व्यावसायिक रूप से बेहतर हो । उन्हें कामयाबी भी मिली और टीजेएसबी बैंक के पास कापरीरोड पर जगह मिल गयी। यह जगह ठाणे रेलवे स्टेशन के पास में है। 6 लाख रुपये में ललिता पाटिल ने यहां रेस्तरां खोला।
अब पति ने भी अपना गैस एजेंसी का बिजनेस छोड़ घराची आठवण टिफिन सर्विस में पत्नी का हाथ बंटाने लगे । धीरे धीरे स्टार्टअप जम गया और आज 10 कर्मचारियों को अपने साथ नौकरी दे रहीं ललिता 6-7 लाख रुपये हर महीने कमाती हैं । अपनी महत्वाकांक्षा और पैशन ने उन्हें एक विशिष्ट मुकाम दिया है ।
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Business Woman ललिता बताती हैं कि रेस्तरां उन्होंने जुलाई 2019 में खोला लेकिन दिसंबर में ही कोरोना के आ जाने से बिजनेस को नुकसान होने लगा । जहां बाहर आकर लोग खाना खाना पसन्द नहीं करते थे। सो ललिता बताती है कि उन्होंने कोविड की बढ़ती चुनौतियों के चलते घर पर खाना डिलीवर करना जारी रखा हालांकि रेस्तरां में बैठकर खाने की सुविधा बन्द करनी पड़ी । कोविड के चलते लगे लॉक डाउन में हजारों बाहरी कामगार शहर में ही फंस गए । चूंकि लोग घर का बना खाना चाहते थे सो हमने कामगारों और फंसे हुए लोगों के लिए घर का बना खाना उपलब्ध करवाते रहे। ललिता बताती हैं कि लॉक डाउन से उन्हें काफी लोकप्रियता मिली ।
ललिता पाटिल बताती हैं कि उनकी होम मेड फ़ूड सर्विस घराची आठवण में शाकाहारी और मांसाहारी दोनो तरह का खाना बनता है ।शाकाहारी में रोटी,सब्जियां,दाल,मीठा आदि हैं । टिफिन सर्विस के लिए दाल खिचड़ी, स्टैंड अलोन फ़ूड भी उपलब्ध होता है जिसके दाम 90- 180 रुपये तक हैं ।