Chintels Paradiso: Delhi NCR में नोएडा के Twin Tower की तरह गुरुग्राम में भी एक टावर गिराया जाएगा। सेक्टर-109 में स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी का टावर-डी दो से तीन महीने के भीतर ही ध्वस्त कर दिया जाएगा। टावर को ध्वस्त करने के लिए नोएडा में Twin Tower को ध्वस्त करने के लिए जो प्रक्रिया अपनाई गई थी, ठीक वही अपनाई जाएगी। सूत्र यह बताते हैं कि प्रशासन इसके लिए Twin Tower गिराने वाली कंपनी से संपर्क करेगा। कंपनी के अधिकारियों से बातचीत कर सलाह ली जाएगी, ताकि गिराते वक्त किसी भी प्रकार का कोई हादसा न हो।
बता दें कि गुरुग्राम के सेक्टर-109 के Chintels Paradiso सोसायटी में 10 फरवरी को टावर-डी की छठी मंजिल के अपार्टमेंट (Apartment) के डाइनिंग रूम के फर्श के गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई थी। इस हादसे के कारण Tower की पहली मंजिल तक की सभी छतें तथा फर्श ढह गए थे। 18 मंजिला इस Tower में कुल 50 फ्लैट हैं। गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शनिवार को IIT Delhi की टीम की रिपोर्ट साझा करते हुए यह कहा कि टीम को Tower के निर्माण में संरचनात्मक कमियां मिली हैं। जिनकी मरम्मत तकनीकी तथा आर्थिक आधार पर संभव नहीं है।
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उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने यह कहा कि Chintels Paradiso सोसाइटी के पूरे टावर-डी को ध्वस्त कर देना चाहिए। उपायुक्त निशांत कुमार यादव सोमवार यानि कि सात नवंबर को टावर को गिराने की तारीख तय कर सकते हैं। चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी ने एक बयान में यह कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद से हम अधिकारियों तथा प्रभावित लोगों के साथ हर संभव तरीके से सहयोग कर रहे हैं एवं आगे भी करते रहेंगे।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने यह कहा कि दो से तीन महीने के अंदर Tower को ध्वस्त करने का प्रयास होगा। नोएडा के Twin Tower को किस तरह से ध्वस्त किया गया था। इसकी पूरी जानकारी बहुत जल्द ही हासिल की जाएगी। Twin Tower की तरह ही पूरी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जहां तक बिल्डर के अदालत में जाने का सवाल है तो आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) की रिपोर्ट को चुनौती देना आसान नहीं। कहीं से भी राहत नहीं मिलेगी। 10 फरवरी को हुआ हादसा कोई साधारण हादसा था ही नहींं।
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आपको बता दें कि इस हादसे की जांच तत्कालीन डीटीपी आरएस बाठ ने की थी। जांच के दौरान ही अशोक सोलोमन समेत 10 लोगों के खिलाफ Tower बनाने में लापरवाही का आरोप भी लगाया गया। इसको लेकर सभी लोगों पर बजघेड़ा थाने में मामला भी दर्ज किया गया। हालांकि जिनके विरुद्ध मामला दर्ज हैं, उनमें चिंटेल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अशोक सोलोमन, आर्किटेक्ट आशीष जायसवाल, स्ट्रक्चरल इंजीनियर अजय साहनी तथ ठेकेदार भयाना बिल्डर के नाम शामिल हैं।
दरअसल इस वर्ष 28 अगस्त को दोपहर ढाई बजे नोएडा में अवैध रूप से बनाए गए सुपरटेक के Twin Tower गिरा दिए गए थे। Twin Tower को गिराने में लगभग 3,500 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया था। इसको गिराते वक्त सुरक्षा की दृष्टि से आसपास की बिल्डिगों को भी खाली करा दिया गया था। ताकि किसी भी प्रकार का हादसा न हो सके। वहीं पर अब इसी तर्ज पर ग्रुरुग्राम के चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी का टावर-डी को भी गिराया जाएगा। गुरुग्राम जिला प्रशासन इसकी तैयारी कर रहा है। अगले सप्ताह से ध्वस्त करने से संबंधित कमेटियों के गठन की तैयारी शुरू भी कर दी जाएगी। विशेषज्ञों की भी एक टीम बनाई जाएगी।