बिल्डिंग में गड़बड़ी की वजह से दो एजेंसियों के खिलाफ एक्शन ले लिया गया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की तरफ से यह कार्यवाही की गई है। दोनों ही एजेंसियों को मिलाकर 84 लाख रुपए का जुर्माना उन पर किया गया है। इसमें कंपीटेंट सिनर्जिस 72 लाख 72 हजार रुपए तथा फ्लूएंटग्रिड पर 12 लाख 4241 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। हालांकि इसकी वसूली अब दोनों कंपनियों के बिल से की जाएगी। बिलिंग की लगातार शिकायत भी आ रही थी। और तो और इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री तक भी पहुंच गई थी। उसके बाद से उन्होंने ऐसी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया था कि जो बिलिंग एजेंशिया सही से काम नहीं कर रही हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। बीते कुछ महीनों में प्रदेश में कई जगहों पर गलत बिलिंग की शिकायतें लगातार मिल रही है। जिन कंपनियों पर कार्यवाही हुई वो कंपीटेंट सिनर्जिस अयोध्या, लेसा सिस, लेसा ट्रांस गोमती, देवीपाटन क्षेत्र में बिलिंग का काम करती हैं। दूसरी कंपनी फ्लूएंटग्रिड लखनऊ तथा बरेली क्षेत्र में काम करती हैं।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह मांग किया है कि चेन्नई बिलिंग एजेंसियों को काम मिला है। उनकी परफॉर्मेंस की समीक्षा लगातार होते रहनी चाहिए, ऐसे में पारदर्शिता भी बनी रहती है। उन्होंने आगे कहा जो एजेंसियां सही से काम नहीं करें। उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। परिषद अध्यक्ष ने यह कहा कि बिजली कंपनियों को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि जो भी मीटर रीडर रखे जाएं उनको मिलने वाला वेतनमान सरकार द्वारा ही निर्धारित मिनिमम वेजेस से कम न हो।