Bihar के समस्तीपुर से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है । रविवार रात एक ही परिवार के 5 लोगों के शव एक कमरे में लटके मिले जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी । मरने वालों में 2 अबोध बच्चे भी शामिल हैं । घटना समस्तीपुर जिले के विद्यापतिनगर थाने के अंतर्गत आने वाले मऊ धनेशपुर गांव की है जहां एक ही परिवार के 5 लोगों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। सूचना के अनुसार परिवार पर कर्ज चढ़ा हुआ था जिसके चलते आत्महत्या का कदम उठाए जाने की आशंका जताई जा रही है।,
हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। मरने वालों में परिवार के मुखिया मनोज झा( 42 वर्ष), पत्नी सुन्दरमणि( 38 वर्ष), मां सीता देवी(65 वर्ष) और 2 बच्चे सत्यम(10 वर्ष) और शिवम (7 वर्ष) हैं। मृतक की 2 बेटियां भी हैं जिनकी शादी हो चुकी है । परिवार में अब सिर्फ बेटियां ही बची हैं ।
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Bihar के समस्तीपुर में हुई इस दर्दनाक घटना पर जहां हर कोई अफसोस जता रहा है वहीं लोग पूरे परिवार के आत्महत्या करने की वजह भी लोग जानना चाहते हैं । Bihar के समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक हृदयकन्त ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है जिससे घटना के बारे में आगे तफ्तीश की जाएगी । उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार परिवार पर कर्ज होने की बात सामने आई है । मृतक मनोज झा ने बेटी की शादी में साहूकारों से कर्ज लिया था जिसे चुकाने का उनपर भारी दबाव था । बताया जा रहा है कि मृतक मनोज झा सहित पूरे परिवार पर कर्ज चुकाने के दबाव था।
जिसके चलते वह परेशान रहते थे । बता दें कि मृतक परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी और परिवार एक ही कमरे में रहता था । मृतक मनोज झा मऊ बाजार स्थित फुटपाथ पर खैनी की दुकान चलाकर परिवार का गुजर बसर करता था । उनके पास खेती के लिए जमीन नहीं थी। उनपर करीब 3 लाख का कर्ज था जिसको लेकर साहूकार परेशान करते थे।
Bihar में ग्रामीणों ने बताया कि सामूहिक आत्महत्या करने वाले परिवार में मृतक की पत्नी सुन्दरमणि ने स्वंय सहायता समूह से कर्ज ले रखा था जिसकी किश्त वह चुका नहीं पा रही थी । घटना की अगली सुबह यानी 5 जून को करीब 7.30-8 बजे के बीच स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मृतक के घर आई थीं । दरवाजा अंदर से बन्द पाए जाने पर खटखटाया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई । खिड़की के झांकने पर पांच शव फंदे से लटकते मिले जिससे घटना की जानकारी हुई और लोगों का तांता लग गया ।
वहीं मृतक के दामाद गोविंद ने इस घटना को आत्महत्या मानने से इनकार करते हुए कहा कि हत्या हुई है । गोविंद ने बताया कि परिवार पर ज्यादा कर्ज नहीं था। घटना से 1 दिन पहले ही उनसे बात हुई थी । उसने बताया कि उसके ससुर ने जिन लोगों से कर्ज लिया था वह परेशान कर रहे थे और आये दिन मारपीट करते थे । दामाद गोविंद ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि परिवार पर साहूकारों द्वारा मारपीट किये जाने के बाद भी पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी।
उन्होंने बताया कि साहूकार ने मारपीट करते हुए घर का दरवाजा तोड़ दिया था और परिवार के लोगों का बाहर निकलना मुश्किल कर दिया था । मृतक के दामाद गोविंद ने आरोप लगाया कि मृतकों की हत्या की गई है और मारकर उन्हें लटका दिया गया है । दलसिंहसराय DSP दिनेश कुमार पांडे ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है । वहीं SP हृदयकान्त ने कहा कि विस्तृत जांच कराई जा रही है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है। एफ एस एल टीम से भी जांच कराई जा रही है । उन्होंने कहा कि परिवार के कर्ज लेने की बात सामने आई है।
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घटना के बाद मऊ धनेशपुर में मृतक परिवार से मिलने राज्य के नेता आते रहे । भाकपा माले राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, जन अधिकार पार्टी के संयोजक पप्पू यादव ने परिवार से मिलकर घटना की जानकारी ली । वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हत्या हो या आत्महत्या बहुत ही दुखद है और रिपोर्ट आने के बाद ही चीजें स्पष्ट होंगी ।
वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की बात कही है । राशनकार्ड से नाम हटाये जाने के सवाल पर कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है । वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट करते हुए घटना पर दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने इस मामले में सरकार को भी घेरते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना कथित डबल इंजन सरकार पर करारा तमाचा और काला धब्बा है ।