NDTV Takeover: समाचार मीडिया कम्पनी एनडीटीवी के मालिक और बिजनेस प्रमोटर प्रणय राय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने एनडीटीवी निदेशक बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है । बीते अगस्त माह में अडानी समूह द्वारा एनडीटीवी की 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद 29 नवम्बर को प्रणव रॉय एवं राधिका रॉय ने आररपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड(RRPHPL) के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है । यह जानकारी एनडीटीवी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दी है । सेबी को दी गयी जानकारी में बताया गया है कि आररपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड ने प्रणव रॉय और राधिका रॉय के निदेशक पद से इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं ।
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मीडिया चैनल एनडीटीवी इंडिया(नई दिल्ली टेलीविजन) के अडानी समूह के स्वामित्व में जाने के बाद एनडीटीवी का निदेशक बोर्ड भी पूरी तरह से बदल गया है । जहां एनडीटीवी के बिजनेस प्रमोटर प्रणव और राधिका रॉय ने मंगलवार को बोर्ड से इस्तीफा दे दिया वहीं अब आरआरपीआरएच निदेशक बोर्ड में सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिनैया चेंगलवारायण को तुरंत प्रभाव से नियुक्त कर लिया गया है । यह जानकारी एनडीटीवी ने नियामक को दी है ।
एनडीटीवी का अडानी समूह ने स्वामित्व हासिल कर लिया है। गौतम अडानी समूह ने एनडीटीवी के प्रमोटर आरआरपीआरएच प्राइवेट लिमिटेड के 99.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है । बता दें कि 23 अगस्त 2022 को अडानी समूह ने एनडीटीवी को कर्ज देने वाले विश्वप्रधान कामर्शियल प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करने का ऐलान किया था ।
विश्वप्रधान कामर्शियल प्राइवेट लिमिटेड(VCPL) से प्रणव रॉय और राधिका रॉय ने 2009 और 2010 में 403.85 करोड़ रुपये उधार लिए थे जिसके एवज में डील हुई थी कि कम्पनी जब भी चाहेगी एनडीटीवी के 29.18 फीसदी हिस्सेदारी ले लेगी । इसी विश्वप्रधान कामर्शियल लिमिटेड को अडानी समूह द्वारा अधिग्रहित होने के बाद अगस्त में एनडीटीवी की 29.18 फीसदी हिस्सेदारी अडानी समूह के पास चली गयी थी ।
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बीते अगस्त माह में अडानी समूह ने एनडीटीवी की 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी इसके साथ ही समूह ने ऐलान किया था कि वह एनडीटीवी की अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी और खरीदेगा। इसके लिए अडानी समूह ने कहा था कि वह ओपन ऑफर लाएगा । अब इसी 26 % हिस्सेदारी के लिए समूह 22 नवम्बर को ओपन ऑफर लेकर आया है जिसकी लास्ट डेट 5 दिसम्बर 2022 है ।
अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी का हालिया बयान काफी चर्चित रहा था । गौतम अडानी ने हाल ही में कहा था कि एनडीटीवी को खरीदना अवसर नहीं है बल्कि उनकी जिम्मेदारी है । उन्होंने इस मीडिया चैनल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार यदि कुछ बुरा करती है तो उसकी आलोचना करिए लेकिन यदि सरकार कोई अच्छा काम करती है तो उसे अच्छा कहने की भी हिम्मत आपमें होनी चाहिए।
उन्होंने कहा था कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब सही को सही और गलत को गलत कहना होता है । बता दें कि अडानी समूह के चेयरमैन ने एनडीटीवी के संस्थापक प्रणव रॉय और राधिका रॉय को चैनल का मुखिया बना रहने के लिए भी आमंत्रित किया था ।