Jammu and Kashmir: आजादी के बाद से ही जम्मू कश्मीर सुलगता रहा है जहां पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद घाटी को समय समय पर अशांत करता रहा तो अल्पसंख्यकों पर सुनियोजित हमलों ने इसमें इजाफा ही किया है । इन्ही हमलों में से टारगेट किलिंग भी हैं जो आतंकियों द्वारा घाटी में वक्त वक्त पर अंजाम दी जाती रही हैं । हाल ही में जम्मू कश्मीर के डीजी(जेल) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या हुई है । हत्या का शक उनके ही घर पर रह रहे नौकर यासिर पर है ।
जांच में पता चला है कि पुलिस महानिदेशक(जेल) हेमंत कुमार का गला रेतकर हत्या की गई और बाद में शव जलाने का भी प्रयास हुआ। बता दें कि इस हत्या की जिम्मेदारी घाटी के आतंकी संगठन TRF ने ली है । आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी ही कुछ टारगेट किलिंग्स के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने न सिर्फ जम्मू कश्मीर बल्कि रायसीना हिल्स को भी हिलाकर रख दिया।
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Jammu and Kashmir को दहला देने वाली ऐसी ही एक घटना 1990 की शुरुआत में घटी थी जिसमें आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से वायुसेना के 4 अधिकारियों को गोलियों से भून दिया था । 25 जनवरी 1990 को जब एयरफोर्स के जवान श्रीनगर के एयरबेस जा रहे थे तभी रास्ते मे कार से आये आतंकियों ने जवानों और अधिकारियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिसमें स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना सहित 4 वायुसेना के अधिकारियों की मौत हो गयी थी ।
आतंकियों ने स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना को 27 गोलियां मारी थीं । वहीं इस हमले में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे। बता दें कि इस जघन्य हमले का आरोप जेकेएलएफ(जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट) के प्रमुख यासीन मलिक पर लगा था ।
मात्र 6 महीने पहले ही सेना में शामिल हुए युवा उमर फैयाज की आतंकियों ने सुनियोजित हत्या कर दी थी । 9 मई 2017 को लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की उस वक्त हत्या की गई जब वह छुट्टी पर थे और शोपियां गए थे । ममेरी बहन की शादी में शामिल होने गए उमर फैयाज को रात में 3 आतंकियों ने अगवा कर लिया था । 22 साल के उमर फैयाज का शव अगले दिन मिला था । बता दें कि टारगेट किलिंग की इस जघन्य घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया था ।
आतंकियों ने युवा उमर फैयाज को बर्बरतापूर्ण तरीके से मारा था। रिपोर्ट्स के अनुसार लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के घुटने और जबड़े तोड़ दिए गए थे और दांत निकाल लिए गए थे। उनके सीने में 2 गोलियां भी मारी गईं थीं । वहीं लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या का बदला सेना ने 1 साल बाद अप्रैल 2018 में लिया था जब हत्या में शामिल 2 आतंकियों को सेना ने शोपियां और अनन्तनाग मुठभेड़ में मार गिराया था ।
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22 जून 2017 को Jammu and Kashmir पुलिस में डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या कर दी गयी थी । शब ए कद्र की रात को जामिया मस्जिद के बाहर तैनात डीएसपी अयूब पंडित को पीट पीटकर मार डाला गया था । जानकारी के अनुसार घटना से कुछ देर पहले डीएसपी अयूब पंडित ने नमाज भी पढ़ी थी । वहीं कुछ लोगों से विवाद के बाद यह घटना हुई थी ।
भीड़ ने उन्हें तब तक मारा था जब तक कि उनकी मौत नहीं हो गयी । वहीं भीड़ ने मारने से पहले पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की थी । इस घटना का मास्टरमाइंड और हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्य साजिद अहमद गलकर का बाद में एनकाउंटर कर दिया गया था ।
14 जून 2018 को पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या आतंकियों ने कर दी थी । मोटरसाइकिल सवार 3 आतंकियों ने उनपर तब ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं जब वह अपने दफ्तर से निकलकर कार में बैठने जा रहे थे । लश्कर ए तैयबा के आतंकियों द्वारा किये गए इस हमले में पत्रकार शुजात बुखारी की सुरक्षा में लगे 2 पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गयी थी ।
जांच में पाया गया था कि बुखारी की हत्या की साजिश पाकिस्तान में रची गयी थी । पुलिस ने इस हमले के 4 दोषियों शेख सज्जाद गुल, नावीद जट, मुजफ्फर अहमद भट,आजाद अहमद मलिक में से 3 को एनकाउंटर में मार गिराया गया था ।
Jammu and Kashmir, इसी साल 12 मई को कश्मीरी पंडित राहुल भट की आतंकियों ने दफ्तर में घुसकर हत्या कर दी थी । राहुल भट बडगाम मे राजस्व अधिकारी थे । टारगेट किलिंग की इस घटना में 2 आतंकियों ने तहसीलदार ऑफिस में शाम करीब 4 बजे घुसकर तमाम भीड़ के बीच राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी । वहीं 3 महीने बाद राहुल भट्ट की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी लतीफ राथर सहित 3 का एनकाउंटर कर दिया गया था । ये आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हुए थे।