Indian Railway: दूध से बना स्पंजी मिठाई रसगुल्ला बहुत सारे लोगों का मनपसंद होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रसगुल्ले के कारण से इंडियन रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा हो..? आपको यह बहुत अजीब लग रहा होगा कि भला रसगुल्ले के कारण से इंडियन रेलवे को कैसे नुकसान हो सकता है। तो हम आपको बताते हैं कि आखिरकार पूरा माजरा क्या है..?
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गौरतलब है कि बिहार के लखीसराय में बरहिया Indian Railway स्टेशन पर 10 ट्रेनों की रोकने की मांग को लेकर कई स्थानीय लोगों ने करीब 40 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। इसी प्रदर्शन में स्थानीय लोगों ने रेलवे ट्रैक पर ही टेंट लगा दिया तथा वहीं पर 40 घंटे बैठकर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी। जिसके कारण से हावड़ा दिल्ली रेल लाइन पर एक दर्जन ट्रेनों को 24 घंटे के लिए रद्द करना पड़ा। जबकि 100 से ज्यादा ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। इस कारण से यात्रियों को भी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इस वक्त बहुत कम लोग यह जानते हैं कि लखीसराय के रसगुल्ले बहुत अनूठी तथा पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। इसकी बहुत मांग होती है। इसके आसपास के राज्यों में भी ट्रांसपोर्ट किया जाता है। विशेष रुप से लोग शादी पार्टी में इसकी मांग करते हैं। कस्बे में 200 से ज्यादा दुकानें हैं जो इस व्यवसाय में है तथा हर रोज सैकड़ों रसगुल्ले तैयार करते हैं। चूंकि ट्रेनों के न रुकने से कारोबार पर बुरी तरह से असर पड़ता है। इस कारण से लोग काफी नाराज हैं क्योंकि वह देश के अलग-अलग हिस्सों में स्टॉक की आपूर्ति नहीं कर पाते हैं।
वही कोरोना महामारी के दौरान भी बरहिया में ट्रेनों की ना रुकने से मिठाई का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। Indian Railway पर अभी फिलहाल कोई ट्रेन नहीं रुकने से हलवाई आक्रोशित। लखीसराय के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार ने यह बताया कि बड़ी संख्या में लोग स्टेशनों पर बैठ गए हैं। जिनकी मांग है कि बरहिया में कई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं किया गया है।
रसगुल्ला बेचने वाली व्यवसाय रंजन शर्मा ने यह बताया कि बरहिया से पटना तक का ट्रेन का किराया ₹55 है तथा इसमें सिर्फ 2 घंटे का समय लगता है। चूंकि यदि व्यापारी सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से रसगुल्ला का स्टाॅक सड़क के मार्ग से ले जाते हैं। तो कुल किराया 150 रुपए लगेगा तथा समय भी दोगुना होगा। इसके अलावा यदि कैब या फिर कार बुक कराना भी महंगा होगा। ये खर्च और भी ज्यादा हो जाता है जब शादी के सीजन में डिमांड बढ़ जाती है।
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बता दें कि इस विरोध प्रदर्शन के कुछ नतीजे निकले हैं। अगर खबरों की माने तो रेलवे द्वारा लिखित में एक एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया है। जिसके बाद से सोमवार शाम को स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया है तथा अब उस रूट से ट्रेनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है।