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यह मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का है। जहां एक पत्नी ने अपने पति की शराब अकेले ही पी ली इससे पति क्रोधित हो गया और अपनी पत्नी की पिटाई कर दी और बाहर ठंड में रात भर छोड़ दिया जिससे उसकी मौत हो गई । अभी तक तो यह सुनने को मिलता था कि पत्नियां शिकायत करती हैं कि मेरा पति बहुत शराब पीता है और मारता है परेशान करता है । लेकिन इस कलयुग में पत्नियां भी शराब पीने लगी हैं। खैर यह अब आम बात हो गई है । ऐसा ही कुछ कोरबा जिले में हुआ जहां पत्नी और पति दोनों शराब पीते थे। बीती रात ऐसा हुआ कि पति सुबह काम के लिए बाहर चला गया। उसने कहा कि शाम को जब काम करके आएंगे तो दोनों साथ में बैठकर शराब पीयेगें और यह कहकर चला गया । जब वह शाम को लौटा तो उसकी पत्नी प्रेमा पूरी नशे की हालत में थी । उसने पूछा कि थोड़ी शराब मेरे लिए रखी है कि नहीं लेकिन वह महिला इतनी नशे में थी कि वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। बताया जा रहा है कि उसी समय जीरोन को गुस्सा आ गया और उसने अपनी पत्नी प्रेमा को बेल्ट से पिटाई कर दी । जीरोन ने अपनी पत्नी को इतना मारा इतना मारा कि उसके शरीर पर नीले निशान पड़ गए और उसको अधमरी हालत में बाहर छोड़ दिया । प्रेमा रात भर बाहर पड़ी रही और जीरोन खुद अंदर सो गया।
सुबह जब जीरोन उठा उसने गेट खोल कर देखा तो उसकी पत्नी घर से कुछ दूर डली हुई थी। तभी जीरोन ने वहां जाकर देखा तो वह मरी हुई थी। ऐसी कड़ाके की ठंड में उसकी लाश अकड़ चुकी थी । बताया जा रहा है कि वह महिला अपने घर में देसी शराब बना लिया करती थी। उस महिला को शराब की लत बहुत लत लगी हुई थी। वह घर पर शराब बनाती थी और दोनों मिलकर पीते थे। शराब समाज के लिए श्राप है लेकिन सरकार को शराब से बहुत फायदा होता है । इसलिए शराब बेची जाती हैं और इस पर रोक नहीं लगाई जाती और प्रशासन द्वारा कच्ची शराब पर रोक लगाई जाती है लेकिन जहां तहां कच्ची शराब बिकती ही है । इस प्रकार के केस का सबसे महत्वपूर्ण कारण शिक्षा है लोग शिक्षित नहीं होते हैं तो इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं । उन्हें यह शराब पीने की और अपराधिक आदत पड़ जाती है।
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