Tata Steel: झारखंड के पूर्व सिंहभूमि में स्थित टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में अचानक आग लग गई शनिवार की सुबह करीब 10:20 पर जोरदार ब्लास्ट हुआ । जिससे प्लांट में आग लग जाने से वहां पे काम कर रहे कुछ कर्मचारी जख्मी हुए हैं ।ब्लास्ट इतना जोरदार था कि आरएमएस, सिंटर प्लांट वन और टू में भगदड़ मच गई । सारे कर्मचारियों को आपात हालात में बाहर निकाला गया इसके बाद कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। हालांकि टाटा नामिक प्लांट में ये पहली बार ऐसा हादसा नही हुआ है।
इस से पहले भी कई हादसे टाटा के प्लांटों में हो चुके है।फिर भी टाटा सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम क्यों नही उठा रहा है।इस सवाल पर प्लांट के अधिकारियों ने जवाब देते हुए कहा है कि प्लांट के अंदर सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाती है कर्मचारियों को।उनकी देख रेख के लिए सेफ्टी अफसर भी रखे गए है।और 24हॉर्स एम्बुलेंस और मेडिकल की सुविधा प्लांट के अंदर उपलब्ध है।
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आग लगने के बाद पूरी जगह को खाली करा दिया गया। घायल कर्मचारियों को हल्की चोटें आई हैं । उन्हें अस्पताल ले जाया गया उनका इलाज टाटा मुख्य अस्पताल में चल रहा है । कंपनी परिसर में विस्फोट की आवाज साकची, काशिडीह, एग्रिको समेत गोलमुरी बर्मामाइंस और बारीडीह जैसे इलाके में सुनी गई। कुछ देर के लिए शहर के लोग दहशत में आ गए और सहम गए ।कंपनी के अंदर विस्फोट होने होने के बाद साकची और बर्मामाइंस क्षेत्र में लोगों की भीड़ लग गई। 3 साल पहले भी Tata Steel के एच ब्लास्ट फर्नेस में जोरदार धमाके के साथ गैस का रिसाव हुआ था और आग लग गई थी
इस विस्फोट से आसमान में आग और धुआं निकलने लगा था जो बहुत दूर से देखा जा सकता था। कंपनी प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि हालात को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है ।कर्मचारियों को प्लांट से बाहर निकाल दिया गया है ।गैस रिसाव को रोकने का प्रयास चल रहा है इस घटना के बाद कंपनी के आला अधिकारी मौके वारदात पर पहुंच चुके हैं। और मामले की छानबीन की जा रही है इस घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है ।
फिलहाल प्लांट में फिर से प्रोडक्शन तत्काल शुरू की जाएगी। इसके लिए भी कोशिशें जारी हैं । प्लांट के बैटरी संख्या 6 में आई खराबी का असर दूसरी बैटरी पर पड़ा है जिससे प्रोडक्शन में कमी आई है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द प्रोडक्शन शुरू की जाएगी।
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मौके पर पहुंचे जमशेदपुर Tata Steel के कमिश्नर ने हालात का जायजा लेते हुए कहा कि सब कुछ स्थिति हमारे कंट्रोल में है। और उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी बात यह है कि जान और माल की ज्यादा हानि नहीं हुई है।जो कर्मचारी इस घटना में घायल हुए हैं उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। प्लांट के अधिकारियों का कहना है कि जहां पे यह हादसा हुआ है वहां किसी की जानकी क्षति नहीं पहुंची है और ज्यादा माल का नुकसान भी नहीं हुआ है।
हादसे की जानकारी मिलते ही रतन टाटा ने खेद जताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। और घायलों को हर संभवत और आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इससे इनके आने वाले भविष्य मैं कोई भी आर्थिक संकट ना आन पड़े। रतन टाटा के इस बयान से कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई ।और सारे अधिकारियों और कर्मचारियों के चेहरे खुशी से खिल उठे।