Sri Lanka: श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकाल पाने में नाकामयाब रहे राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के भागने के बाद राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारियों ने कब्जा जमा रखा है । शनिवार को कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन में घुसने के बाद से प्रदर्शकारी वहीं पर डटे हुए हैं और राष्ट्रपति भवन छोड़ने को तैयार नहीं हैं । रविवार को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने राष्ट्रपति भवन में कैबिनेट मीटिंग का आयोजन किया और देश मे जारी गतिरोध और आर्थिक संकट को दूर करने के लिए विचार विमर्श किया ।
यही नहीं स्वंवभू सरकार चला रहे प्रदर्शनकारियों ने अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) से देश को आर्थिक संकट से निकालने को लेकर मॉक बैठक भी की । यही नहीं राष्ट्रपति आवास में कब्जा जमाए बैठे प्रदर्शनकारियों ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के आवास पर हुई आगजनी पर भी एक गम्भीर बैठक का आयोजन किया । बता दें कि नकली सरकार चलाने का दावा कर रहे प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के इस्तीफा देने तक राष्ट्रपति भवन छोड़ने को तैयार नहीं हैं ।
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शनिवार को राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे के राष्ट्रपति भवन छोड़कर भाग जाने के बाद से प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में कब्जा जमाए हुए हैं । इस बीच उन्होंने वहां पर खूब धमाचौकड़ी की और राष्ट्रपति आवास को धर्मशाला में परिवर्तित कर दिया है । बता दें कि राष्ट्रपति भवन में मनमर्जी तरीके से घूमने वाले प्रोटेस्टर्स को रोकने वाला कोई नहीं है । हजारों की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी कहीं स्विमिंग पूल में नहाते तो कहीं दावत उड़ाते दिख रहे हैं । बता दें कि शनिवार से ही राष्ट्रपति आवास से कई वीडियो सामने आए हैं जिनमे प्रोटेस्टर्स राष्ट्रपति भवन में अराजकता फैलाते दिख रहे हैं ।
देश के उग्र होते आंदोलन और अपने खिलाफ प्रदर्शनकारियों की कार्यवाही से परिवार समेत किसी अज्ञात स्थान पर छुप जाने वाले राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे ने अपना इस्तीफा 13 जुलाई को सौंपने की बात कही है । किसी अज्ञात स्थान में छुपे गोतबया राजपक्षे ने उसी जगह से यह संदेश भिजवाया है हालांकि तब भी प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन छोड़ने को तैयार नहीं हैं । उनकी मांग है कि जब तक गोतबया राजपक्षे अपना इस्तीफा नहीं सौंप देते और देश मे अंतरिम सरकार का गठन नहीं हो जाता तब तक वह राष्ट्रपति भवन में ही रहेंगे और वहीं से ‘सरकार ‘चलाएंगे ।
बता दें कि Sri Lanka में न सिर्फ राजपक्षे भाइयों और राष्ट्रपति के खिलाफ बल्कि कार्यवाहक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के खिलाफ भी जबरदस्त माहौल है । सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी न सिर्फ राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे बल्कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं । इसी कड़ी में जनता के रोष का कोपभाजन प्रधानमंत्री को भी होना पड़ा है । बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री का आवास भी आग के हवाले कर दिया था ।
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बता दें कि Sri Lanka में बढ़ती महंगाई और कर्ज के जाल में फंसे देश को कठिन आर्थिक संकट से न निकाल पाने की वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को मई में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था । यही नहीं उनके साथ उनकी पूरी कैबिनेट ने ही इस्तीफा दे दिया था । बता दें कि श्रीलंका की राजनीति में राजपक्षे परिवार का एकक्षत्र राज रहा है।
कभी लिट्टे के खिलाफ कार्यवाही कर देश के हीरो बने राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे और पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे आज देश के सबसे बड़े विलेन बने हुए हैं । देश की जनता देश को इस हालत तक पहुंचाने के लिए राजपक्षे परिवार को ही जिम्मेदार मानती है । बता दें कि आर्थिक संकट आने से पहले श्रीलंका की सरकार में सारे बड़े पद राजपक्षे परिवार के पास ही थे । हालांकि अब सिक्का पूरी तरह से पलट चुका है और राजपक्षे परिवार इस अंडरग्राउंड है ।