गुरुवार को वाराणसी में NEET-UG (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) में धांधली का प्रयास करने वाले साॅल्वर गैंग की सरगना को लेकर पुलिस पटना पहुंची। 26 नवंबर से साॅल्वर गैंग का सरगना निलेश सिंह उर्फ प्रेम कुमार उर्फ पीके 20 तक पुलिस कस्टडी रिमांड पर है। पुलिस ने पटना में उसके सहयोगी एक डॉक्टर सहित तीन आरोपियों की तलाश में 11 जगह छापा मारा। लेकिन अभी तक उसका पता नहीं लगा। पुलिस के मुताबिक पीके की गिरफ्तारी के बाद उसके गिरोह के सभी सदस्य अंडर ग्राउंड हो गए हैं।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने यह बताया कि पीके से पूछताछ की कई अहम जानकारियां हाथ लगी है। अब हमारा फोकस उसके गिरोह के प्रमुख सदस्यों की गिरफ्तारी पर है। यूपी, बिहार, त्रिपुरा और बंगाल में उसके सहयोगी के तौर पर जिन्होंने भी गलत काम किया है, वो बच नहीं पाएंगे। सब को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इसके लिए ही कमिश्नरेट के क्राइम ब्रांच समेत पांच टीमें बनाई गई है। यह टीमें त्रिपुरा, बिहार, बंगाल तथा यूपी में पीके के सहयोगीयों पर धरपकड़ के लिए दबिश दे रही हैं।
12 सितंबर को सारनाथ क्षेत्र में स्थिति एक स्कूल में NEET-UG परीक्षा के दौरान साॅल्वर गैंग की साजिश का पता चला था। त्रिपुरा की हिना विश्वास की जगह पर परीक्षा देते हुए क्राइम ब्रांच ने ‘बीएचयू’ के बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही यूपी, बिहार तथा त्रिपुरा से अब तक 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि हिना विश्वास सहित अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस अब पीके तथा उसके गिरोह के लोगों पर गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही कर रही है। साथ ही साथ इस गैंग को भी पुलिस रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड करने की तैयारियां भी की जा रही हैं।