PTI Party in Pakistan: पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ़ पार्टी (PTI) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आये विपक्ष को जवाब देने के लिए इमरान खान की PTI नई सरकार के खिलाफ देश व्यापी प्रदर्शन करेगी । PTI ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस बात की घोषणा की है। बता दें कि विपक्ष द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर कल देर रात पाकिस्तानी असेम्बली में वोटिंग हुई थी जिसमें विपक्षी गठबंधन को सदन में बहुमत साबित करने के लिए निर्धारित 172 के मुकाबले 174 मत प्राप्त हुए थे। इसी के साथ साढ़े तीन साल से चली आ रही PTI की इमरान सरकार गिर गयी है ।
बता दें कि 342 सदस्यीय पाकिस्तानी असेम्बली में बहुमत साबित करने/ सरकार बनाने के लिए 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत पड़ती है ।
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PTI Party in Pakistan सत्ता से पदच्युत होने के बाद 69 वर्षीय इमरान खान और उनकी पार्टी PTI का लक्ष्य अगले आम चुनाव हैं जो कि अक्टूबर 2023 में होने हैं। सूत्रों के अनुसार इमरान खान इसी लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। उनका इस सियासी घटनाक्रम की शुरुआत से ही लक्ष्य रहा है कि किसी तरह से अगले आम चुनावों के लिए तैयार हुआ जाए। यही वजह है कि वह और उनकी पार्टी PTI फूंक फूंक कर कदम रख रही है ताकि आवाम की नजरों में वह ‘दागदार’ न हो। यही कारण है कि इमरान खान ने सुप्रीम कोर्ट के अविश्वास प्रस्ताव पर दिए गए फैसले को भी चुपचाप स्वीकार लिया।
ज्ञात हो कि आज सुबह से ही इमरान खान की पार्टी PTI ने सिलसिले वार ट्वीट करते हुए आगामी पार्टी रैलियों की घोषणा की। इमरान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पाकिस्तान के चारों प्रान्तों में रैलियां करेगी एवं जनता के बीच अपनी बात रखेगी। सूत्रों के अनुसार इमरान और उनकी पार्टी जनता से “कनेक्ट” रहना चाहती है जो कि आगामी आम चुनावों को देखते हुए अति आवश्यक है।
जैसा कि इमरान खान इस सियासी घटनाक्रम के शुरुआत से ही आरोप लगाते आ रहे हैं सूत्रों के अनुसार वह इसे आगे भी जारी रखेंगे। अपने खिलाफ विपक्ष द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी साजिश(अमेरिका और यूरोपीय देशों की) बताते हुए इसका जिक्र अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई बार किया है और वह अपने स्टैंड में अब भी कायम हैं ।उनके अनुसार विपक्ष अमेरिका के बहकावे में आकर अविश्वास प्रस्ताव लाया ताकि मुल्क को अस्थिर किया जा सके।
बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले इमरान खान ने बतौर प्रधानमंत्री रूस का दौरा किया था और राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। इमरान खान के अनुसार तभी से अमेरिका और यूरोपीय देश उनके खिलाफ हैं और उनकी सरकार गिराने पे तुले हुए थे क्योंकि उनके अनुसार इमरान खान ने रूस और चीन के विरुद्ध उनके कैंपेन में उनका साथ नहीं दिया था। इमरान खान ने इसी बाबत एक चिट्ठी 27 मार्च की इस्लामाबाद जलसे में लहराई थी ।
हालांकि उन्होंने इसे सार्वजनिक नहीं किया था। ज्ञात हो कि यह चिट्ठी अविश्वास प्रस्ताव के गिरने से पहले और अभी बाद में भी मुद्दा बनी हुई है और लाहौर हाइकोर्ट में सुनवाई होनी है।
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PTI Party in Pakistan ज्ञात हो कि अपदस्थ सरकार PTI खुद को देशभक्त और समूचे विपक्ष को मुल्क के प्रति गद्दार साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही । इसी उद्देश्य के तहत PTI के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से विदेशों में बसे पाकिस्तानियों से इमरान खान के लिए समर्थन मांगा जा रहा है। जानकारों की मानें तो PTI इस मुद्दे को कैंपेन बनाकर इसे आगामी चुनाव में भुनाना चाहती है।
सूत्रों के अनुसार इस तरह से इमरान खान यह साबित करना चाहते हैं कि वह मुल्क के बेहतरी के लिए लड़ रहे थे जबकि विपक्ष देश को कमजोर करना चाहता था। इमरान खान अपने प्रति सहानुभूति की लहर जनता में पैदा करना चाहते हैं ताकि डेढ़ वर्ष से भी कम बचे आम चुनावों में इसका सियासी लाभ उन्हें मिल सके।