Prophet Row: पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी को लेकर बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ कुवैत में प्रदर्शन करने वाले विदेशी प्रदर्शनकारियों को कुवैत सरकार अरेस्ट करके अपने देश से निकालने जा रही है। कुवैत के जासूसों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले भारतीय समेत 40 प्रदशनकारियों की गिरफ्तारी में लग गए हैं।
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नूपुर शर्मा पर खाड़ी देशों में भारी विरोध के बाद भारत की आलोचना करने वाले कुवैत ने अब पैगंबर पर विववादित टिप्पड़ी विवाद में अपने देश में प्रदर्शन कर रहे प्रवासी प्रदर्शनकारियों को अरेस्ट करके उन्हें उनके मुल्क वापस भेजने का फैसला किया है। कुवैत ने कहा है कि पैगंबर को लेकर नूपुर शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सभी प्रदर्शनकारियों को वह कुवैत देश से निकालने जा रहा है।
कुवैत सरकार का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने बिना अनुमति प्रदर्शन करके देश के कानूनों और नियमों का उल्लंघन किया है। एक तरफ कुवैत जहां प्रदर्शन करने पर सख्त ऐक्शन ले रहा है, वहीं भारत में यूपी से लेकर बंगाल तक हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। भारत में उपद्रवियों के खिलाफ सरकारी ऐक्शन का विरोध लगातार जारी है।
अरब टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत मुल्क के कानून के मुताबिक कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीय और पाकिस्तानी काम करके अपनी ज़िन्दगी गुज़र-बसर करते हैं और प्रवासियों का कुवैत में बिना सरकार की अनुमति के प्रदर्शन करना पूरी तरह से बैन है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुवैत के अधिकारी प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में जुटे हैं और उन्हें इसके बाद डिपोर्टेशन सेंटर में भेजा जाएगा जहां से उन्हें उनके मुल्क वापस भेज दिया जाएगा। यही नहीं ये लोग अब दोबारा कभी भी कुवैत आ भी नहीं पाएंगे।
कुवैत के उच्च अधिकारियों का कहना है कि कुवैत में रह रहे सभी प्रवासियों को कुवैत के कानून का सम्मान करना ही होगा और उन्हें किसी भी प्रकार के हिंसक प्रदर्शन से दूर रहना होगा। इस बीच रिपोर्ट में किन-किन देशों के नागरिक मौजूद थे, इसका खुलासा फिलहाल नहीं हुआ है। इन लोगों ने फहहील इलाके में प्रदर्शन किया था और नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।
इस घटना के कथित वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि 40 से ज्यादा लोग नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन प्रदर्शनकारियों में भारतीयों के अलावा पाकिस्तानी और बांग्लादेशी प्रवासी भी शामिल थे।कुवैत के प्रशासन ने कहा है कि वे इस कार्रवाई के जरिए एक उदाहरण पेश करना चाहते हैं ताकि आने वाले समय में कोई भी प्रवासी कामगार इस तरह की गतिविधि में हरगिज़ शामिल न होने पाए।
Prophet Row बताया जा रहा है कि कुवैत की सरकार अपने देश के नागरिकों के खिलाफ भी ऐक्शन ले सकती है जो इस हिंसक प्रदर्शन में शामिल हुए थे। बता दें कि कुवैत खाड़ी देशों में भारत के सबसे पुराने हिस्सेदारों में से एक है। कुवैत के शाही परिवार का भारत के साथ ऐतिहासिक और मज़बूत संबंध रहा है। कोरोना लहर के दौरान कुवैत देश ने भारत को बड़े पैमाने पर मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाइ की थी।
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Prophet Row, इससे पहले bjp प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान पर खाड़ी देशों में जोरदार विरोध हुआ था। इसके बाद कुवैत ने भारतीय राजदूत को तलब किया था और नूपुर शर्मा की इस विवादितटिप्पणी का विरोध भी किया था। भारत सरकार ने नूपुर के बयानों को खारिज करते हुए यह कहा कि जिन लोगों ने ये टिप्पणी की थी, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। भारत ने यह भी कहा कि कुछ लोग भारत-कुवैत संबंधों में दरार और फूट डालना चाहते हैं, इसी वजह से लोगों को भड़काया जा रहा हैं। भारतीय राजदूत ने कुवैत की सरकार को जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी के निलंबित प्रवक्ताओं का विवादित बयान भारत सरकार की राय नहीं है।