press information bureau: वैश्विक प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों में 142वें स्थान वाली भारत ने एक नए प्रावधान के अंतर्गत भारत की संप्रभुता तथा अखंडता, राज्य की सुरक्षा के खिलाफ काम करने वाले पत्रकारों की ही सरकारी मान्यता को छीनने की घोषणा की है। हाला की प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा घोषित की गई नई मान्यता नीति को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसको तैयार किया है।
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इंडियन एक्सप्रेस रिपोर्ट के मुताबिक इसके अंतर्गत एक पत्रकार सरकारी मान्यता को खो सकता है। यदि वो भारत की संप्रभुता तथा अखंडता, विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधो, सार्वजनिक व्यवस्था, राज्य की सुरक्षा, शालीनता या फिर नैतिकता, अदालत की अवमानना, मानहानि या फिर अपराध के लिए उकसाने के संबंध में प्रतिकूल तरीके से कार्य करता है।
सन् 2013 में जारी अंतिम नीति में इस प्रकार के मानदंड का उल्लेख नहीं किया गया था। क्लीनिक में यह कहा गया था की शर्तों का उल्लंघन करने पर इसे वापस ले लिया जाएगा। यदि मान्यता का दुरुपयोग हो जाता है तू मान्यता वापस ले लिया जाता है या फिर निलंबित किया जा सकता है। इसके साथ ही साथ गंभीर संगे अपराध की स्थिति में किसी पत्रकार की मान्यता वापस ली जा सकती है।
मान्यता के निलंबन की अन्य शर्तों में गैर-पत्रकारिता गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल करना शामिल है। हालांकि जिसमें झूठी जानकारी प्रस्तुत करना भी शामिल है। यह एक पत्रकार को social media, visiting card & Letterhead आदि पर भारत सरकार से मान्यता प्राप्त उल्लेख करने से भी रोकता है। चूंकि मान्यता पत्रकारों को दिल्ली में सरकारी कार्यालयों तक पहुंचने की अनुमति देता है तथा कुछ कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवश्यक भी होता है। जिसमें राष्ट्रपति या फिर प्रधानमंत्री मौजूद होते हैं।
नई नीति के अंतर्गत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ काम कर रहे पत्रकार भी मान्यता के लिए योग्य होंगे। नीति में या कहा गया है कि online platform एक वर्ष से अधिक अवधि से मौजूद होना चाहिए। प्रत्येक महीने 10 से 50 लाख यूनिक विजिटर्स वाली website कारों को मान्यता प्राप्त करा सकती है। जबकि हर महीने एक करोड़ से अधिक यूनिक विजिटर्स के साथ चार पत्रकारों को मान्यता मिल सकती है।
दरअसल इस समय PIB यानी कि प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो से मान्यता प्राप्त 2457 पत्रकार हैं। संगठनों के साथ काम करने वाले पत्रकारों के अलावा भी 15 से भी अधिक वर्षों के अनुभव वाले फेल आंसर तथा 30 से भी अधिक वर्षों के अनुभव वाले अनुभवी पत्रकार या फिर 65 वर्ष से अधिक उम्र के सार्वजनिक रूप से प्रतिष्ठित जीवन वाले पत्रकार भी पात्र हैं।