PM Narendra Modi Said on Birbhum Violence: पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा पर बुधवार को दुख प्रकट किया तथा यह उम्मीद जताई कि राज्य सरकार दोषियों को जरूर सजा दिलाएगी। हालांकि कोलकाता में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल में नवनिर्मित विप्लवी भारत दीर्घा का उद्घाटन करने के बाद से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने राज्य सरकार को आश्वस्त किया है कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी। उसे केंद्र सरकार मुहैया कराएगी।
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PM Narendra Modi Said on Birbhum Violence मंगलवार को बीरभूम को हुई हिंसा की घटना का उल्लेख करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने यह कहा कि मैं हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी।
दरअसल इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ तथा केंद्रीय संस्कृमति मंत्री जी किशन रेड्डी भी मौजूद थे। हालांकि रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को लगभग एक दर्जन मकान में कथित तौर आग लगा दिए जाने से 2 बच्चे सहित कुल 8 लोगों की जलकर मौत हो गई।
PM Narendra Modi Said on Birbhum Violence ये घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस यानी कि टीएमसी के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई। भाजपा ने इस हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने यह कहा है कि बीरभूम जिले में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से क्यों न जुड़ा हो।
PM Narendra Modi Said on Birbhum Violence प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान ही अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव के बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि उनकी शौर्य गाथा देश के बच्चे बच्चे की जुबान पर है। हम सभी को इन वीरों की गाथाएं देश के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं। हालांकि हमारे अतीत की विरासत ए हमारे वर्तमान को दिशा देती हैं। हमें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिए भी प्रेरित करती हैं।
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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज देश अपने इतिहास को, अपने अतीत को, ऊर्जा के लिए जागृत स्रोत के रूप में देखता है। आपको वह समय याद होगा जब हमारे यहां आए दिन प्राचीन मंदिरों की मूर्तियां चोरी होने की खबरें भी आती थी। हमारी कलाकृतियों की बेधड़क विदेशों में स्मगलिंग होती थी, जैसे ही उनकी कोई अहमियत ही नहीं थी। लेकिन भारत की उन धरोहरों को अब वापस लाया जा रहा है।
साल 2014 से पहले के कई दशकों में सिर्फ दर्जनभर प्रतिमाओं को ही भारत लाया जा सका था। लेकिन पिछले 7 सालों में यह संख्या सवा दो सौ से भी ज्यादा हो चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह कहा कि अपनी संस्कृति सभ्यता की यह निशानियां भारत की वर्तमान तथा भावी पीढ़ी को निरंतर प्रेरित करें। इस दिशा में यह एक बहुत बड़ा प्रयास है।