petrol diesel price: पेट्रोल और डीजल की बिना जिंदगी चल पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल प्रतीत होता है,ऐसा इसलिए क्योंकि आवागमन से लेकर अन्य बहुत से कार्य ऐसे हैं जो पेट्रोल या डीजल (petrol diesel price) में से किसी एक पर निर्भर रहते ही हैं.
चाहे वह किसान की सिंचाई हो या फिर कोई अन्य कार्य ऐसे में हर कोई इस बात की आशा करता है कि उन्हें पेट्रोल और डीजल सस्ते दामों पर हमेशा सुलभ रहे,लेकिन जैसे हालात बन रहे हैं उनसे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बहुत जल्द देश में फिर से पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो सकती है। इसकी क्या वजह है हम आपको विस्तार से बताएंगे आप हमारे साथ अंत तक बने रहे।
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आपको बता दें कि देश में पेट्रोल और डीजल की किल्लत इसलिए बढ़ सकती है क्योंकि बड़े पैमाने पर पेट्रोल डीजल डीलर अपना असंतोष प्रकट करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं,बता दें कि पेट्रोल और डीजल के डीलर ने यह घोषणा की है कि आज अर्थात 31 मई को वह आयल डिपो से पेट्रोल और डीजल नहीं खरीदेंगे।
उनका यह फैसला पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी असर डाल सकता है इसके अलावा पेट्रोल और डीजल की भारी किल्लत भी हो सकती है,सरकार इस समस्या का क्या समाधान निकालेगी ,यह जानने के लिए हम सभी को अभी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।
यह समझने के बाद कि भारत में पेट्रोल डीजल डीलर्स काफी बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम इस बात को भी समझे कि आखिर उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है या वह ऐसा क्यों कर रहे हैं। आपको बता दें कि इन डीलर की मांग है कि सरकार पेट्रोल और डीजल बेचने पर उनको मिलने वाले कमीशन को बढ़ाएं।
डीलर का कहना है कि लगभग 5 वर्ष हो गए तब से उनको मिलने वाले कमीशन में जरा सी भी बढ़ोतरी नहीं की गई है,जबकि इस अवधि में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई बार बड़ी है। अपनी इसी मांग को लेकर अरे डीलर्स ने सरकार को चेतावनी देते हुए आयल डिपो से पेट्रोल और डीजल खरीदने से मना कर दिया है।
डीलर्स को पेट्रोल और डीजल बेचने पर कितना कमीशन मिलता है यह बात शायद आपको ना पता हो इसलिए हम आपको स्पष्ट बताएं यह बताना चाहते हैं कि वर्तमान में कमीशन रेट क्या है,विभिन्न सोर्सेस से प्राप्त हो रही खबर के मुताबिक वर्तमान में पेट्रोल और डीजल बेचने वाले डीलर को 1 लीटर पेट्रोल बेचने पर 3.85 रुपए का और 1 लीटर डीजल बेचने पर 2.58 रुपए का कमीशन प्राप्त होता है, बता दें कि यह कमीशन डीलर को काफी कम महसूस हो रहा है और उनकी मांग है कि कमीशन को बढ़ाया जाए।
कमीशन के मुद्दे को लेकर तो डीलर्स असहमत है ही साथ ही साथ या बात भी निकल कर सामने आ रही है कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने से भी डीलर्स नाराज हैं,उनका कहना है कि एक्साइज ड्यूटी घटाने से उनका नुकसान हो रहा है जबकि कंपनियों का भारी फायदा।
गौरतलब है कि हाल ही में 22 मई को केंद्र सरकार ने petrol diesel price पर एक्साइज ड्यूटी हटाते हुए उसकी कीमतों को कंट्रोल करने का प्रयास किया था जनता ने भले ही केंद्र सरकार के इस प्रयास का स्वागत किया लेकिन पेट्रोल डीजल डीलर ने केंद्र सरकार के इस फैसले को नकार दिया और वह इसका विरोध कर रहे हैं।
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सावधानी के नजरिए से आपको हम सचेत कर देना चाहते हैं कि यह विरोध प्रदर्शन और आयल डिपो से तेल न खरीदने का निर्णय राजधानी दिल्ली सहित लगभग 17 से 22 और राज्यों के डीलर ने लिया है, जिससे आप के भी राज्य में पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो सकती है.
अतः आप को सही समय पर सही निर्णय ले लेना चाहिए ताकि आप किसी भी प्रकार की समस्या में ना पड़े और आपका कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। इस पूरे मामले पर आप क्या राय रखते हैं,क्या डीलर्स की मांग सुनी जानी चाहिए अथवा नहीं सरकार का क्या रुख होना चाहिए,आप हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।