Parivar Kalyan Card
Parivar Kalyan Card: उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है क्योंकि सरकार द्वारा जल्द ही उत्तर प्रदेश के निवासियों को पारिवारिक पहचान पत्र दिया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार योगी सरकार एक ऐसे कार्ड पर कार्यरत है जो सरकारी योजनाओं से लाभ प्राप्त करने वाले प्रत्येक परिवार को एक अद्वितीय 12 अंकीय संख्या प्रदान करेगा। उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए इस कार्ड का अनावरण करने के लिए सरकार राशन कार्ड के डाटा का इस्तेमाल भी कर सकती है।
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दरअसल उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य नहीं है जहां परिवार कल्याण कार्ड बनाने पर विचार किया गया है। इससे पहले हरियाणा और कर्नाटक राज्यों में यह योजना आरंभ की गई है। राशन कार्ड के आधार पर ही हरियाणा में साल 2022 में परिवार पहचान पत्र लांच किया गया था। इसी तर्ज पर कर्नाटक ने भी कुटुम्बा कार्ड लॉन्च किया है। खबरों के अनुसार योगी सरकार इन दोनों राज्यों से मशवरा करके इस कार्ड के आगे की प्रक्रिया के बारे में विचार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में रहने वाले सभी लोगों को यह कार्ड दिया जाएगा। यह एक ऐसा कार्ड होगा जिसमें प्रत्येक परिवार का डाटा (उन सभी सरकारी योजनाओं के बारे में) होगा जिनका वह लाभ ले रहे हैं। परिवार के आईडी कार्ड में आधार का नंबर के समान ही एक अद्वितीय 12 अंकों का आईडी नंबर भी दिया जाएगा। लेकिन यह इससे थोड़ा अलग होगा। यूपी सरकार ने इससे पहले प्रयागराज में एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम किया है। इन आईडी को बनाने के लिए राशन कार्ड के डेटा का सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने की खबर भी सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते ही सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने एक प्रेजेंटेशन देकर इस कार्ड का प्रस्ताव दिया गया था और इसका विस्तार से वर्णन भी किया गया था।
प्रेजेंटेशन में राशन कार्ड के डेटा को Parivar Kalyan Card का आधार बनाने की बात पर जोर दिया गया था।
एक सरकारी सूत्र ने कहा, “अगर हम राशन कार्ड को आधार के रूप में उपयोग करते हैं, तो 60 प्रतिशत परिवारों को कुछ ही दिनों में परिवार के पहचान पत्र के अनुसार मैप किया जाएगा।”
दरअसल, प्रयागराज में राशन कार्ड डेटा के आधार पर एक पायलट प्रोजेक्ट पहले ही शुरू किया जा चुका है क्योंकि सरकार ने लाभार्थियों को एक परिवार के तहत मैप करने का प्रयास किया है।
इसमें उन परिवारों का भी डाटा दिया गया है जिन्हें किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
इस कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि फर्जी कार्ड पर और उन सभी मामलों पर अंकुश लगेगा जहां एक परिवार एक सरकारी योजना का कई बार लाभ ले चुके ।हैं इससे सभी परिवारों को भी सरकारी लाभ के दायरे में लाया जा सकता है।
साथ ही इस पर Parivar Kalyan Card को लेकर यह उम्मीद भी है कि यह कार्ड भाजपा को हर परिवार को रोजगार का स्त्रोत देने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने में भी काफी हद तक मदद करेगा। परिवार कल्याण कार्ड से सरकार उन सभी परिवारों की पहचान करने में भी सक्षम होगी जिन्हें रोजगार के स्त्रोत की सबसे अधिक आवश्यकता है।
साथ ही यह कार्ड मिलने के बाद लोगों को हर जगह सभी दस्तावेजों को दिखाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।
उत्तर प्रदेश में सबसे पहले परिवार कल्याण कार्ड (Parivar Kalyan Card) को प्रयागराज में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया था। इस कार्ड के आधार पर सरकार ने लाभार्थी के परिवारों की पहचान की थी। इस योजना केकारण ही सरकार तक यह जानकारी भी पहुंची है कि उत्तर प्रदेश में कितने परिवार सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार परिवार कल्याण कार्ड से फर्जी कार्ड पर भी अंकुश लगेगा। इसके साथ ही एक परिवार को एक ही योजना का लाभ बार-बार मिलना भी बंद हो जाएगा और प्रदेश के उन लोगों को लाभ मिलेगा जो अब तक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं।
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Parivar Kalyan Card जारी करके सरकार द्वारा ऐसे परिवारों की जानकारी हासिल की जा रही है जिनको सरकार द्वारा लागू योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे परिवारों को कुछ समय बाद संबंधित पात्र सरकारी योजनाओं की लिस्ट में जोड़ दिया जाएगा। इससे नकली कार्ड के खतरे और दोहरे लाभों पर अंकुश लगने की उम्मीद भी की जा रही है। यह कार्ड परिवार में रोजगार की स्थिति की जानकारी भी प्रदान करेगा। सरकार को उम्मीद है कि प्रदेश में फैली बेरोजगारी को कम करने में परिवार कल्याण कार्ड सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।