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मौत का कोई ठिकाना नहीं है यह बात सच हो गई है। मामला नरही के पलियाखास गांव का है। जहां एक बच्चा ट्यूशन पढ़कर वापस घर लौट रहा था। तभी उसके पैर में ठोकर लगी और बच्चा जमीन पर गिर गया। उस बच्चे के हाथ में पेन था । वह पेन बच्चे के सीने में घुस गया। नरही के पलियाखास गांव निवासी राज मंगल यादव का बेटा अनूप यादव मंगलवार सुबह घर से थोड़ी दूर ट्यूशन पढ़ने गया था। रस्ते में अनूप के पैर में ठोकर लगी और वह मुंह के बल जमीन पर गिरा। अनूप अपने हाथों में पैन लिए था । तो वह पेन सीधा अनूप के सीने में घुस गया।
ग्रामीणों ने देखा तो अनूप छटपटा रहा था। और अनूप को खून निकल रहा था । ग्रामीणों ने जल्दी से उसके घर वालों को सूचना दी। और तुरंत ही उपचार के लिए भेज दिया। अनूप के माता-पिता रोते बिलखते आनन-फानन में उपचार के लिए गए। लेकिन डॉक्टर ने अनूप को मृत घोषित कर दिया। डॉ पंकज कुमार ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले बच्चे ने दम तोड़ दिया था । अनूप के पिता को क्या पता था कि जो पेन वह अपने बच्चे को सपने सच्चे करने के लिए दिला रहे है। उससे उनके बच्चे की मौत हो जाएगी।
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