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Odisha: यह मामला Odisha के भुवनेश्वर का है। जहां बताया जा रहा है कि धरती के भगवान यानी कि डॉक्टरों ने एक ऐसा चमत्कार करके दिखाया एक ऐसी सर्जरी को अंजाम दिया जो पहले कभी नहीं की गई। यह मामला बहुत दुर्लभ है। हमारे देश में आंकड़े के अनुसार प्रति मिनट 25 बच्चों का जन्म होता है हालांकि यह आंकड़ा भिन्न भी हो सकता है। जन्म लेने वाले कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो सामान्य नहीं होते लेकिन ऐसे बच्चों को सामान्य जीवन मिल सके तो ऐसे में डॉक्टर सर्जरी को अंजाम देते हैं। ऐसे ही एक मामला उड़ीसा के भुवनेश्वर का सामने आया है । जहां डॉक्टर ने दुनिया की पहली ऐसी सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। दरअसल यह नवजात शिशु की रीढ़ की हड्डी में विसंगति की खबर है। इस नवजात शिशु के पेट के ऊपरी हिस्से में एक पूंछ थी। चिकित्सा विज्ञान में इसे थोरिसिक एरिया कहा जाता है । यहां एक मानव पूंछ का एकमात्र अज्ञात मामला था। इस मामले में बात करते हुए प्रो. अशोक कुमार महापात्रा जो प्रख्यात, जो न्यूरो सर्जन भी हैं । उन्होंने बताया कि मानव पूंछ का होना एक दुर्लभ जन्मजात स्थिति है और अब तक दुनिया में ऐसे 195 मामले सामने आ चुके हैं।
Odisha दुनिया में पूंछ के मामले दुर्लभ हैं और जिस नवजात की सर्जरी की गई थी यह एक अनोखा मामला है। इस सर्जरी को डॉ महापात्रा और न्यूरो सर्जन डॉक्टर रामचंद्र देव ने एस्क्यू मेडिकल साइंस एंड मेडिकल कॉलेज में साइंस ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया। नवजात शिशु की लगातार तीन सफल सर्जरी को अंजाम दिया गया। जिसे पूरा करने में 4 घंटों का वक्त लगा और डॉक्टर ने 3 सेंटीमीटर लंबी पूंछ को बच्चे की पीठ के हिस्से से बच्चे का पूंछ को अलग कर दिया।
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डॉक्टर ने बताया कि अनुमम जन्म लेने वाले बच्चे में पूंछ नहीं होती क्योंकि जब गर्भ में विकास होता है तो पूंछ गायब हो जाती है।यह अपने आप में एक अनोखा मामला था । Odisha नवजात में तीन और समस्या थी और यह काफी मुश्किल भी था । डॉक्टरों ने लगातार तीन ऑपरेशन किए जिसे करने में 4 घंटे का समय लगा । हम जानते थे कि ओडिशा में एक दुर्लभ ऑपरेशन किया जा रहा है । लेकिन इसके लिए पैनिक नहीं किया । इधर इस बेहद कठिन और अनूठे मामले की सफल सर्जरी हो जाने के बाद नवजात के पिता बेहद खुश हैं। उन्होंने इसके लिए डॉक्टरों का आभार माना ही साथ ही ओडिशा सरकार को धन्यवाद दिया।