Naaz Joshi: ट्रांसजेंडर वूमेन नाज़ जोशी मिस ट्रांसग्लोबल 2022 प्रेजेंट में भारत देश की तरफ से प्रतिनिधित्व करने जा रही हैं। इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में दुनिया भर की ट्रांसजेंडर महिलाएं अपना प्रदर्शन करेंगी।नाज़ जोशी के चर्चे हर जगह हो रहे हैं। लेकिन उनकी मां इस बात से खफा हैं। उनकी मां का कहना है कि हमने तो लड़का पैदा किया था छक्का नहीं। नाज जोशी की मां के इस बात पर लोगों ने अपनी तरफ से अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दी है।
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भारत देश की राजधानी दिल्ली के एक अपर- मिडल क्लास फैमिली में सन 1984 में 31 दिसंबर को एक बच्चे का जन्म हुआ। जिसका नाम आईजिया जोशी रखा गया। आईजिया जोशी के पिता दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) में उच्च अधिकारी थे। आईजीआई जोशी को खिलौने, किताबों, चॉकलेट और प्यार किसी भी चीज की कमी नहीं थी। तब भी वो अन्य लड़कों की तुलना में बहुत ज्यादा नाजुक था। लेकिन अभी वह बच्चा ही था। लेकिन वह काफी चंचल और खुशमिजाज बच्चा था।
10 साल का वह मासूम बच्चा जिसे खुद नहीं मालूम था कि वह लड़का है या लड़की उसके घर वाले भी उसके साथ बुरा व्यवहार करने लगे। परिवार वालों को लगता था कि बच्चे के इस व्यवहार की वजह से हर जगह उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है। इसलिए उन्होंने अपने बच्चे से पीछा छुड़ाने के लिए अपने 10 साल के मासूम बच्चे को उसके मामा के यहां भेज दिया। Naaz Joshi के मामा का परिवार मुंबई शहर के एक चांलमें रहता था।
उनके परिवार में पहले से 6 बच्चे थे। और उसके मामा एक सरकारी अस्पताल में वार्ड बॉय के पद पर कार्यरत थे। मामा ने उससे पहले ही दिन कह दिया कि तुझे स्कूल भेजने की मेरी हैसियत नहीं है जाकर कहीं काम कर और अपने पैसे खुद कमा। मामा ने आईजिया को घर के पास ही एक ढाबे में काम पर लगवा दिया। 10 साल का मासूम लड़का दिन में स्कूल जाता और लौटकर ढाबे पर काम करता। फिर ढाबे का काम खत्म कर घर आकर रसोई में मामी का हाथ बटाता। और देर रात 11:00 बजे अपना होमवर्क पूरा करता।
एक दिन घर पर आईजीया के मामा और मामी नहीं थे। उनका 20 साल का बेटा और उसके कुछ दोस्त घर पर आए हुए थे। सब मिलकर घर पर ही शराब पी रहे थे। उन्होंने उस 11 साल के मासूम बच्चे को भी शराब पीने को दिया। लेकिन आइजिया ने मना किया तो उसे एक स्टील की गिलास में कोल्ड ड्रिंक पकड़ाई और एक सांस में पी जाने को कहा।
वह बच्चा घबराकर शराब पीकर सो गया और अगली दोपहर अस्पताल में उसकी आंख खुली तो उसके शरीर पर वे तरह घाव के निशान मौजूद थे और एनल एरिया में टांके भी लगे थे दांतों का दर्द कम करने के लिए उसे पेन किलर दी गई थी लेकिन दर्द इतना तेज था
कि असहनीय हो रहा था आईजीया की आंख खुली तो उसने देखा कि सामने उसके मामा खड़े थे उन्होंने उस से एक ही बात कही कि किसी से कुछ कहना मत 2 दिन बाद तुझे लेने आऊंगा लेकिन कोई लेने नहीं आया।
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फैशन और ब्यूटी की दुनिया में अपना नाम कमाने के बाद नाज जोशी ने मॉडलिंग की रैंप पर कदम रखा। दुबई,अफ्रीका और मॉरिशस में जाकर 3 साल लगातार मिस वर्ल्ड डाइवर्सिटी का खिताब जीतने वाली Naaz Joshi पर उनके पिताजी को बहुत गर्व है। लेकिन उनकी मां अब भी उनसे खफा हैं।अब नाज़ मिस ट्रांसग्लोबल 2022 पेजेंट में भारत की तरफ से हिस्सा लेने जा रही हैं। जहां दुनिया भर की अपनी उम्र से आधी ट्रांस सुंदरियों के साथ उनका मुकाबला होना तय है।