Rampur: उत्तर प्रदेश के रामपुर में हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। मंगलवार शाम को शहर में हिन्दू समुदाय द्वारा निकाली गई श्री बालाजी शोभायात्रा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया ।
बता दें कि शोभायात्रा का आयोजन प्रतिवर्ष बालाजी दरबार समिति करती है । कल शाम जब शोभायात्रा की शुरुआत मंडी समिति से हुई तो सबसे आगे शोभायात्रा का बैनर पकड़े समिति के पदाधिकारी चल रहे थे। शोभायात्रा विभिन्न जगहों से गुजरते हुए जब मुस्लिम बहुल इलाकों और मस्जिद के सामने से गुजर रही थी तब मुस्लिम समुदाय हाथों में फूल मालाएं लिए शोभायात्रा के स्वागत के लिए तैयार खड़े थे । मुस्लिम समुदाय ने शोभायात्रा में मौजूद लोगों पर फूल बरसाए और गले मिलकर आपसी सौहार्द्र कायम किया।
यह नजारा देखकर लोगों ने राहत की सांस ली और मुल्क में इसी तरह के आपसी सद्भाव की कामना की। बता दें कि रामपुर में श्री बालाजी समिति द्वारा निकाली गई शोभायात्रा की बरसों पुरानी परम्परा है । हिन्दू समुदाय द्वारा यह शोभायात्रा पिछले 40 वर्षों से लगातार निकाली जा रही है । इस शोभायात्रा में शामिल होने के लिए आसपास के गांव,कस्बों,शहरों के अलावा मेरठ,हापुड़, गाजियाबाद, बिलासपुर,बरेली आदि जिलों से भक्त आये थे ।
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मंगलवार शाम 5 बजे से परम्परा के अनुसार मंडी समिति से श्री बालाजी शोभायात्रा निकाली गई । शहर के विभिन्न गलियों,कस्बों से गुजरते हुए शोभायात्रा में तमाम जिलों से आये भक्त गण मौजूद थे ऐसे में हालिया घटनाओं को देखते हुए प्रशासन के सामने शोभायात्रा को शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाने की चुनौती थी । शोभायात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए सूबे में एसएसपी संसार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे परंतु दोनों समुदायों की आपसी समझ और सद्भाव के चलते कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हो पाई जिससे प्रशासन ने भी राहत की सांस ली ।
श्री बालाजी दरबार समिति द्वारा प्रतिवर्ष निकाली जाने वाली शोभायात्रा देखते ही बनती थी । आसपास के जिलों से आये भक्त गण कर्णभेदी नारे लगाकर माहौल को भक्तिमय बना रहे थे । वहीं शोभायात्रा में इस वर्ष भी तरह तरह की झांकियों ने सबका मन मोह लिया । श्री बालाजी दरबार समिति के मुख्य महंत अभिषेक मिश्रा एवं उप महंत आयुष मिश्रा ने बताया कि यह शोभायात्रा पिछले 4 दशकों से आयोजित होती आ रही है ।
शोभायात्रा में गणेश भगवान, श्री हनुमान , क्षीर सागर में लेटे हुए विष्णु भगवान, मां दुर्गा,मां सरस्वती, उड़ते हुए हनुमानजी, महिषासुर मर्दन, नृत्य करते हुए राधा-कृष्ण, काली मां ,भरत शत्रुघ्न,वानर सेना,शिव परिवार आदि झांकियां जब शोभायात्रा में एक पंक्ति रूप में चल रही थीं तब यह नजारा देखते ही बनता था । जगह जगह पर शोभायात्रा के स्वागत के लिए विभिन्न धर्मों,पंथों के लोग फूल मालाएं लिए खड़े थे ।
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शोभायात्रा गांधी समाधि से प्रारंभ होकर राजद्वारा, सेंट्रल बैंक ,जामा मस्जिद आदि जगहों से होते हुए पुनः गांधी समाधि पर आकर पूर्ण हुई। शोभायात्रा के सम्पन्न होने के बाद हवन,भंडारा एवं महा आरती हुई । विभिन्न धर्मों,वर्णों के लोगों ने शोभायात्रा को निर्विघ्न पूर्ण करवाने में भरपूर सहयोग दिया।
जहां देश के विभिन्न राज्यों में पिछले दिनों हिन्दू-मुस्लिम घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं और दोनों समाजों के बीच नफरत,अविश्वास की खाई और चौड़ी हुई है वहीं मंगलवार शाम रामपुर में निकाली गई बालाजी शोभायात्रा नई उम्मीद जगाती है । शोभायात्रा में मौजूद हिन्दू समुदाय के लोग और जगह जगह पर फूल मालाएं लेकर स्वागत के लिए तैयार खड़े मुस्लिम समुदाय के लोग यह भलीभांति महसूस कर रहे थे कि यदि दोनों वर्ग चाह लें तो हिन्दू- मुस्लिम के बीच बढ़ता तनाव अपने आप कम हो जाएगा ।