LPG Dealership: देश में एलपीजी (LPG) की 3 सरकारी कंपनियां हैं और यही डिस्ट्रीब्यूटरशिप (Distributorship) देती हैं. डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने के लिए भारतीय नागरिक होना आवश्यक है. साथ ही एलपीजी की एजेंसी (Agency) लेने के लिए आवेदन करने वाले का 10वीं पास होना भी जरूरी है. एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप की आवेदन के लिए अक्सर अखबारों में नोटिफिकेश (Notification) जारी किया जाता है.
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अब देश में रसोई गैस सिलेंडर (LPG) काफी बड़ी संख्या में लोगों के घर के किचन में पहुंच चुका है. केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत देश के गरीब वर्ग में रसोई गैस सिलेंडर बांटे गए हैं. इस वजह देश में रसोई गैस सिलेंडर की खपत काफी ज्यादा बढ़ी है और आने वाले दिनों इसमें काफी इजाफा भी होगा. ऐसे में अगर आप भी इस क्षेत्र में कारोबार की शुरुआत करते हैं, तो आप काफी मोटी कमाई कर सकते हैं.
रसोई गैस सिलेंडर वितरण एजेंसी खोलकर के काफी बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. हालांकि, इसके लिए आपको थोड़ी मोटी रकम भी निवेश करनी पड़ेगी. देश में एलपीजी की 3 सरकारी कंपनियां हैं और यही कंपनिया ही डिस्ट्रीब्यूटरशिप देती हैं.
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Ltd) जो कि इंडेन गैस की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देती है. भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) भारत गैस के लिए और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) एचपी गैस (HP Gas) के लिए डिस्ट्रीब्यूटरशिप प्रदान करती है. हालांकि, डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए कंपनियों ने कुछ नियम भी बनाए हैं, जिसके तहत ही किसी व्यक्ति को वितरण एजेंसी का लाइसेंस मिलता है. ये कंपनियां समय-समय पर डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए आवेदन भी मंगाती हैं.
हिंदुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनियां ऑनलाइन या ऑफलाइन भी आवदेन मंगाती हैं. आवदेन करने के बाद कुछ कैंडिडेट का इंटरव्यू किया जाता है. इसमें कई तरह के पैरामीटर पर नंबर दिए जाते हैं और इसी के आधार पर ही कैंडिडेट का मूल्यांकन भी किया जाता है. फिर इसके बाद इंटरव्यू का रिजल्ट जारी किया जाता है. अगर आपका नाम भी लिस्ट में आ जाता है, तो आपके द्वारा दी गई जानकारी को वेरिफाई कर के कंपनियां गैस एजेंसी अलॉट (Allot) कर देती हैं.
इसके लिए मेट्रो शहर, ग्रामीण क्षेत्र और नगरपालिक में वितरण और ऑपरेशन की अनुमति दी जाती है. अगर आप घरेलू उपयोग वाले एलपीजी सिलेंडरों के वितरण के लिए एजेंसी लेना चाहते हैं, तो फिर 14.2 किलोग्राम से अधिक वजन के सिलेंडर का वितरण नहीं कर सकेंगे. वितरण एजेंसी के लिए लाइसेंस मिलने से पहले आपके क्रेडेंशियल्स (Credentials) का फील्ड वेरिफिकेशन भी होगा.
OMC अधिकारियों की समिति आपके सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स और जिस जमीन पर आप रसोई गैस सिलेंडर के लिए वितरण एजेंसी को खोलना चाहते हैं. उसकी जांच भी करेगी.
जमीन की जांच का अर्थ यह है कि आप जहां पर एजेंसी खोलना चाहते हैं, वहां पर हर मौसम में गाड़ी के पहुंचने के लिए सड़क होनी आवश्यक है. जमीन पर एलपीजी सिलेंडर को स्टोर करने के लिए एक गोदाम भी बनेगा. अगर जमीन आपके ही नाम पर है तो सही है. वरना कम से कम आपको 15 वर्ष की लीज (Lease) पर जमीन को लेना पड़ेगा. अगर लाइसेंस प्रदान करने के लिए आपका चयन हो जाता है, तो फिर आपको खुद ही गोदाम भी बनवाना होगा.
रसोई गैस एजेंसी के लिए सरकार के तय स्टैंडर्ड (Standards) के मुताबिक, सामान्य श्रेणी के कैंडिडेट्स (Candidates) के लिए 50 प्रतिशत तक रिजर्वेशन होता है. इसके बाद अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों के लिए भी कुछ रिजर्वेशन होता है. भूतपूर्व सैनिक, स्वतंत्रता सेनानी, सशस्त्र बल, पुलिस सेवा, राष्ट्रीय खिलाड़ियों और सामाजिक रूप से अक्षम लोगों को भी इसमें प्रथमिकता दी जाती है.
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप की आवेदन के लिए अखबारों में भी नोटिफिकेश जारी किया जाता है. https://www.lpgvitarakchayan.in पोर्टल पर भी आपको नोटिफिकेश के बारे में जानकारी मिलती है. अगर किसी भी क्षेत्र में 1 से अधिक योग्य कैंडिडेट हो जाते हैं, तो फिर लकी ड्रॉ के अनुसार रसोई गैस एजेंसी अलॉट की जाती है.
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डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने के लिए भारत का नागरिक होना आवश्यक है. इसके साथ ही एलपीजी की एजेंसी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति का 10वीं पास होना भी जरूरी है. इसके लिए उम्र 21 वर्ष से लेकर 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए. इसके अलावा भी आपके परिवार का कोई भी सदस्य ऑयल मार्केटिंग कंपनी में नौकरी नहीं करता हो. गैस एजेंसी के आवेदन करने के लिए अधिकमत शुल्क 10,000 रुपये है. ये शुल्क नॉन रिफंडेबल (Non Refundable) भी होता है.
LPG Dealership, एलपीजी गैस एजेंसी खोलने के लिए कम से कम लगभग 15 लाख रुपये तक की जरूरत होती है. यह पैसा एलपीजी सिलेंडरों को स्टोर (Store) करने के लिए गोदाम और एजेंसी के कार्यालय बनवाने में ही खर्च होता है. इसके अलावा आपको पासबुक प्रिटिंग के लिए कंप्यूटर और प्रिंटर आदि चीजों की भी जरूरत पड़ती है.