Khargone News: कल चैत्र नवरात्रि 2022 की समाप्ति और रामनवमी के उपलक्ष्य पर हिन्दू समुदाय के लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस/शोभायात्रा में एक अन्य समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया जिससे अब तक शांत मध्यप्रदेश का खरगोन शहर हिंसा और अफवाहों की आग में झुलसने लगा। खबर है कि रामनवमी पर एक समुदाय पूरे गाजे-बाजे के साथ शहर की सड़कों से जुलूस निकाल रहा था कि एक अन्य समुदाय बाहुल्य इलाके से जुलूस निकलते ही मकानों की छतों से पथराव शुरू हो गया जिसके बाद माहौल गर्म हो उठा।
घटना की जानकारी जब आलाधिकारियों को लगी तो वहां तुरंत भारी पुलिस बल भेजा गया हालांकि तब तक उपद्रवियों ने 2-3 मोटरसाइकिल, कुछ घरों में आगजनी और 1-2 धार्मिक स्थानों में तोड़फोड़ कर दी थी। माहौल बिगड़ता देख थाना प्रभारी बलदेव मुजाल्दे भी पहुंचे लेकिन गुस्साई भीड़ ने उन पर भी हमला कर दिया। स्थिति को काबू करने पहुंचे SP सिद्धार्थ चौधरी पर भी हमला किया गया जिसमे वह घायल हो गए। खबर है कि उनके पैर में चोट आई है। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है । इस दौरान 1 पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोगों के और घायल होने की खबर है।
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खबर है कि रामनवमी का जुलूस बड़वानी जिले के तालाब चौक से गुजर रहा था जिसमे DJ भी लगा हुआ था। एक अन्य समुदाय के इलाके से गुजरते समय वहां के लोगों को DJ में बज रहे गाने से आपत्ति हुई और माहौल बिगड़ गया। छतों से ईंट-पत्थर चलने लगे। पथराव हुआ,मारपीट हुई,आगजनी हुई और पूरे इलाके में हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया।
बता दें कि रामनवमी के जुलूस में हुई हिंसा के वीडियो भी वायरल हुए जिनमें उपद्रवियों को आगजनी,पथराव और मारपीट करते हुए देखा जा सकता है । यही नहीं इस दौरान पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में लाने हेतु आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए भी देखा जा सकता है।
व्यापक रूप से हिंसा भड़कने, पथराव, आगजनी के बाद पूरे खरगोन शहर में धारा 144 लगा दी गयी है जबकि हिंसा प्रभावित 3 क्षेत्रों जिनमे तालाबचौक, गोशाला मार्ग, इमलीपुरा भी शामिल है। वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है। खबर है कि प्रभावित क्षेत्रों में तालाब चौक, इमलीपुरा, गोशाला मार्ग, सर्राफा क्षेत्र, भावसार मोहल्ला आदि हैं जहां बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। फिलहाल घटना के बाद पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर सहित भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है।
डिप्टी कलेक्टर सुमेर सिंह मुजाल्दा ने बताया कि रामनवमी के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के मद्देनजर शहर के तीन इलाकों में सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि पूरे खरगोन शहर में धारा 144 लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है।
बता दें कि उन्मादी भीड़ ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थरों, डंडों के अलावा पेट्रोल बमों से भी हमला किया। ये हमले दोनों तरफ से हुए । इस बीच उन्मादी भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। हालांकि इमलीपुरा, तालाब चौक आदि क्षेत्रों जहां से हिंसा की शुरुआत हुई थी वहां के बाद अन्य क्षेत्रों में भी हिंसा भड़क उठी और पथराव, आगजनी हुई । बताया जाता है कि इसके बाद गननौर चौक, मोतीपुरा, कुम्हारवाड़ा आदि क्षेत्रों में भी हिंसा भड़कने लगी और दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए।
रामनवमी के जुलूस की शुरुआत में दो पक्षों में हुए संघर्ष की आग इस कदर फैली कि भारी पुलिस बल और आला अधिकारियों के होने के बावजूद देर शाम तक हिंसा में काबू पाया जा सका। इतना ही नहीं नगर पालिका के 4 अग्निशमन वाहन भी आग बुझाने में नाकाबिल साबित हुए जिससे 2 अतिरिक्त वाहनों को भी भिजवाया गया।
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देर रात क्षेत्र के सांसद गजेंद्र उमराव सिंह पटेल हिंसा ग्रस्त क्षेत्र का मुआयना करने पहुंचे। अभी वह सर्राफा बाजार से आगे निकले ही थे कि उपद्रवियों ने उनपर भी पथराव कर दिया। जैसे तैसे पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर उन्हें बाहर निकाल पाए ।