इस पोस्ट में
कंगना राणावत अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में बनी ही रहती हैं। या यूं कहें कि कंगना का विवादों से पुराना नाता है। विवाद और कंगना एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते जहां कंगना वहां पर विवाद। कभी कंगना कहती हैं कि आंदोलन में बैठे किसान असली किसान नहीं है वह आतंकवादी खालिस्तानी है, असली के किसान तो खेत पर काम कर रहे हैं और कभी कहती हैं कि अभी 2014 में देश आजाद हुआ है। 2014 से पहले हम गुलाम थे। इस प्रकार की बचकाना बयान फिजूल है। कंगना रनौत ने किसानों को आतंकवादी कहा, खालिस्तानी कहा और कहा कि वह किसान तो है ही नहीं। इस तरह कंगना रनौत एसी में बैठी-बैठी विवादित बयान बाजी करती रही । लेकिन जब वह अपने कमरे से बाहर निकली सड़क पर आयी तो किसानों ने कंगना की गाड़ी को घेर लिया। कंगना की गाड़ी को किसानों ने चारों तरफ से घेर लिया जिसके कारण सड़क पर लंबा जाम लग गया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाएं कंगना का विरोध कर रही है और कंगना किसान महिलाओं को समझा रही है कि ऐसा उन्होंने कोई बयान नहीं दिया जिससे किसानों को दुख पहुंचे। ऐसा तो उन्होंने शाहीन बाग की महिलाओं को कहा था। कंगना की गाड़ी को घेर कर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया विरोध करने वाली महिलाओं ने कंगना रनौत के उस बात का विरोध किया।ग जिसमें कंगना रानौत ने कहा था कि यह किसान वह लाए नहीं सो ₹100 रुपए में लाई गई मेहमान आए हैं
कंगना रनौत ने अपना खुद से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया और कहा कि किसानों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है। कंगना रनौत ने कहा कि मैं क्या कोई पॉलिटिशन हूं, कोई पार्टी को बढ़ावा देती हूं? जो इस तरह किसान की एक बड़ी भीड़ आकर मेरी गाड़ी को घेर लिया है। कंगना ने यह भी बताया कि यदि उनके पास सुरक्षाकर्मी और पुलिस वाले नहीं होते तो उनकी शायद मॉब लिंचिंग हो जाती है।
…..……………………….समाप्त………………………..