कंगना रनौत की मुश्किलें तो उनके बयानों की तरह ही कम नहीं हो रही हैं। उनके खिलाफ अब भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन दादर में एक और शिकायत दर्ज की गई है। जिसमें आईपीसी के सेक्शन, 153, 153A, 153B,504,505, 505(2) and IT Act 2000 की धारा 79 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की शिकायत श्री गुरु सिंह सभा मुंबई में दर्ज कराई है। कंगना के अलावा भी इसमें अतुल मिश्रा को आरोपी बनाया गया है।
इस पोस्ट में
दरअसल कंगना ने एक पोस्ट में ये लिखा था कि हो सकता है कि आज खालिस्तानी आतंकवादियों के कारण सरकार के हाथ बंध गए, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक औरत केवल एक महिला प्रधानमंत्री ने इसको अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। चाहे उसने इस देश के लिए कितनी भी पीड़ा क्यों न सही हो, उसने अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया था, और देश के टुकड़े नहीं होने दिए थे। सिर्फ इतना ही नहीं उनकी मौत के दशकों को बाद आज भी उसके नाम से कांपते हैं। वैसा ही इनको गुरु चाहिए।
वही दूसरे आरोपी अतुल मिश्रा ने यह कहा है कि उन्होंने भी अपनी सोशल मीडिया हैंडल से इसी तरह के कमेंट किए थे। जिसमें यह लिखा था कि सरकार भीड़ तंत्र के लिए अतिसंवेदनशील है। असली किसान ही असली लूजर है, क्योंकि उनके लिए ही कानून फायदेमंद थे। सिखों का यह मनाना की बीजेपी के लिए यूपी में कमजोरी को रोक नहीं सकता। ये शिकायतें श्री गुरु सिंह सभा की तरफ से लॉयर शबीना बेदी सुर ने दायर की है।
तीनों कृषि कानून वापस लेने की सरकार के इस फैसले से एक्ट्रेस कंगना रनोट खुश नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी विचार शेयर किए थे। कंगना ने यह लिखा था कि अब बेहद शर्मनाक एवं अनुचित है। कंगना रनोट ने लिखा- दुखद, बिल्कुल अनुचित, शर्मनाक। अगर संसद में चुनी हुई सरकार की जगह पर सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया.. तो ये भी एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो इसे इस तरह ही चाहते हैं।