Jitendra Tyagi: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और धर्म बदलकर हिन्दू बने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी ने राजधानी लखनऊ स्थित पार्किंग एरिया में डेरा डाल दिया है । अपने समर्थकों संग अलीगंज के यूनिवर्सिटी मार्ग स्थित हनुमान सेतु मन्दिर के फुटपाथ में लेटे जितेंद्र त्यागी यतीमखाना परिसर स्थित मकान छीने जाने की वजह से धरने पर बैठ गए हैं । जितेंद्र त्यागी ने कहा कि उनका मकान छीन लिया गया है और चाबी नहीं दी जा रही ।
उन्होंने कहा कि उनके पास एक ही मकान है जिसके निर्माण में उन्होंने काफ़ी पैसा खर्च किया था। अब जब कि वह मकान बिना नोटिस दिए छीन लिया गया है तो उनके पास रहने के लिए कोई घर नहीं है इसलिए वह अब जिस फुटपाथ में जगह मिलेगी वहीं सो जाएंगे। सुरक्षा की दृष्टि से हनुमान मंदिर स्थित पार्किंग एरिया के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ।
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Jitendra Tyagi अभी हाल ही में जेल से छूटे हैं । शनिवार शाम को जब वह सआदतगंज स्थित शिया यतीमखाना परिसर में बने अपने मकान पहुंचे तो उसमें ताला लगा पाया। उन्हें जानकारी मिली कि शिया वक्फ बोर्ड ने यतीमखाना परिसर की जमीन वापस ले ली है और चाबी थाने में जमा कर दी है ।ऐसे में जितेंद्र नारायण त्यागी( पूर्व नाम वसीम रिजवी) ने अपने समर्थकों संग अलीगंज स्थित हनुमान सेतु मन्दिर पहुंचे, दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया और वहीं पार्किंग एरिया में बैठ गए ।
उन्होंने ऐलान किया कि जब तक यतीमखाना परिसर स्थित उनका मकान उन्हें वापस नहीं मिल जाता वह फुटपाथ पर ही डेरा डाले रखेंगे। इस बीच उनके साथ धरने पर अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी और अन्य लोग भी मौजूद रहे । मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म मे शामिल हुए जितेंद्र त्यागी ने बताया कि यतीमखाना परिसर स्थित उस मकान में उन्होंने 25-30 लाख रुपये खर्च कर निर्माण करवाया था इस बीच वह जेल चले गए । हाल ही में वह जेल से छूटकर जब वापस आये तो मकान में ताला लगा पाया।
वसीम रिजवी उर्फ Jitendra Tyagi ने बताया कि शिया वक्फ बोर्ड के साथ 2016 मे यतीमखाने के पास की जमीन को लेकर उनके ससुर इब्ने हसन के साथ समझौता हुआ था । समझौते में कहा गया था कि यतीमखाना को जब भी इस जमीन की जरूरत होगी, वह 3 महीने पहले नोटिस देकर अवगत करवाएगा । साथ ही मकान के निर्माण में जो हमारा 25- 30 लाख रुपया खर्च हुआ है उसकी भी भरपाई वक्फ बोर्ड करेगा ।
Jitendra Tyagi ने आगे कहा कि 4 महीने पहले वह जेल चले गए थे, हाल ही में छूटकर वापस लौटे हैं । अभी 29 मई को शाम को जब वह सआदत गंज स्थित यतीमखाना परिसर पर अपने घर लौटे तो ताला लगा पाया । वो लोग कह रहे हैं कि मुस्लिम बस्ती में किसी हिन्दू को रहने के लिए कोई जगह नहीं है । जितेंद्र त्यागी ने कहा कि वह बेघर हो गए हैं और जब तक उन्हें उनका घर वापस नहीं मिल जाता वह फुटपाथ पर ही रहेंगे । उन्होंने कहा कि यतीमखाना परिसर स्थित मकान के कागज उनके पास सुरक्षित हैं ।
इस बीच उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने जितेंद्र त्यागी द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया । शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने कहा कि वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी ने यतीमखाना परिसर में अवैध निर्माण करवाया हुआ था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जितेंद्र त्यागी यतीमखाना परिसर की जमीन पर सालों से रह रहे थे और किराया भी नहीं दे रहे थे ऐसे में जमीन खाली करा ली गयी है ।
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शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन यतीमखाना परिसर स्थित मकान छीने जाने पर 2 दिन से अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर परिसर में डेरा डाले हुए हैं । इस बीच उनके साथ हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं । जितेंद्र त्यागी ने पार्किंग एरिया में ही चादर और गद्दे बिछाकर समर्थकों संग बैठ गए हैं । वह कहते हैं कि यह धरना प्रदर्शन नहीं है। उन्होंने कहा कि वह हनुमान मंदिर दर्शन करने आये थे यहीं पर लोगों के साथ बैठकर चर्चा करने लगे ।
चूंकि उनके पास रहने और सोने के लिए घर नहीं है इसलिए वह यहीँ फुटपाथ में रहेंगे। बता दें कि जितेंद्र त्यागी ने इस मसले पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मिलकर समस्या बताई थी जिसपर उन्हें न्याय मिलने का आश्वासन दिया गया है । जितेंद्र त्यागी ने आरोप लगाया कि मकान मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म मे शामिल होने की वजह से छीना गया है ।