Jhund Movie: विवादों के समंदर में गोते लगा रही” द कश्मीर फाइल्स” फिल्म को रिलीज के बाद से ही कई राज्यों में टेक्स फ्री भी कर दिया गया है! ये फिल्म कुछ ऐसी चुनिंदा फिल्मों में से एक बन चुकी है जिसकी चर्चा सिर्फ एक फिल्म के रूप में न होकर उसमें उठाए गए मुद्दे के लिए की जा रही है। वैसे की सेलेब्स, राजनेता व बिजनेस मैन इस फिल्म को लेकर अपनी नागवारी का इजहार कर चुके हैं। विवेक अग्निहोत्री की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के “फर्स्ट डॅ, फर्स्ट शाॅ” से ही देश में इस फिल्म को लेकर बहस चल रही है।
अन्य फिल्में भी महत्वपूर्णइस बीच ही अब इस फिल्म के साथ एक और नई बहस भी छिड़ गई है। दरअसल इस फिल्म को कई राज्यों में टेक्स फ्री कर देने के बाद अब कहा जा रहा है कि इस तरह की अन्य फिल्में भी मौजूद हैं जिसमें महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया है, लेकिन बावजूद इसके उन्हें टेक्स फ्री नहीं किया गया।
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एक ऐसी ही शिकायत है सविता राज हिरेमठ की। सविता हिरेमठ अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म ‘झुंड‘ के निर्माताओं में से एक हैं। हाल ही में रिलीज हुई अपनी इस फिल्म के लिए सवाल उठाते हुए सविता राज हिरेमठ ने कहा कि उन्हें बड़ी ही हैरानी हो रही है कि उनकी फिल्म को टैक्स-फ्री क्यों नहीं किया गया? सविता के अनुसार Jhund फिल्म ने सकारात्मक प्रतिक्रियाएं तो पाई ही हैं और साथ ही उनकी इस फिल्म का विषय देश के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सविता ये प्रतिक्रिया तब दी है जब देश भर के कई राज्यों में ‘The Kashmir Files’ टैक्स-फ्री कर दिया गया है। झुंड की निर्माता सविता ने सरकार के इस रवैये को लेकर बहुत से सवाल उठाए हैं।
Jhund Movie अपनी एक फ़ेसबुक पोस्ट के माध्यमसे शुक्रवार को सविता ने कहा कि ‘बेशक ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक अहम मुद्दे पर बनी हुई फिल्म है लेकिन झुंड कश्मीरी पंडितों के लिए एक अच्छी आवाज है.’ इसके साथ ही सविता ने ये भी लिखा है कि,”पंडितों की कहानी को पर्दे पर दिखाया जाना बहुत ही अच्छी बात है लेकिन उनकी फिल्म भी महत्वपूर्ण विषय पर बनी है। आखिरकार ‘झुंड’ फिल्म की कहानी में एक बड़ा संदेश है जिसे दर्शकों से जबरदस्त प्रशंसा मिली है।”
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इसी महिने 4 मार्च को रिलीज हुई फिल्म झुंड में बिग बी अमिताभ बच्चन ने नागपुर के एक रिटायर्ड प्ले टीचर विजय बरसे की भुमिका निभाई है। ये किरदार उस सच्ची शख्सियत पर फिल्माया गया है जिन्होंने एक झुग्गी फ़ुटबॉल मूवमेंट का जिम्मा उठाया था। झुंड फिल्म के निर्माता नागराज मंजुले की ये पहली ही हिंदी फिल्म है। इस फिल्म से पहले वह ‘फैंड्री’ और ‘सैराट’ जैसी मराठी फिल्मों के लिए जाने गए थे।
इस बात में कोई इंकार की गुंजाइश ही नहीं है कि झुंड भी एक ऐसे विषय पर बनी हुई फिल्म है जो हमारे देश के विकास के लिए बेहद ही जरूरी है। नागराज मंजुले की यह झुंड न केवल जाति और आर्थिक असमानता पर प्रकाश डालती है बल्कि हमारे समाज के निचले तबके को सफलता खोजने की कहानी दिखाती है।
Jhund Movie इस फिल्म में अमिताभ बच्चन की भूमिका भी दमदार है। सविता राज हिरामठ के साथ ही फिल्म को राज हिरेमठ, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, मीनू अरोड़ा,गार्गी कुलकर्णी, और मंजुले ने भी प्रोड्यूस किया है।इन दोनों फिल्मों की कमाई में बहुत ही बड़ा अंतर देखा जा रहा है। एक तरफ ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने महज आठ दिनों में ही बॉक्स ऑफिस पर करीब ₹116 करोड़ बटोर चुकी है। दुसरी और ‘झुंड’ ने रिलीज होने के बाद से पंद्रह दिनों में सिर्फ ₹15 करोड़ की ही कमाई की हैं।