Jhansi: हर रोज कोई न कोई ऐसी खबर हमारे सामने आ जाती है जिसपर विश्वास करना मुश्किल होता है । हमें लगता ही नहीं है कि ऐसा भी कोई कर सकता है परंतु यह भी सच है कि ऐसी चीजें दुनिया मे होती हैं और हर रोज हो रही हैं । Jhansi के कोतवाली क्षेत्र से आया यह मामला भी कुछ ऐसा ही है जहां पर एक शिक्षिका के बच्चे को घर मे काम करने वाली नौकरानी भांग खिला कर सुला देती थी । वह ऐसा इसलिए करती थी ताकि बच्चा रोये न और उसे परेशान न करे। यह हैरान कर देने वाला मामला जब से सुर्खियों में आया है तभी से इसकी चर्चा हो रही है ।
इस पोस्ट में
उत्तरप्रदेश के Jhansi से यह मामला सामने आया है । पेशे से अध्यापक एक महिला अपने छोटे बच्चे का ख्याल रखने और घर का काम करने के लिए एक केयरटेकर( मेड) को घर पर रखे हुए थी । शिक्षिका के पति भी जॉब करते हैं इसलिए दोनो पति-पत्नी सुबह अपने अपने काम पर निकल जाते थे । जबकि दुधमुंहे बच्चे को नौकरानी के हवाले कर दिया जाता था । बता दें कि इस नौकरानी को शिक्षिका ने 2 साल पहले यह सोचकर काम पर रखा हुआ था कि छोटे बच्चे को सम्भालने के अलावा वह घर का काम भी कर देगी ताकि शिक्षिका और उसके पति को जॉब में दिक्कतें न आएं । काम पर रखी हुई नौकरानी को बच्चे को संभालना पड़ता था साथ ही उसे घर का काम भी करना पड़ता था ।
ऐसे में जब कभी बच्चा रोता और परेशान करता तो नौकरानी उसे दूध में भांग मिलाकर खिला देती थी । इससे बच्चा दिनभर सोता रहता था और नौकरानी अपना काम करती रहती थी । नौकरानी ऐसा हररोज ही करने लगी थी। बच्चा जब भी रोता नौकरानी उसे दूध में भांग की गोली मिलाकर खिला देती।
शिक्षिका नौकरानी के भरोसे बच्चे को छोड़कर स्कूल चली जाती थी जबकि उसे बच्चे की कोई शिकायत नौकरानी की तरफ से भी नहीं मिलती थी । शिक्षिका जब काम से वापस लौट कर घर आती तो बच्चा उन्हें सोते हुए मिलता । शिक्षिका को अभी तक हर रोज स्कूल जाना होता था लेकिन अब स्कूल की छुट्टियों के चलते वह घर मे थीं । शिक्षिका को आशंका हुई कि बच्चा अब ज्यादा चिड़चिड़ा रहने लगा है जबकि जब वह स्कूल जाती थी और वहां से वापस लौटती थी तब बच्चा उसे सोता हुआ मिलता था नौकरानी से पूछने से उसने शिक्षिका को बताया कि बच्चे के पेट मे दर्द रहता था ।
इसलिए दोपहर में जब बच्चा रोया करता था तब वह बच्चे को दवा खिला देती थी जिससे बच्चा दिनभर सोता रहता था । शिक्षिका ने उससे दवा के बारे में पूछा तो उसने उन्हें भांग लाकर दे दी । शिक्षिका ने उस दवा को पास में रहने वाले डॉक्टर को दिखाया तब उसे पता लगा कि वो दवा और कुछ नहीं बल्कि भांग( मुनक्का) है ।
नौकरानी की करतूत सामने आने पर शिक्षिका के होश उड़ गए । उसे नौकरानी ने बताया कि उसे भी उसकी मां पेट मे दर्द होने पर भांग खिला दिया करती थी । भांग खाने के बाद नींद आ जाती थी और पेट दर्द ठीक हो जाता था । नौकरानी ने बताया कि जब भी बच्चा रोया करता था तब वह यह सोचते हुए कि बच्चे के पेट मे दर्द है, उसे दूध में भांग मिलाकर खिला देती थी । जिससे बच्चे को आराम मिल जाता था और बच्चा सो जाता था । इस पर शिक्षिका को गहरा सदमा लगा और उसने तुरंत नौकरानी को काम से निकाल दिया ।
अगले महीने से Akasa Air की उड़ान, आ गया अब राकेश झुनझुनवाला का पहला विमान..
Manish Kashyap से फिर हो गई बहस,
जब शिक्षिका को इस बात का पता चला तब उसने मेड को जिला अस्पताल के मनोरोग विभाग ने ले गयी । शिक्षिका को अहसास हुआ कि नौकरानी भी भांग का सेवन करती है जिससे उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है । झांसी के जिला अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ शिकाफा जाफ़रीन ने बताया कि भांग का नियमित सेवन व्यक्ति को पागलपन की तरफ ले जा सकता है इससे व्यक्ति चिड़चिड़ा और अवसादग्रस्त हो सकता है । चूंकि भांग के नशे से नींद और सुकून का क्षणिक आनंद मिलता है जिससे व्यक्ति इसका आदी हो जाता है । फिलहाल शिक्षिका ने नौकरानी को तुरंत काम से निकाल दिया है ।