Vande Bharat Train: रेलवे अधिकारी अनंत रूपनगुडी ने वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे कुछ यात्रियों के व्यवहार पर अपनी नाराजगी साझा करने के लिए एक्स का सहारा लिया। उन्होंने यात्रियों द्वारा खाना रखने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ट्रे पर बैठे दो बच्चों की तस्वीर के साथ कड़े शब्दों में एक ट्वीट पोस्ट किया।
इस पोस्ट में
रूपनगुडी ने जो तस्वीर शेयर की है की है उसमें वंदे भारत एक्सप्रेस के अंदर का सीन दिखाया गया है। दो यात्रियों के सामने खाने की ट्रे क पर बच्चे बैठे हुए नजर आ रहे हैं। रेलवे ऑफिसर रूपनगुडी में इस बात पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं हुए इसे गलत कर दिया है।.
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रूपनगुडी ने लिखा है “#वंदेभारत और अन्य ट्रेनों में स्नैक ट्रे के टूटने या गंदी स्नैक ट्रे का एक मुख्य कारण! फ़ोटोग्राफ़िक प्रुफ के साथ भी, इसके बाद भी कुछ लोग तो यही कहेंगे कि मैं दोष केवल यात्रियों कोई देता रहता हूँ!”
पोस्ट को 22 नवंबर को शेयर किया गया था। तब से अब तक इसे करीब 3.9 लाख बार देखा जा चुका है। ट्वीट को लगभग 4,100 लाइक्स भी मिले हैं। रेलवे अधिकारी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लोगों ने तरह-तरह के कमेंट किए।
रेलवे अधिकारी द्वारा साझा किए गए इस ट्वीट पर एक नज़र के बाद देखिए यूजर्स क्या कहते हैं।
Vande Bharat Train, एक्स यूजर्स ने इस पोस्ट के बारे में कहाएक एक्स यूजर ने मजाकिया अंदाज में रिएक्ट किया कि , ” टेबल ट्रे को वंदे भारत के अगले वर्जन में बेबी सीट की तरह काम करने के लिए डिजाइन किया जाना चाहिए।” एक व्यक्ति ने अफसोस का इजहार करते हुए कहा कि“हम ऐसे व्यवहार पर प्रतिबंध/जुर्माना क्यों नहीं लगा सकते? जिसमें ट्रेन की कोक में कूड़ा-कचरा भी शामिल है। हाल ही में मैं 2एसी में गया, पैर नीचे रखने का मन ही नहीं हुआ क्योंक पिछले यात्रियों ने कूड़ा-कचरा फैलाया था।
एक्स यूजर्स ने इस पोस्ट के बारे में कहाएक एक्स यूजर ने मजाकिया अंदाज में रिएक्ट किया कि , ” टेबल ट्रे को वंदे भारत के अगले वर्जन में बेबी सीट की तरह काम करने के लिए डिजाइन किया जाना चाहिए।” एक व्यक्ति ने अफसोस का इजहार करते हुए कहा कि“हम ऐसे व्यवहार पर प्रतिबंध/जुर्माना क्यों नहीं लगा सकते? जिसमें ट्रेन की कोक में कूड़ा-कचरा भी शामिल है। हाल ही में मैं 2एसी में गया, पैर नीचे रखने का मन ही नहीं हुआ क्योंक पिछले यात्रियों ने कूड़ा-कचरा फैलाया था।
चौथे ने सुझाव दिया,“एक सुझाव: ट्रे पर उनका वजन लिखा हुआ होना चाहिए – इस ट्रे पर अधिकतम वजन: 5 किलोग्राम है। (स्टिकर या पेंट निकल जाएंगे),” । जिस पर, रूपनगुडी ने जवाब दिया, “जैसा कि मैंने कहा, स्नैक ट्रे एक स्नैक ट्रे है और चलिए इसे वहीं रखते हैं। डिज़ाइन पर अंतहीन चर्चा हो सकती है लेकिन हर चीज़ की लागत निहितार्थ होती है और प्रत्येक 16-कोच वाली ट्रेन में 1000 ऐसी सीटें होती हैं। पांचवें ने लिखा, “यह पागलपन है।”