Iceland: आज इस विश्व में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुष से पीछे नहीं है। अगर महिलाओ को अपनी शिक्षा एवं अपने परिवार के योगदान का सहारा मिल जाए। तो महिलाएं क्या कुछ नहीं कर सकती? आज हमारे संसार में महिलाओं को काफी अवसर प्राप्त है एवं जिस वजह से वह उन्नति कर रही हैं। ऐसा ही अब एक महिला ने कर दिखाया। दसवीं पास महिला ने खेत को ही बना दिया है Iceland। लाखों में कमाई हो रही है। Google ने भी इस महिला की तारीफ की है।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज की रहने वाली है। हालांकि महिला ने अपने खेत में जलभराव की समस्या का इस तरह सामना किया, कि अब हर कोई इस महिला की प्रशंसा कर रहा है। हालांकि इस महिला ने आपदा को अवसर में बदलते हुए खेत को ही एक छोटा सा Iceland बना दिया है। आज तक की खबर के मुताबिक कन्नौज के तिर्वा तहसील बुथइया गांव की किरण कुमारी राजपूत के पास उमर्दा ब्लॉक के ग्राम गुनदहा में 23 बीघा जमीन है। हालांकि इनके खेत में पानी भरा रहता है खेती भी ठीक से नहीं हो पाती है।
उन्होंने फिर खेत के पानी भरे हिस्से को ही तालाब में बदलने का निर्णय लिया। किरण ने साल 2016 में जल प्लावन योजना के तहत प्रशासन से 2 लाख रुपए लिए। कुछ जमा पूंजी तथा कुछ उधार लेकर मछली पालन शुरू कर दिया। 30 बीघा जमीन में तालाब का काम शुरू करने में 11 लाख रुपए खर्च हुए।
दरअसल शुरू में थोड़ा मुनाफा हुआ इसके बाद से तालाब के बीच में एक बीघा का Iceland बना दिया। उसमें आम, करौंदा, पपीता, सहजन के पेड़, अमरूद, केला और फूलों के पौधे लगाकर बगीचा बना दिया। ये Iceland आकर्षक का केंद्र बन गया। अब लोग यहां घूमने के लिए आते हैं और वोटिंग भी करते हैं।
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किरण के अस्वस्थ होने की वजह से Iceland की रखवाली उनका बेटा शैलेंद्र करता है। तालाब में कत्तल नैन, ग्रास कटर, चाइना फिश और सिल्वर मछलियां है। मछली पालन तथा फल बेचकर हर वर्ष लगभग 20 से 25 लाख कमाई करते हैं। आइसलैंड को देखने के लिए लोग दूर-दूर से भी आ रहे हैं। ये हर किसी के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। हालांकि गूगल ने भी उसके इस काम की प्रशंसा की है तथा सम्मान पत्र जारी किया है। शैलेंद्र के मुताबिक 1 साल पहले गूगल ने उन्हें सर्टिफिकेट दिया था। उनके आइसलैंड की तारीफ भी हुई थी गूगल ने उसकी फोटो भी अपलोड की थी।