ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा #HalalfreeDiwali जानिए क्या होता है हलाल कारोबार और क्यों हो रहा इसका विरोध

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ट्विटर पर आए दिन कोई न कोई हैशटैग ट्रेंड होता रहता है । कभी किसी चीज के विरोध में तो कभी समर्थन में। जैसा कि पता ही है कि भारत मे त्योहारी सीजन पूरे जोरों शोरों से चल रहा है और दीवाली आने में भी अब चंद दिन ही बचे हैं । वहीं माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर इन दिनों एक हैशटैग ट्रेंड हो रहा है- #HalalfreeDiwali। लोग हलाल प्रोडक्ट्स को बैन करने की मांग करते हुए इसका बॉयकाट कर रहे हैं । लोग हलाल प्रोडक्ट्स का विरोध कर जिहाद की कमर तोड़ने का आह्वान कर रहे हैं।

ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हलाल प्रोडक्ट्स क्या होता है और लोग इसका बॉयकाट क्यों कर रहे हैं । तो चलिए हम बताते हैं कि हलाल कारोबार क्या है और इसका क्यों विरोध किया जा रहा है ।

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हलाल कारोबार क्या है

HalalfreeDiwali: जैसा कि नाम से ही पता चलता है हलाल एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है- जायज,उचित । हलाल शब्द लोगों द्वारा तब उपयोग किया जाता है जब किसी कार्य को जायज या उचित अभिव्यक्त करना हो । वहीं हलाल कारोबार का मतलब उस कारोबार से है जिसकी इस्लाम में इजाजत हो यानी जो इस्लाम धर्म के अनुकूल हो । बता दें कि हलाल कारोबार को कुरान का पालन करना जरूरी होता है ।

जो भी सामान हलाल कारोबार के अंतर्गत आता है उसमें हलाल सर्टिफाइड का लोगो लगा होता है जिससे कोई प्रोडक्ट पहले ही पहचान में आ जाता है कि यह सामान हलाल है यानी मुस्लिम उसका उपयोग कर सकते हैं ।

हलाल कारोबार में क्या क्या आता है

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हलाल कारोबार में बहुत से प्रोडक्ट्स आते हैं । इन प्रोडक्ट्स में एक लोगो बना होता है । हलाल बिजनेस में कई क्षेत्र के प्रोडक्ट्स शामिल होते हैं जैसे दवाइयां, कॉस्मेटिक, खाना ,कपड़े ,रोजमर्रा की जरूरतों का सामान आदि । वहीं कई तरह की हलाल सेवाएं भी होती हैं जैसे टूरिज्म, होटल,बैंकिंग, अकाउंटिंग,फाइनेंस आदि ।

बता दें कि हलाल कारोबार की एक बढ़ती हुई इकोनॉमी है और एक अनुमान के मुताबिक साल 2024 तक इसकी इकोनॉमी 2.5 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 2.5 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है ।

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हलाल कारोबार का क्यों हो रहा विरोध

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इन दिनों ट्विटर पर एक हैशटैग बड़ी ही तेजी से ट्रेंड हो रहा है । हलाल प्रोडक्ट्स को बॉयकाट करने की मुहिम के उद्देश्य से लोग #HalalfreeDiwali हैशटैग का इस्तेमाल कर विरोध जता रहे हैं । लोगों का कहना है कि हलाल खाने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है और ऐसा बड़े बड़े होटल कर रहे हैं ।

लोगों का कहना है कि हलाल फ्री दीवाली कैम्पेन चलाकर वह हलाल कारोबार के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहे हैं और हलाल प्रोडक्ट्स न खरीदने की अपील कर रहे हैं । बता दें कि अपने ट्वीट्स में लोग अपील कर रहे हैं कि जिस भी प्रोडक्ट में हलाल का सर्टिफिकेट लगा हो उसे न खरीदें।

कौन जारी करता है हलाल सर्टिफिकेट

हलाल सर्टिफिकेट सरकार और निजी संगठनों द्वारा भी दिए जाते हैं । बहुत से इस्लामिक मुल्कों में हलाल सर्टिफिकेट वहां की सरकार जारी करती है । भारत में सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों के लिए फ़ूड लाइसेंस FSSAI(फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा जारी किया जाता है । हालांकि भारत में यह अथॉरिटी या कोई भी सरकारी संगठन हलाल सर्टिफिकेट जारी नहीं करता । वहीं भारत मे हलाल सर्टिफिकेट कुछ निजी कम्पनियों द्वारा दिया जाता है ।

इनमें से हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड,हलाल सर्टिफिकेशन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड , जमात उलेमा ए महाराष्ट्र और जमात उलेमा ए हिन्द हलाल ट्रस्ट हैं । इन कम्पनियों द्वारा जारी सर्टिफिकेट से मुस्लिमों को यह तस्दीक होती है कि वो जो भी प्रोडक्ट खरीद रहे हैं वो हलाल सर्टिफाइड है या नहीं ।

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