Gorakhnath Temple Attack: गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी जवान पर धारदार हथियार से हमला करने के आरोप में ही अहमद मुर्तजा अब्बासी को बरामद सामान के साथ ही पुलिस ने ATS को सौंप दिया है। हालांकि गोरखनाथ थाने में दर्ज केस को भी ट्रांसफर कर दिया गया है। खबर यह है कि मुर्तजा अब्बासी के दो करीबियों से पूछताछ के लिए एटीएस सिद्धार्थनगर भेज सकती हैं। ये तथ्य भी सामने आ रहा है कि उसने सिद्धार्थ नगर से ही हथियार खरीदा था। एटीएस, एसटीएफ, खुफिया एजेंसी तथा पुलिस अलग-अलग जांच कर रही है।
मुर्तजा अब्बासी नेपाल, गाजीपुर, कोयंबटूर, मुंबई, जामनगर भी हाल ही के दिनों में गया था। दरअसल यहां पर भी जांच टीमें जाने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर ही ATS जवान गोपाल गौड़ तथा अनिल पासवान पर भी धारदार हथियार से हमला करने वाला मुर्तजा 7 दिन की पुलिस रिमांड लिया गया है। सोमवार को ही रिमांड पर लेने के बाद से उससे पूछताछ भी की जा रही है।
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Gorakhnath Temple Attack गौरतलब है कि गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों पर हमले का आरोपी मुर्तजा अब्बासी ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के बैंक खाते में लाखों रुपए भेजे थे। हालांकि इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड यानी कि एटीएस को मिल गई है। एटीएस मुर्तजा अब्बासी को ढूंढते हुए उसके आवास पर भी पहुंच गई थी लेकिन वह वहां नहीं मिला। मुर्तजा अब्बासी को यह पता चल गया था कि एटीएस ने गिरफ्तारी का जाल बिछा दिया है।
लिहाजा वह घर से लापता हो गया। फिर आनन-फानन में घटना को अंजाम देने पहुंच गया। एटीएस की अभी तक की जांच से यह पता चला है कि मुर्तजा अब्बासी के जिन बैंक खातों से रुपए भेजे गए हैं इनकी जानकारी भी मिल चुकी है। 4 बैंक खातों का ब्यौरा भी मिल चुका है। मुर्तजा अब्बासी के डेबिट कार्ड का नंबर सुरक्षित रख लिया गया है।
एटीएस के सूत्रों के अनुसार मुर्तजा अब्बास ने लोन वुल्फ अटैक मॉड्यूल के अंतर्गत वारदात को अंजाम दिया है। इस मॉड्यूल में बिना किसी टीम के अकेले ही किसी भी घटना को अंजाम दिया जा सकता है। जबकि इसमें धारदार हथियार जैसे की चाकू या फिर अन्य का प्रयोग किया जाता है। इस मॉड्यूल को लोन वुल्फ अटैक इसलिए भी कहते हैं क्योंकि ये भेड़िए की तरह अकेले हमला करने की रणनीति होती है।
एटीएस के सूत्रों के अनुसार मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठन की वेबसाइट भी देखता था। सर्च करके पढ़ता भी था। आतंकवादी किताबें तथा साहित्य पढ़ने के तथ्य भी सामने आए हैं। मुर्तजा अब्बासी के जब्त लैपटाप तथा मोबाइल फोन से भड़काऊ एवं धार्मिक उन्माद के वीडियो भी मिले हैं। जांच एजेंसी अब मुर्तजा अब्बासी के नेटवर्क को खंगाल रही है।
ये कोशिश कर रही है कि मुर्तजा अब्बासी किस के संपर्क में आने के बाद से आईएसआईएस के बैंक खाते में रकम भेजने लगा। ये किसी के सहयोगी बगैर तो संभव ही नहीं है। किसी ने भी बैंक खाते का नंबर दिया होगा तभी तो पैसा भेजा गया।
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Gorakhnath Temple Attack बता दें कि मुर्तजा अब्बासी तथा उनके जानने वालों के बैंक खातों की छानबीन भी की जा रही है। ये पता लगाया जा रहा है कि किस खाते से कहां-कहां रुपए भेजे या फिर मंगवाए गए हैं। अभी तक की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। घटना से 2 दिन पहले ही बैंक खातों में रुपए की हेराफेरी की जानकारी मिली थी। इसी पर एटीएस की टीम मुर्तजा अब्बासी के घर गई थी। इसके तत्काल बाद से मुर्तजा अब्बासी ने इस घटना को अंजाम दे दिया।
हालांकि ऐसे ही हमलों को लोन वुल्फ अटैक मॉड्यूल कहते हैं। अभी भी जांच चल रही है। हालांकि पूरे मामले की जांच एटीएस के हाथों में है। जबकि आतंकी संगठनों से सांठगांठ की बात भी सामने आई है। मामला बहुत ज्यादा ही गंभीर है। जबकि पूरे मामले की जानकारी जांच Agency को भी है।